शंकाराचार्यों की नहीं सुनती सरकार
शंकाराचार्यों की नहीं सुनती सरकार RE-Gwalior

शंकाराचार्यों की नहीं सुनती सरकार : ज्योतिषपीठ शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद

Government Does Not Listen To Shankaracharyas: नेताओं पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि आजकल नेता ही शंकराचार्य की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं। यह देश और समाज के लिए अच्छा संदेश नहीं है।

ग्वालियर। ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा है आजादी से पहले शंकराचार्यों को विशेष अधिकार प्राप्त थे, लेकिन मौजूदा सरकार शंकाराचार्यों की नहीं सुनती है। एक ओर सरकार को अयोध्या में अधूरे राममंदिर में रामलला को विराजमान करने की जल्दी है, वहीं जहां ज्ञानवापी में स्वत: ही प्रतिमा निकली है वहां पूजा तक नहीं करने दी जा रही है, जिसकी वजह से हमें न्यायालय की शरण लेनी पड़ी है।

रामबाग कॉलोनी में सूर्यकांत शर्मा के निवास पर पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में भी स्पष्ट उल्लेख है कि शिवलिंग का ड्यू प्रोटेक्शन करना बहुत ही आवश्यक है। ड्यू प्रोटेक्शन का मतलब यह है कि उसका संरक्षण किया जाए, उसकी प्रारंभिक पूजा-अर्चना की जाए, हमारी मांग सिर्फ इतनी ही थी, लेकिन वाराणसी के प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश की अवहेलना की है। पूजा के लिए दिया था निर्जला व्रत धरना उन्होंने बताया कि जगतगुरु शंकराचार्य के आदेश पर हम वाराणसी पूजा-अर्चना करने पहुंचे तो हमें बलपूर्वक रोका गया।

हम पूरे पांच दिन तक निर्जला व्रत धारण करते हुए ज्ञानवापी की समक्ष ही बैठे रहे, लेकिन वहां के प्रशासन ने हमारी एक नहीं सुनी। इसके बाद जगतगुरु शंकराचार्य का आदेश आया कि आप प्रतीक पूजा करें और वापस आ जाएं। अब हमारा संकल्प यह है कि हम 11 लाख शिवलिंग प्रतीक स्वरूप वाराणसी में भेजेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कथा नेता, अभिनेता कोई भी अपने स्वार्थ के लिए करा सकता है, लेकिन इससे लोगों को कथा श्रवण का मौका तो मिल ही रहा है। हिंदूराष्ट्र की अवधारणा पर उन्होंने कहा कि लोग 75 साल बाद हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग उठा रहे हैं, लेकिन ये तो बताएं कि हिंदू राष्ट्र का प्रारूप क्या होगा।

अभी धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में क्या-क्या समस्याएं हैं जो हिंदू राष्ट्र में नहीं होंगी। उन्होंने इस बात को सिरे से नकारते हुए कहा कि चारों शंकराचार्य एक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चारों शंकराचार्य की बात सरकार नहीं मान रही है। सरकार हमको भी एक राजनीतिक दायरे में देख कर बात करती है। नेताओं पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि आजकल नेता ही शंकराचार्य की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं। यह देश और समाज के लिए अच्छा संदेश नहीं है। पत्रकार वार्ता के दौरान शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा, सूर्यकांत शर्मा, सौमित्र शर्मा, राहुल शर्मा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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