भोपाल शराब ठेका फर्जी बैंक गारंटी मामले में तीन निलंबित
भोपाल शराब ठेका फर्जी बैंक गारंटी मामले में तीन निलंबितRaj Express

Bhopal News: शराब ठेका फर्जी बैंक गारंटी मामले में तत्कालीन सहायक आबकारी आयुक्त को बचाया, तीन निलंबित

Bhopal Excise Department: मेहता एंड राठौड़ एसोसिएट्स द्वारा 1 करोड़ 84 लाख की बैंक गारंटी आबकारी विभाग में जमा कराई गई थी। विभाग ने जब इसका सत्यापन कराया तो खुलासा हुआ कि यह फेक डीडी है।

भोपाल। राजधानी में फर्जी बैंक गारंटी लगाकर शराब का ठेका लेने के मामले में दो सहायक आबकारी अधिकारी और एक उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि कार्रवाई में तबके सहायब आबकारी आयुक्त को बचा लिया गया है। इससे कार्रवाई पर ही सवाल उठने लगे हैं। इस मामले में आबकारी आयुक्त ने आदेश जारी कर दिया है।

दरअसल, भोपाल में लालघाटी गु्रप की दो दुकानों को उच्चतम बोली लगाकर मेहता एंड राठौड़ एसोसिएट्स ने हासिल किया था। इनके द्वारा 1 करोड़ 84 लाख की बैंक गारंटी विभाग में जमा कराई गई थी। यह डीडी पश्चिम बंगाल से बनवाया गई थी। विभाग ने जब इसका सत्यापन कराया तो खुलासा हुआ कि यह फेक डीडी है। इसे फर्जी दस्तावेजों के सहारे बनवाया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर जहां लाइसेंस निरस्त किया गया , वहां एसोसिएट्स के भागीदारों के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज कराया गया।

इंदौर में जिला प्रमुख को माना था जिम्मेदार, भोपाल में क्लीनचिट

इसी तरह का मामला इंदौर में हुआ था। उस समय ठेका प्रभारी सहित सहायक आबकारी आयुक्त को निलंबित करने की कार्रवाई की गई थी। उस समय जिला प्रमुख होने के कारण उनपर यह कार्रवाई हुई थी। हालांकि भोपाल में नहीं हुआ। सर्किल प्रभारी और ठेका प्रभारी को तो निलंबित कर दिया गया, लेकिन तत्कालीन सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुर्मी को बचा लिया गया। जबकि दो महीने तक बैंक गारंटी का वेरिफिकेशन क्यों नहीं हुआ, इसे लेकर सवाल जवाब तक नहीं किया गया। न ही इस संबंध में किसी को नोटिस जारी किये गये।

लापरवाही, दो महीने तक नहीं कराया सत्यापन

सहायक आबकारी अधिकारी सुदीप तोमर, आबकारी उप निरीक्षक सीमा कसिसीया सर्किल प्रभारी थे, वहीं सहायक आबकारी अधिकारी ओमप्रकाश जामोद ठेका प्रभारी। सर्किल प्रभारी ने पास समय पर बैंक गारंटी आ गई थी। बावजूद इनके द्वारा दो माह तक इसका सत्यापन नहीं कराया गया। ठेका प्रभारी ने भी बैंक गारंटी वैध है कि नहीं इसे वेरीफाई करने की जरूरत नहीं समझी। इसे लेकर किसी तरह की नोटशीट भी प्रस्तुत नहीं की गई। ये पूरी तरह लापरवाह बने रहे।

सभी बैंक गारंटी की होगी जांच

भोपाल में फर्जी बैंक गारंटी का एक मामला सामने आने के बाद विभाग हरकत में आ गया है। आबकारी आयुक्त के निर्देश पर अब सभी शराब ठेकेदारों द्वारा जमा की गई बैंक गारंटी की पड़ताल विभागीय अमले ने शुरू कर दी है। इस जांच के बाद ही साफ हो सकेगा कि फर्जी डीडी जमा करके तो अन्य ठेके नहीं लिये गये।

सी एंड जी ट्रेडर ने 6 फीसदी अधिक पर लिया ग्रुप

इधर, लालघाटी ग्रुप के री-टेंडर कराये गये। इसमें 12 लोगों ने भाग लिया था। मंगलवार को टेंडर ओपन किये गये। इसमें रिजर्व प्राइस 14 करोड़ 78 लाख 10 हजार 702 रुपए से 5.6 फीसदी अधिक बोली लगा कर सीएंडजी ट्रेडर ने 15 करोड़ 65 लाख 58 हजार रुपए में ग्रुप ले लिया।

इनका कहना है

आबकारी आयुक्त के निर्देश पर शराब ठेकेदारों द्वारा जमा कराई गई बैंक गारंटी की जांच कराई जा रही है। फर्जी बैंक गारंटी मामले में आबकारी आयुक्त के द्वारा तीन पर निलंबन की कार्रवाई की गई। इधर, मंगलवार को लालघाटी गु्रप का ठेका सी एंड जी ट्रेडर ने आरपी 5.9 फीसदी अधिक राशि देकर ले लिया।

दीपम रायचूरा, सहायक आबकारी आयुक्त

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com