शिक्षा माफिया दुकान समेटकर भागा
शिक्षा माफिया दुकान समेटकर भागाSanjay Awasthi

छतरपुर: शिक्षा माफिया दुकान समेटकर भागा

कर्री, छतरपुर: स्कूलों को खोलकर बच्चों की फीस ली और बीच में ही बंद कर दी संस्था।

राज एक्सप्रेस : पैसे बटोरने के उद्देश्य से एक शिक्षा माफिया ने कई जगह स्कूल खोल डाले मगर जैसे ही उसके हाथ में बच्चों की फीस आई वैसे ही उसके द्वारा स्कूल का शटर गिराना शुरु कर दिया गया। इतना ही नहीं जिनसे शिक्षण कार्य कराया गया वे भी पैसे हासिल करने के लिए भटक रहे हैं। शिक्षकों को तारीख पर तारीख मिल रही है। कहीं दुकान संचालक पैसे के लिए परेशान हैं तो कहीं संस्था में शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षक अपना मेहनताना मांगने के लिए संचालक के चक्कर काट रहे हैं।

कर्री के रहने वाले अनूप श्रीवास पुत्र सोमप्रकाश श्रीवास ने सिविल लाइन थाने में शिकायत देते हुए बताया कि कर्री में एसवीएम पब्लिक स्कूल का संचालन करने वाले रवि त्रिवेदी ने उनसे शिक्षण कार्य करने के लिए कहा था। श्री त्रिवेदी के कहे अनुसार अनूप ने संस्था में सेवाएं दीं लेकिन रवि त्रिवेदी पैसे देने में तारीख पर तारीख दे रहे हैं। अनूप से रवि को 5500 रुपए मिलने हैं। शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी देने के बहाने रवि त्रिवेदी काम पर लगाते हैं और फिर उनके पैसे डकार जाते हैं। स्कूल के भरोसे प्रवेश दिलाकर पछताने लगे अभिभावक शिक्षण सत्र 2018-19 में कर्री में नर्सरी से 10वीं तक एसवीएम पब्लिक स्कूल के नाम से रवि त्रिवेदी द्वारा विद्यालय की आधारशिला रखी गई थी। विद्यालय खोलने के बाद उसने प्रवेश लेने वाले बच्चों से पैसे वसूले और इसके बाद विद्यालय बंद कर दिया।

संचालक रवि त्रिवेदी के भरोसे में आकर जिन लोगों ने अपने बच्चों को प्रवेश दिलाया उन्हें बाद में तमाम समस्याओं से जूझना पड़ा। इसके अलावा स्टेशनरी, डीजल, कंप्यूटर, चालक, सफाईकर्मी, मिष्ठान भंडार संचालक, मकान मालिक और वे शिक्षक भी पैसे के लिए चक्कर काट रहे हैं जिन्होंने विद्यालय में अपनी सेवाएं दी हैं। इसके अलावा अन्य जुड़े लोग भी पैसे के लिए भटक रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि रवि त्रिवेदी ने लखैरी में भी स्कूल खोला और बंद कर दिया। वर्तमान में झमटुली में भी रवि त्रिवेदी द्वारा नर्सरी से हायर सेकेण्डरी स्कूल तक विद्यालय संचालित कराया जा रहा है।

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