CM शिवराज 'स्वीप-2022' के शुभारंभ में पहुंचे, महिला उद्यमियों को मिलेगा प्रोत्साहन

MP CM शिवराज सिंह चौहान कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मध्यप्रदेश महिला उद्यमी संगठन की कॉन्फ्रेंस 'स्वीप-2022' का शुभारंभ करने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर खुलकर बात की।
CM शिवराज सिंह 'स्वीप-2022' के शुभारंभ में पहुंचे
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हाइलाइट्स :

  • जिलों में महिला उद्यमियों के लिए पृथक इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाए जाएंगे

  • वर्तमान नियमों में संशोधन कर बढ़ाएंगे सुविधाएं

  • मावे के तीन दिवसीय अधिवेशन 'स्वीप-2022' का शुभारंभ

भोपाल, मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मध्यप्रदेश महिला उद्यमी संगठन की कॉन्फ्रेंस 'स्वीप-2022' का शुभारंभ करने के लिए पहुंचे। जिसका का आयोजन MP एसोसिएशन ऑफ वूमेन इंटरप्रेन्योर (MAWAY) द्वारा कराया गया था। इस दौरान उन्होंने महिलाओं के महत्व, सम्मान और सशक्तिकरण को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने न केवल महिलाओं के सशक्तिकरण पर बात की बल्कि मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना प्रारंभ करने की भी बात कही।

CM शिवराज सिंह का कहना :

दरअसल, आज जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 'स्वीप 2022' का शुभारंभ करने पहुंचे। वहां उन्होंने अपने विचार रखते हुए कई योजनाओं की शुरुआत करने की जानकारी देते हुए कहा कि,

  • मध्यप्रदेश में महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए नए लाभकारी प्रावधान किए जाएंगे।

  • प्रचलित योजनाओं में जरुरी संशोधन किए जाएंगे। मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना प्रारंभ होगी।

  • भोपाल ओर इंदौर में महिला उद्यमियों के लिए अलग इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाया जाएगा।

  • जिलों में एमएसएमई सेक्टर में प्रत्येक जिले में महिलाओं के लिए क्लस्टर आरक्षित करने की व्यवस्था की जाएगी।

  • नई स्टार्टअप नीति में भी महिला उद्यमियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के प्रावधान रहेंगे।

  • स्टार्ट योर बिजनेस इन थर्टी डेज के अंतर्गत महिला उद्यमियों को विशेष सुविधा, जबलपुर और अन्य स्थान पर मल्टी स्टोरीज फैक्टरी काम्पलेक्स के निर्माण सहित मुख्यमंत्री नारी सम्मान कोष की स्थापना भी होगी।

  • मध्यप्रदेश में निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण देने का काम किया गया है।

महिला है सशक्तिकरण की प्रयोग भूमि :

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, 'महिलाओं का सशक्तिकरण नहीं होगा, तब तक महिलाएं तेजी से प्रगति नहीं कर सकती हैं। मध्यप्रदेश महिला सशक्तिकरण की प्रयोग भूमि है। आज से करीब 15 -16 वर्ष पूर्व तक मध्यप्रदेश में लिंगानुपात चिंता का विषय था। सामाजिक स्तर पर भी महिलाओं के प्रति भेदभाव देखा जाता था। वर्ष 2001 में प्रति एक हजार पुरुषों के पीछे 901 महिलाएं थीं जो आज बढ़ कर 956 हो गई हैं। भारत सरकार के अभिलेखों में इसका उल्लेख है। हमारा लक्ष्य यह है कि यह संख्या एक हजार पर एक हजार हो। बेटियां संख्या में समान हो जाएं। लाड़ली लक्ष्मी योजना बेटियों को लखपति बनाने वाली योजना है। पढ़ने के लिए किताबें, स्कूल जाने के लिए साइकिल और कक्षा बारहवीं में प्रथम श्रेणी में आने पर बिटिया गांव की बेटी कहलाती है। सभी तरह की उच्च शिक्षा के लिए बेटियों का शिक्षा व्यय मध्यप्रदेश सरकार उठाएगी।'

