सीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर किया माल्यार्पण

भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई (Morarji Desai) की आज पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की पुण्यतिथि
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की पुण्यतिथिSocial Media

भोपाल, मध्यप्रदेश। भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई (Morarji Desai) की आज पुण्यतिथि है। पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का निशान आज के ही दिन (10 अप्रैल 1995) को मुंबई में हुआ था। मोरारजी देसाई की पुण्यतिथि पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की है।

सीएम ने दी श्रद्धांजलि:

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महान स्वाधीनता संग्राम सेनानी एवं पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न मोरारजी देसाई जी की पुण्यतिथि पर निवास स्थित सभाकक्ष में उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

सीएम ने कही यह बात:

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि, "महान स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न मोरारजी देसाई जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। स्वाधीनता संग्राम में आपने कई बार जेल की कड़ी यातनाएं सहीं। लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा व समाज उत्थान के कार्यों के लिए आप चिरस्मरणीय रहेंगे।"

नरोत्तम मिश्रा ने किया ट्वीट:

सीएम शिवराज सिंह चौहान के अलावा मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि, "भारत के पूर्व प्रधानमंत्री व स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न मोरारजी देसाई जी की पुण्यतिथि पर सादर नमन। आजादी की लड़ाई में राष्ट्र के लिए उनका समर्पण, त्याग और संघर्ष सदैव याद रखा जाएगा।#MorarjiDesai."

मोरारजी देसाई जी के बारे में बात करें, तो मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी सन 1896 को एक गुजराती अनाविल ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रणछोड़जी नागरजी देसाई और उनकी माता का नाम वजीबेन देसाई था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे और वह अनुशासन प्रिय थे। बचपन से ही युवा मोरारजी ने अपने पिता से सभी परिस्थितियों में कड़ी मेहनत करने एवं सच्चाई के मार्ग पर चलने की सीख ली। वे एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' और पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान 'निशान-ए-पाकिस्तान' दोनों से सम्मानित किया गया।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com