भोपाल, मध्यप्रदेश। देश की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई ज्योतिराव फुले की आज यानि (3 जनवरी) को जयंती है, बता दें कि सावित्री बाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र के एक दलित परिवार में हुआ था। सावित्री बाई फुले की जयंती पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें नमन किया है, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर कही ये बात।
शिवराज ने ट्वीट कर सावित्री बाई फुले की जयंती पर किया नमन :
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि स्वाभिमान से जीने के लिए पढ़ाई करो, पाठशाला ही इंसानों का सच्चा गहना हे-सावित्री बाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका, कुरीतियों के विरुद्ध आजीवन संघर्ष करने वाली सामाजिक क्रांति की योद्धा, श्रद्धेय स्व. सावित्री बाई फुले जी की जयंती पर कोटिश: नमन!
बता दें कि देश की पहली महिला शिक्षक सावित्री बाई फुले की 190वीं जयंती है, सावित्रीबाई के पति क्रांतिकारी और समाजसेवी थे और यह देखकर सावित्रीबाई ने भी अपना पूरा जीवन इसी कार्य में लगा दिया। उन्होंने जीवनभर दूसरों की सेवा की। 10 मार्च 1897 को जब प्लेग फैला था तो उस समय प्लेग से ग्रसित मरीज़ों की सेवा करते हुए सावित्रीबाई फुले ने अपना जीवन त्याग दिया, उनका निधन हो गया। उन्होंने प्लेग से ग्रसित बच्चों की सेवा की और इसी वजह से उन्हें भी प्लेग हो गया। प्लेग से ही उनकी मृत्यु हो गई।
आपको बताते चलें कि देश की पहली महिला शिक्षक सावित्री बाई फुले ने अपना जीवन लड़कियों को पढ़ाने और समाज को ऊपर उठाने में लगा दिया। उन्नीसवीं सदी के दौर में जब भारतीय महिलाओं की स्थिति बड़ी ही दयनीय थीं। उस दौरान शिक्षा, महिला सशक्तिकरण के लिए उन्होंने जो किया उसके लिए आज भी पूरा देश उन्हें नमन करता है। बता दें, सावित्रीबाई फुले एक दलित परिवार में पैदा हुई थीं, लेकिन तब भी उनका लक्ष्य यही रहता था कि किसी के साथ भेदभाव ना हो और हर किसी को पढ़ने का अवसर मिले।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।