Gwalior : डेढ़ साल बाद खुले कॉलेज, पहले दिन 1343 छात्र पहुंचे महाविद्यालय
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। शहर के महाविद्यालय बुधवार से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू हुए। लगभग दस संस्थानों में पहले दिन 1343 विद्यार्थी पहुंचे, लेकिन कक्षा में प्रवेश लेने से पहले उन्हें मुख्य द्वार पर टीकाकरण का सर्टिफिकेट दिखाना पड़ा। थर्मल स्क्रीनिंग से विद्यार्थियों का तापमान नापा गया। इसके अलावा अभिभावकों की तरफ से जारी किया सहमति पत्र देखा गया। संस्थानों में फिलहाल यूजी के दूसरे और तीसरे वर्ष एवं पीजी के तीसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों को बुलाया जा रहा है। इस दिन 50 फीसद क्षमता के साथ छात्रावास के दरवाजे भी खेले गए, मगर कोई विद्यार्थी इनमें रहने के लिए नहीं पहुंचा।
कोरोना संक्रमण के चलते विगत डेढ़ वर्ष से ऑनलाईन कक्षाएं चल रही थीं। शासन के निर्देश पर इन्हें 15 सितम्बर से ऑफलाईन संचालित करनी थी। ऐसे आदेश शासन ने गत दिवस पूर्व ही जारी कर दिए थे। इसके बाद भी महाविद्यालयों में छात्र कम संख्या में ही पहुंचे। जीवाजी विवि में कक्षाएं लेने के लिए पहुंचने वाले छात्रों के लिए कोविड नियमों के तहत व्यवस्था की गई थी। लेकिन एमएलबी कॉलेज के गेट पर तैनात गार्डों के पास न तो थर्मल स्कैनिंग की मशीन थी और ना ही सेनेटाइजर व मास्क सहित अन्य कोई उपकरण।
एमएलबी कॉलेज में उड़ी नियमों की धज्जियां :
एमएलबी कॉलेज में गेट पर तैनात गार्डो के पास न तो थर्मल स्कैनिंग की मशीन थी और न ही सेनेटाइजर व मास्क सहित अन्य कोई उपकरण। यहां छात्र बिना रोक-टोक व बिना मास्क के अंदर जा रहे थे। गेट पर तैनात गार्ड ने बताया कि हमें थर्मल स्कैनिंग और सेनेटाइर नहीं दिया गया है। कॉलेज आने वाले विद्यार्थियों से वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और पेरेंट्स के अनुमति पत्र भी नहीं मांगे गए।
सांइस कॉलेज में 20 छात्र ही पहुंचे क्लास लेने :
साइंस कॉलेज में भी गेट पर तैनात गार्ड के पास न तो थर्मल स्कैनिंग मशीन और न ही सेनेटाइजर सहित अन्य कोई सामान था। यहां क्लास में भी सिर्फ 20 ही विद्यार्थी पहुंचे। उनके पास न तो पालकों का सहमति पत्र था और ना ही वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट।
केआरजी में पहुंचीं 965 छात्राएं :
केआरजी कालेज के प्राचार्य एमआर कौशल ने बताया कि पहले दिन 965 विद्यार्थी आफलाइन कक्षाओं के हिस्सा बने। वीआरजी कॉलेज के एडमिशन प्रभारी ने बताया कि पहले दिन सर्वाधिक संख्या ऐसी छात्राओं की रही, जो वैक्सीन का पहला डोज ले चुके हैं।
एसओएस में पहुंचे एक-दो छात्र :
जीवाजी विश्वविद्यालय की एसओएस के विभिन्न विभागों में एक-दो विद्यार्थी ही पहुंचे। जिससे ऑफलाइन क्लास भी संचालित नहीं हो पाईं। हालांकि गेट पर थर्मल स्कैनिंग करने, मास्क व सेनेटाइजर करने के बाद ही विद्यार्थी को प्रवेश दिया गया। एसओएस की कक्षा में जो छात्र पहुंचे भी थे उनके पास वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और अभिभावक अनुमति पत्र नहीं था।
पहले दिन की कुछ ऐसी रही स्थिति :
डा.भगवत सहाय शासकीय कालेज में 26 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
शा.केआरजी कालेज में 965 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
वीरांगना झलकारीबाई महाविद्यालय में 42 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
शासकीय संस्कृत महाविद्यालय में 10 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
वीआरजी कालेज में 48 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
शा.एसएलपी कॉलेज में 32 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
महारानी लक्ष्मीबाई उत्कृष्ट महाविद्यालय में 164 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
शा.आ.विधि महाविद्यालय में 20 विद्यार्थियों रहे उपस्थित
इनका कहना है :
पहले दिन कम संख्या में विद्यार्थी कॉलेज पहुंचे हैं। इसको लेकर सभी प्राचार्यों को निर्देश दिए जाएंगे कि वह छात्रों को कॉलेज आने के लिए कहे। कॉलेजों में कोविड गाइड लाइन का पालन निर्देशित किया जाएगा।
प्रो. एमआर कौशल, क्षेत्रीय अधिकारी, उच्च शिक्षा विभाग
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