#CivilServicesDay के अवसर पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम का सीएम ने किया शुभारंभ

#CivilServicesDay : "सिविल सर्विस डे" के अवसर पर आज आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी, भोपाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया है, सीएम ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया।
#CivilServicesDay पर आयोजित कार्यक्रम
#CivilServicesDay पर आयोजित कार्यक्रमSocial Media

#CivilServicesDay : हर साल 21 अप्रैल को सिविल सर्विस डे मनाया जाता है, "सिविल सर्विस डे" के अवसर पर आज आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी, भोपाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने "सिविल सर्विस डे" पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया।

#CivilServicesDay पर आयोजित कार्यक्रम

भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, सिविल सर्विस डे की आपको शुभकामनाएं! जब भी चुनौती सामने आई, तो हमारे लोक सेवक डरे नहीं, बल्कि जनता के कल्याण के लिए अपने आपको दांव पर लगाकर भी आपने कार्य किया। सीएम ने ट्वीट कर लिखा- "यह मानव स्वभाव है कि जब चुनौतियां समाप्त हो जाती हैं, तो व्यक्ति उसे भूल जाता है। आप याद कीजिये कि गत वर्ष हम सब #COVID19 काल में कितने कठिन दौर से गुजरे थे:मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस"

सिविल सर्विस सिर्फ नौकरी नहीं है। आप इतने प्रतिभावान हैं कि निजी क्षेत्र में बड़े पैकेज पर अवसर पा सकते थे, लेकिन आपने जनसेवा, लोककल्याण और देश के विकास के लिए खुद को समर्पित करने का ठान लिया और आप सतत सेवा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

जानें CM शिवराज के भाषण की प्रमुख बातें

  • मैं मुख्यमंत्री बना तो बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना का विचार आया। मैंने अधिकारियों की टीम के सामने विचार रखा तो शुरुआती किंतु-परंतु के बाद लाड़ली लक्ष्मी योजना सामने आई और ये किसी न किसी रूप में देश में लागू किया गया।

  • जब मन में जन कल्याण का भाव हो और कोई भी नया विचार आए तो उसे जमीन पर उतारने में प्रशासनिक अधिकारी गणों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। मध्यप्रदेश में ऐसी कई योजनाएं शुरू की गईं और देश को नई दिशा दिखाई।

  • प्रदेश के विकास जनकल्याण के लिए हम जो लक्ष्य निर्धारित करें, उसकी सतत समीक्षा भी करें कि हमने कितने लक्ष्य प्राप्त कर लिए हैं, क्या कमियां रह गई हैं और बेहतर क्या कर सकते हैं। जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो हमें चैन से नहीं बैठना है।

  • हमें सदैव उत्साह के साथ काम करना चाहिए, निराशाजनक विचार लक्ष्य प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों में उत्साह से कार्य करने का ही परिणाम है कि मध्यप्रदेश लगातार विकास कर रहा है।

  • दो तरह के लोग होते हैं, एक वो होते हैं, जिनसे मिलते ही उत्साह और आशा जागृत हो जाती है, दूसरे वो होते हैं, जो स्वयं तो निराश होते ही हैं, जो उनसे मिलता है, उसे भी नैराश्य भाव से भर देते हैं। अत: सदैव उत्साह से भरे रहें, तो सफलता मिलेगी।

  • हम अपने कर्तव्य को यदि मध्यप्रदेश के विकास में योगदान की भावना से करेंगे, तो आनंद और उत्साह भी रहेगा। प्रदेश के विकास में योगदान का गर्व भी महसूस होगा। अपनी जिम्मेदारी को कभी भी बोझ न समझें।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com