अस्पताल में लाइन में खड़े मरीज
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Gwalior : गर्मी ने दिखाए तेवर तो बढ़े उल्टी और दस्त के मरीज

ग्वालियर, मध्यप्रदेश : मौसम में आए बदलाव के कारण लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। वातावरण में अचानक अधिक गर्मी होने से लोग बाजार में शीतल पेय पदार्थो का अधिक सेवन कर रहे हैं।

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। मौसम में आए बदलाव के कारण लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। वातावरण में अचानक अधिक गर्मी होने से लोग बाजार में शीतल पेय पदार्थो का अधिक सेवन कर रहे हैं। इससे कई लोगों को गले में खरास व छाले आदि की परेशानी हो रही है। वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विनीत चतुर्वेदी का कहना है ओपीडी में आने वाले मरीजों में 35 फीसद बच्चें उल्टी-दस्त की शिकायत है। कुछ बच्चों में पीलिया, टाइफाइड, बुखार, सर्दी-जुकाम व डिस एंट्री की पीड़ा भी देखने को मिल रही है।

डॉ. विनीत चतुर्वेदी ने बताया कि पांच साल तक के बच्चों में बुखार, सर्दी, खांसी व उल्टी दस्त की शिकायत तेजी से बढ़ी हैं। वहीं पांच से 15 साल के बच्चों में टाइफाइड, पीलिया व अस्थमा की पेरशानी है। इसके अलावा कुछ बच्चों में डिस एंट्री (लेट्रिन के रास्ते खून आना) की शिकायत भी सामने आई है। वहीं जयारोग्य अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉ. अजय पाल का कहना है अशुद्ध खानपान के कारण बच्चों व बड़ों में टाइफाइड, अशुद्ध पानी से पीलिया व यूरिन संक्रमण बढ़ा है। वहीं गर्मी में पसीना आने से बुजुर्गो में इलेक्ट्रोलाइट (सोडियम पोटेशियम) की कमी आई है। इससे उन्हें थकान, कमजोरी, घबराहट महसूस हो रही है। जयारोग्य अस्पताल की ओपीडी में गुरूवार को जो मरीज उपचार कराने के लिए पहुंचे। उनमें सबसे अधिक संख्या उल्टी-दस्त के मरीजों की थी।

यह सावधानी बरतें :

  • स्वच्छ रहें, शुद्ध जल व ताजे भोजन का सेवन करें।

  • हल्के कपड़े पहनें, धूप से बचें, पानी अधिक पीएं।

  • नींबू पानी, नारियल पानी, दही, छाछ आदि का सेवन करें। इससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा की पूर्ति होती है।

इनका कहना है :

गर्मियों के दिनों में बच्चों की पाचन शक्ति अक्सर कमजोर हो जाती है इसलिए बच्चों को हल्का तथा पौष्टिक भोजन ही दीजिये। साथ ही ठंडे और गर्म दोनों चीजों का साथ सेवन ना करने दें। ताज़ा और साफ खाना खिलाए। मौसम के अनुकूल फलों का सेवन बच्चों को कराए। जैसे तरबूज़, लीची, आम, जामुन आदि। अपने बच्चे को कच्चे आम का रस ज़रूर पिलाएं। अगर आपके शिशु की उम्र छह महीने से कम है और आप उसे केवल स्तनपान करवा रही हैं, तो उसे अतिरिक्त पानी देने की जरूरत नहीं है। गर्म मौसम में, हो सकता है आपका शिशु थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ज्यादा बार स्तनपान करना चाहे। आपके स्तन के दूध से उसे पर्याप्त तरल मिल जाएगा। इस तरह थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दूध पीने से उसे अतिरिक्त अग्रदूध भी मिल जाता है।

डॉ. विनीत चतुर्वेदी, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ

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