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Gwalior : महाविद्यालय को ग्रेडिंग देने देर शाम तक टीम ने किया निरीक्षण, देखी व्यवस्थाएं

ग्वालियर, मध्यप्रदेश : राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की पीयर टीम ने शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय (साइंस कॉलेज) का मंगलवार की देर शाम तक निरीक्षण किया।

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की पीयर टीम ने शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय (साइंस कॉलेज) का मंगलवार की देर शाम तक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण नवीन ग्रेडिंग के लिए कॉलेज का मूल्याकंन कर किया जा रहा है। इस दौरान नैक की टीम ने कॉलेज में मौजूद सुविधाओं के हिसाब से मार्किंग की। इन्हीं अंकों के आधार पर नैक द्वारा कॉलेज की ग्रेडिंग तय की जाएगी। कॉलेज प्रबंधन ने जिस तरह से तैयारी की हैं, उससे उन्हें उम्मीद है कि इस बार ए प्लस या ए ग्रेड मिलना चाहिए। बुधवार को भी टीम कॉलेज का निरीक्षण करेगी।

शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय (साइंस कॉलेज) में टीम सुबह 9 बजे पहुंची। महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. सरिता श्रीवास्तव ने सबसे पहले नैक टीम के समक्ष कॉलेज की सुविधाओं और गतिविधियों का प्रजेंटेशन दिया। इसके बाद पीयर टीम ने निरीक्षण शुरू किया। टीम ने क्लास रूम, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय सहित खेल गतिविधियों और एनसीसी, एनएसएस गतिविधयों को भी देखा। इसके साथ ही कॉलेज के शिक्षकों, कर्मचारियों से भी चर्चा की। यहां बता दें कि टीम बुधवार को भी महाविद्यालय का निरीक्षण करेगी और एक बंद लिफाफा कॉलेज प्राचार्य को सौंपकर जायेगी। उसमें महाविद्यालय की ग्रेडिंग लिखी होगी, लेकिन कॉलेज प्राचार्य उस लिफाफे को नैक की हरी झंडी मिलने के बाद ही खोल सकेंगे और अपनी ग्रेडिंग देख सकेंगे।

आधा घंटे तक बंद कमरे में की छात्रों से चर्चा :

नैक की पीयर टीम में आये विशेषज्ञों ने महाविद्यालय के एक बंद कमरे में करीब 30 मिनट तक वर्तमान और पूर्व छात्रों से बातचीत की। छात्रों से बातचीत के दौरान कॉलेज के किसी भी सदस्य को कक्ष में प्रवेश नहीं दिया गया।

टीम में बाहर से आए हैं ये विशेषज्ञ :

नैक की पीयर टीम में बाहर से तीन विशेषज्ञ आए हैं। इनमें प्रो. के मुरुगन चेयरमेन हैं। प्रो. एम.व्ही.बी. राव टीम में मेंबर कोर्डीनेटर हैं। वहीं डॉ.आशीष सननकर टीम में मेंबर है।

इससे पहले कॉलेज को बी ग्रेड मिला था :

इससे पहले शासकीय साइंस कॉलेज का नैक टीम द्वारा 2015 में निरीक्षण किया था। उस समय मौजूद सुविधाओं की मार्किंग की गई थी। जिसके आधार पर कॉलेज को नैक द्वारा 'बी' ग्रेड प्रदान की गई थी। उस समय जो भी कमियां थीं, जिनकी वजह से बी ग्रेड मिला था, उन कमियों को सुधारकर सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। इस वजह से प्रबंधन को इस बार ए+ या ए ग्रेड मिलने की उम्मीद है।

2016 से 2022 तक का देख रहे रिकार्ड :

नेशनल असिस्मेंट एंड एक्रिडिटेशन काउंसलि (नैक) के पीयर दल में शामिल सदस्य महाविद्यालय का वर्ष 2016 से लेकर वर्ष 2022 तक का रिकार्ड देख रहे हैं। महाविद्यालय की आईक्यूएसी टीम के सदस्य सुयश कुमार ने बताया कि मंगलवार को निरीक्षण अच्छा रहा। इसे देखते हुए हमें लग रहा है कि इस बार महाविद्यालय को ए+ ग्रेड मिल सकता है।

इनका कहना है :

नैक की टीम सुबह 9 बजे कॉलेज में आ गई थी। हमने नैक को जो एसएसआर रिपोर्ट भेजी थी, उसके अनुसार ही टीम मौजूद सुविधाओं का भौतिक सत्यापकन कर मार्किंग कर रही है। हमें उम्मीद है कि इस बार ए+ या ए ग्रेड महाविद्यालय को मिल सकता है।

डॉ. सरिता श्रीवास्तव, प्रभारी प्राचार्य, साइंस कॉलेज

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