Gwalior : करवा चौथ कल, बाजारों में उमड़ी भीड़
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। सुहागिन महिलाओं के सबसे बड़े पर्व करवा चौथ के नजदीक आते ही बाजारों में रौनक नजर आने लगी है। मेंहदी लगाने के लिए महाराज बाड़े पर युवक जहां फड़ लगाकर बैठ गए हैं, वहीं व्यूटूपार्लरों पर भी सजने संवरने के लिए महिलाओं की लाइन लग रही है। 13 अक्टूबर गुरूवार को करवाचौथ का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखेंगी। इस बार चंद्रमा रात्रि 8 बजकर 47 मिनट पर निकलेगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित गौरव उपाध्याय के अनुसार करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है । इस दिन विवाहित स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु की मंगल कामना के लिए इस व्रत को रखती है। करवा चौथ को कर्क चतुर्थी भी कहते हैं। इस बार चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 13 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से तथा समापन 14 अक्टूबर को दोपहर 3.08 पर होगा। पंजाबी परिषद द्वारा शाम 4 से 6 बजे तक सामुहिक करवाचौथ पूजन का कार्यक्रम सनातन धर्म मंदिर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें 400 सुहाहिन महिलाएं सोलह श्रंृगार कर एकत्रित होकर करवाचौथ का पूजन करेंगी। यह जानकारी परिषद के मीडिया प्रभारी राजू पंडित ने दी।
रोहिणी नक्षत्र में मनेगी करवा चौथ :
पौराणिक मान्यताओं अनुसार चंद्रमा का विवाह राजा दक्ष की 27 कन्याओं से हुआ था । यह कन्या 27 नक्षत्रों के नाम से जानी जाती हैं जिसमें से रोहिणी उनकी प्रिय पत्नी है। इस बार करवाचौथ के दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि बृषभ में तथा कृतिका एवम रोहिणी नक्षत्र में रहेगा । चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त है।। इस बार अनेक शुभ योग.....
बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी के अनुसार करवा चौथ का चंद्रोदय रात मैं पहाड़ी क्षैत्र में 8.10 पर उदय होगा। वहीं पूर्ण रूप से क्षितिज पर 8.32 पर चंद्रमा दिखाई देगा। कृतिका नक्षत्र रात्रि 7.26 तक रहेगा। उसके बाद रोहिणी नक्षत्र का संचरण और चंद्रमा का उच्च राशि वृषभ में होना वर्ष भर सुहागिन महिलाओं के लिए शुभता प्रदान करेगा। इसके साथ ही सिद्धि योग दोपहर 1.55 तक रहेगा। करवा चौथ का प्रारंभ सर्वार्थसिद्धि योग मैं होगा। शुक्रऔर बुध कन्या राशि में होने से लक्ष्मी नारायण योग बनेगा। इसके अलावा सूर्य और बुध के साथ होने से बुध आदित्य योग भी रहेगा। वहीं शनि अपनी राशि मकर में होंगे। और गुरु अपनी राशि मीन में होंगे। तथा बुध अपनी राशि कन्या में रहेंगे। तीनों ग्रह अपनी स्वराशि में रहेंगे। चंद्रमा अपनी उच्च राशि में रहेंगे।
जमकर हो रही पूजन सामग्री की खरीदारी :
शहर के हृदय स्थल महाराज के साथ सदर बाजार मुरार, हजीरा, किला गेट, घासमंडी, बहोडापुर सभी प्रमुख बाजारों में मिट्टी के करवे के साथ शक्कर के करवे तथा सींके बेची जा रही हैं। मिट्टी के करवे का मूल्य 20 रुपए तो डिजायनर मिट्टी के करवे का मूल्य लेकर 40 से 50 रुपए तक है। वहीं शक्कर के करवे 120 रुपए किलो के हिसाब से बेचे जा रहे हैं, जिसके तहत 20 रुपए से लेकर 100 तक करवा मिल रहा है। इसके साथ ही करवा चौथ का कैलेंडर 5 से लेकर 50 तक बिक रहा है।
पूजन विधि :
एक पटे पर जल से भरा लोटा एवं करवा में चावल भरकर रखें। दीवार पर अथवा कागज पर चंद्रमा तथा उसके नीचे शिव-पार्वती की चित्रावली बनाकर पूजा करें।
पूजन सामग्री :
करवा, दीपक, कपूर, हल्दी, कलश ,छलनी, तीलिया, दूध अगरबत्ती, चंदन, फूल, शक्कर, फल शहद, मिठाई, चूड़ी, कंघी, बिंदी, चुनरी, प्रसाद, सिंदूर, कुमकुम, महावर आदि।
करवा चौथ का सोलह श्रृंगार :
सिंदूर, मेहंदी, मंगलसूत्र, लाल साड़ी, चूड़ियां बिछिया, काजल, नथनी, झुमके, मांग टीका, पायल, कमरबंद ,बाजूबंद अंगूठी, गजरा।
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