मध्यप्रदेश पर अगर किसी का पहला हक है तो वो आदिवासियों का- पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
हाइलाइट्स :
कमलनाथ ने कहा, आदिवासी समाज लेकर आए अपना डिमांड पत्र।
कमलनाथ ने आदिवासियों से कहा आपने मुँह चलाना नहीं सीखा यही आपकी गलती।
कमलनाथ ने आगामी चुनाव को बताया मध्यप्रदेश का भविष्य तय करने वाला चुनाव।
भोपाल, मध्यप्रदेश। हमारे मध्यप्रदेश का इतिहास देखिये यह प्रदेश आदिवासियों का ही है। आज आदिवासियों का दुख देखिये। इन्हे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। मध्यप्रदेश पर अगर किसी का पहला हक है तो वो आपका है। यह बात मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदिवासी जननायक राजा शंकर शाह एवं कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर कही।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, जननायक राजा शंकर शाह एवं कुंवर रघुनाथ शाह को नमन। हमें इन पर गर्व है। आप सबका डीएनए कांग्रेस का डीएनए है। हमारे मध्यप्रदेश का इतिहास देखिये यह प्रदेश आदिवासियों का ही है। आज आदिवासियों का दुख देखिये। इन्हे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। आपने मेहनत करना सीखा लेकिन मुँह चलाना नहीं सीखा। प्रदेश पर अगर किसी का पहला हक है तो वो आपका है।
आगामी चुनाव किसी पार्टी या उम्मीदवार का नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के भविष्य का है:
कमलनाथ ने कार्यक्रम में आगे कहा, मौजूदा सरकार ने पेसा एक्ट लागु करने में कितना समय लगाया। पेसा कानून कांग्रेस लाई थी। आदिवासी दिवस जो हमने शुरू किया था उसे बंद कर दिया। 15 महीने की सरकार में हमने अपनी नीयत और नीति का परिचय दिया। आप लोग अपना डिमांड पत्र लाइए, आप डिमांड करें। कितने दुख की बात है कि, आपको अंतिम संस्कार के लिए भी भटकना पड़ता है, आदिवासी छात्रावास की हालत खराब है। आज आदिवासी क्षेत्र में अस्पताल की बिल्डिंग तो बन गई पर डॉक्टर नहीं हैं। सबसे बड़ी चुनौती नौजवान के सामने है। नौजवान और 20 साल पहले के नौजवान में अंतर है। आज का नौजवान अपना स्वयं का व्यवसाय चाहता है, मजदूरी करना नहीं चाहता। 3 महीने में चुनाव है, ये किसी उम्मीदवार या पार्टी का नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के भविष्य का है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।