भोपाल, मध्यप्रदेश। आज सिख धर्म के गुरु अर्जुन देव का प्रकाश पर्व है, बता दें कि सिखों के पांचवें गुरु अर्जन देव ने 1604 में आज के दिन दरबार साहिब में पहली बार गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया था, इस अवसर पर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पांचवें सिख गुरु अर्जुन देव के प्रकाश पर्व पर उन्हें नमन किया।
सीएम शिवराज ने किया ट्वीट
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा- तेरा कीआ मीठा लागे॥ हरि नामु पदारथ नानक मांगे॥ धर्म और मानवता की सेवा के लिए सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर देने वाले, श्रद्धेय गुरु अर्जन देव के प्रकाशोत्सव पर कोटिश: नमन! आइये, उनकी दिखाई राह पर चलते हुए मानवता की सेवा कर अपने इस जीवन को धन्य और सार्थक करें।
15 अप्रैल सन 1563 को हुआ था अर्जुन देव का जन्म :
आपको बताते चलें कि 15 अप्रैल सन 1563 को अर्जुन देव का जन्म गोइंदवाल साहिब में हुआ था, इनके पिता गुरु रामदास सिख धर्म के चौथे गुरु थे, मिली जानकारी के मुताबिक अर्जन देव का धर्म के प्रति समर्पण, निर्मल हृदय और कर्तव्य निष्ठा को देखकर 1581 ईस्वी में उन्हें उनके पिता ने पांचवें गुरु के रुप में गद्दी दी थी, बता दें कि इन्हें गुरु अर्जुन देव के नाम से भी जाना जाता है।
बता दें कि गुरुवाणी की कई रचनाएं करने वाले गुरु अर्जन देव ने गुरु ग्रंथ साहिब के संपादन में अहम योगदान दिया है, करतारपुर सहित कई नगरों की स्थापना करने वाले गुरु अर्जुन देव को क्रूर यातना का भी सामना करना पड़ा था, मानवता के सच्चे सेवक, धर्म के रक्षक, शांत और गंभीर स्वभाव के स्वामी गुरू अर्जुन देव अपने युग के सर्वमान्य लोकनायक थे, मानवता के उच्च आदर्शों और मानवीय मूल्यों की रक्षा के सिलसिले में किसी सिख द्वारा दी गई यह पहली शहादत मानी जाती है, यही कारण है कि उन्हें शहीदों का सरताज कहा जाता है।
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