भोपाल, मध्यप्रदेश। सारागढ़ी दिवस एक सिख सैन्य स्मरण दिवस है जो हर साल 12 सितंबर को सारागढ़ी की लड़ाई की याद में मनाया जाता है। सारागढ़ी दिवस (Saragarhi Day 2021) पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीर सपूतों के चरणों में प्रणाम किया है।
सीएम ने किया ट्वीट
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर सारागढ़ी दिवस पर वीर सपूतों के चरणों में बारंबार प्रणाम किया है, कर्तव्य की बलिवेदी पर हंसते-हंसते अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले 36वीं सिख रेजिमेंट के वीरों के बलिदान को भारत और ब्रिटेन कभी भुला न सकेगा। सीएम ने कहा- सारागढ़ी के किले में सन् 1897 में आज के ही दिन 21 बहादुर सिख, 21 राइफलें और फिर 10,000 दुश्मनों से सीधा सामना हुआ।, इसके पश्चात केवल कर्तव्य पर मर-मिटने वाले सिखों की वीरता, शौर्य, पराक्रम और शहादत की कहानियां लिखी गईं।
बताते चलें कि सारगढ़ी युद्ध 12 सितम्बर 1897 को ब्रिटिश भारतीय सेना और अफ़्ग़ान ओराक्जजातियों के मध्य तिराह अभियान से पहले लड़ा गया, यह उत्तर-पश्चिम फ्रण्टियर प्रान्त में हुआ। ब्रिटिश सैन्यदल में 36 सिख (सिख रेजिमेंट की चौथी बटालियन) के 21 सिख थे, जिन पर अफ़्ग़ानों ने हमला किया। ब्रिटिश सैन्यदल का नेतृत्व कर रहे हवलदार ईशर सिंह ने मृत्यु पर्यन्त युद्ध करने का निर्णय लिया। इसे सैन्य इतिहास में इतिहास के सबसे बड़े अन्त वाले युद्धों में है। युद्ध के दो दिन बाद अन्य ब्रिटिश सेना द्वारा उस स्थान पर पुनः अधिकार प्राप्त किया गया था, यह युद्ध इतिहास में अपने महान अंत के लिए जाना जाता हैं।
आज ही के दिन 21 सिक्ख वीरों ने सारागढ़ी में अफगानों के विरूद्ध ऐसी जंग लड़ी गई, इन सैनिकों ने सारागढ़ी किले का गौरव बचाने के लिए जिस तरह 10,000 अफगान आक्रमणकारियों को लड़ाई में धूल चटाई थी वह सैन्य इतिहास में बहादुरी की अनोखी मिसाल है, सारागढ़ी के युद्ध में अफगानों का डटकर सामना करने वाले 21 सिख जवानों के शौर्य को देश-प्रदेश के कई नेताओं ने सलाम किया।
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