महिला है स्वसहायता समूहों की ताकत :

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, 'पुलिस में महिलाओं का 30 प्रतिशत आरक्षण किया गया है। इंदौर ने पांच बार स्वच्छता के क्षेत्र में कीर्तिमान बनाया है, जिसका श्रेय इंदौर की महापौर रही श्रीमती मालनी गौड़ को जाता है। राज्य सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक नहीं अनके कदम उठाए हैं, ताकि हमारी बहनें तेजी से आगे बढ़ सकें। प्रदेश में कोरोना काल में महिलाओं ने अभूतपूर्व कार्य किया है। स्वसहायता समूहों के महासंघ को पोषण आहार सामग्री के सात संयंत्रों के संचालन का जिम्मा दिया गया है। ये महासंघ 800 करोड़ रुपए का कारोबार कर रहा है। मध्यप्रदेश में 40 लाख स्व सहायता समूह की हमारी बहनें हैं और इनका कुल 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक का टर्नओवर है। मध्यप्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों की सम्पत्ति नष्ट करने का कदम उठाया गया है। दुराचारी को फांसी का प्रावधान है।'

मुख्यमंत्री ने समझाया Women का अर्थ :

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि,

वूमेन (Women) का अर्थ -

  • डब्ल्यू (W) का अर्थ विल पावर (दृढ़ इच्छाशक्ति)

  • ओ (O) का अर्थ आर्गनाइज (हमेशा व्यवस्थित)

  • एम (M) का अर्थ मास्टर अर्थात हर क्षेत्र में पारंगत

  • ई (E) का अर्थ इंटरप्रेन्योर (अपने बलबूते उद्यम स्थापित करने)

  • एन (N) का अर्थ नोबल (ईमानदार और ममतामयी होने से है)

उस दौरान इनका कहना :

अधिवेशन में जिनेवा से आए वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के डॉ. श्री शिशिर प्रियदर्शी ने कहा कि, 'महिला उद्यमियों का प्रोत्साहन आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश और भी अधिक उपलब्धियां अर्जित करेगा।'

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओम प्रकाश सखलेचा ने कहा कि, 'महिलाएं प्रबंधन की जानकार होती हैं। कम संसाधनों में वे परिवार के प्रबंधन के कार्य कर लेती हैं। महिला उद्यमियों की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका है।'

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह ने कहा कि, 'मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान महिला सशक्तिकरण के पक्षधर हैं। उन्होंने बेटियों की शिक्षा,पोषण, स्वास्थ्य आदि की चिंता कर योजनाओं को लागू किया है। शिक्षित महिला श्रेष्ठ उद्यमी बनने की संभावना रखती है। प्रदेश में निर्यात परिषद भी गठित की गई है। जिसका लाभ महिला उद्यमियों को प्राप्त होगा।'

विभिन्न देशों की प्रतिनिधियों की भागीदारी :

अधिवेशन में मावे की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना भटनागर ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने गत 22 वर्ष की संगठन की यात्रा का विस्तार से ब्यौरा भी दिया। उपाध्यक्ष श्रीमती भवना मदान, सुश्री सतरुपा, सदस्य सीमा स्वामी, श्वेता, हर्षिता, ऊषा चंदा के अलावा मालदीव की मरयम शकीला, यूएन की कांता सिंह, इजिप्ट की डा.ओम निया, नेपाल की नीरु खत्री, श्रीलंका की अयांथी, डा.सुलोचना आदि उपस्थित थीं।

गौरतलब है कि, इस सुभारंभ में पहुंच कर प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आयोजन स्थल पर महिला उद्यमियों द्वारा प्रदर्शित विभिन्न उत्पादों के स्टाल्स भी देखे। साथ ही महिला उद्यमियों से बातचीत की और कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रतिभागियों द्वारा सामूहिक रूप से प्रस्तुत प्रेरक गीत “हम होंगे कामयाब” भी सुना और उनकी सराहना की।

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