जनजातीय संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में सीएम बोले- 'MP आज जनजातीय रंग में रंगा है'

भोपाल, मध्यप्रदेश। आज भोपाल में जनजातीय नायकों पर केंद्रित 'जनजातीय रणबांकुरे' चित्र वीथिका का लोकार्पण एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित है। इस अवसर पर सीएम ने कला प्रदर्शनी का शुभारंभ किया है।
जनजातीय संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम
जनजातीय संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रमSocial Media

भोपाल, मध्यप्रदेश। आज एमपी की राजधानी भोपाल में स्‍थित जनजातीय संग्रहालय में जनजातीय नायकों पर केंद्रित 'जनजातीय रणबांकुरे' चित्र वीथिका का लोकार्पण एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित है। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान आज सुबह राजधानी भोपाल में स्‍थित जनजातीय संग्रहालय में पहुंचे, उनके साथ प्रदेश की पर्यटन एवं संस्‍कृति मंत्री ऊषा ठाकुर समेत संस्‍कृति विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।

जनजातीय कलाकारों ने अपनी-अपनी परंपरानुसार सीएम का किया स्वागत :

मिली जानकारी के मुताबिक जनजातीय संग्रहालय में जनजातीय नायकों की स्थायी कला वीथिका का लोकार्पण कार्यक्रम में जनजातीय संस्कृति के विभिन्न एवं बेहद खूबसूरत रंग देखने मिले। वही जनजातीय कलाकारों ने अपनी-अपनी परंपरानुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का स्वागत किया। मुख्यमंत्री के स्वागत में जनजातीय कलाकारों ने गीत​ प्रस्तुत किया, इस अनोखी गायन शैली की मुख्यमंत्री ने सराहना की।

वहीं, जनजातीय नायकों की स्थायी कला वीथिका के लोकार्पण कार्यक्रम अवसर पर जनजाति कलाकारों का उत्साह बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके साथ नृत्य किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान बोले- भोपाल और मध्यप्रदेश आज जनजातीय रंग में रंगा है। हमारी संस्कृति, हमारी कला, हमारे नृत्य, हमारी परम्पराएं अद्भुत हैं और अद्भुत है जनजातीय समाज

जनजातीय संग्रहालय में सीएम ने किया कला प्रदर्शनी का शुभारंभ :

इसके बाद सीएम शिवराज ने जनजातीय संग्रहालय में नवनिर्मित चित्र दीर्घा 'जनजातीय रणबांकुरे' का लोकार्पण किया। जनजातीय रणबांकुरों के कृतित्व और बलिदान को समर्पित यह दीर्घा अत्यंत ही मोहक और प्रेरक है। सीएम शिवराज इस दौरान खुद भी आदिवासी रंग में रंगे नजर आए। सीएम ने इस अवसर पर 15 नवंबर को जंबूरी मैदान पर आयोजित होने जा रहे जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले प्रदेशभर के लगभग 700 आदिवासी कलाकारों से भी संवाद किया।

जनजातीय भाई-बहनों के साथ ऐसा लगा जैसे स्वर्ग में आ गए हों : CM

इस अवसर पर सीएम ने कहा कि जनजातीय भाई-बहनों के साथ ऐसा लगा जैसे स्वर्ग में आ गए हों। राजा संग्राम शाह जनजातीय समुदाय के बड़े योद्धा थे। इसलिए कला संस्कृति के क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों को प्रतिवर्ष राजा संग्राम शाह के नाम पर 5 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। राजा संग्राम शाह ने 52 गढ़ों पर शासन किया। प्रतिवर्ष जनजातीय कला, संस्कृति, नृत्य व गीत के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले जनजातीय भाई-बहन को राजा संग्राम शाह सम्मान पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

CM ने वचन देते हुए कहा- जनजातीय समुदाय विकास की दौड़ में पीछे नहीं रहेगा

आगे सीएम शिवराज ने कहा कि हमारे आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिण सशक्तिकरण का अंग भी है यह जनजातिगौरव दिवस। जनजातीय भाई-बहनों के विकास व जनता के कल्याण के लिए कल का दिन मील का पत्थर साबित होगा, मैं आपको वचन देता हूं कि हमारा जनजातीय समुदाय विकास की दौड़ में पीछे नहीं रहेगा। हमारे बेटा-बेटी पढ़ेंगे, आगे बढ़ेंगे।

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