इंदौर नगर पालिका निगम के बजट पर सदन में चर्चा
इंदौर नगर पालिका निगम के बजट पर सदन में चर्चाRE -Indore

Indore Nagar Nigam : भरी सदन में भाजपा के पार्षद ने ही अमृत योजना की पोल खोल दी, हंगामे के बीच बजट पर चर्चा

महापौर ने कागज के फूलों से खुशबू लाने की कोशिश की है। हर वार्ड में हॉकर जोन बनाया जाएगा, आज हालत सबके सामने है। हर वार्ड में संजीवनी क्लीनिक खुल जाएगा। आज 15 वार्ड में भी नहीं खुला है।

इंदौर। शुक्रवार को इंदौर नगर पालिका निगम के बजट पर सदन में चर्चा हुई। चर्चा की शुरुआत ही हंगामे से हुई और हंगामा लगातार चलता रहा। बैकफुट पर चल रहे विपक्ष की उस समय बांछे खिल गई, जब एक भाजपा पार्षद ने ही भाजपा परिषद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भरी सदन में माइक पर बोला कि यह क्या बात हुई कि केवल भाजपा की ओर से महापौर परिषद सदस्य ही अपनी बात रखेंगे। पार्षद भी चुने हुए हैं, उन्हें बोलने का मौका दिया जाए।

यह मोर्चा भाजपा के ही पाषर्द लालबहादुर वर्मा ने खोलते हुए कहा कि मैं कोई नया पार्षद नहीं हूं, चार बार, दो बार मेरी बहन और दो बार मैं स्वयं पार्षद हूं। इसके बाद भी मेरे वार्ड में गंदे पानी की समस्या है, जिसका निवारण नहीं हो रहा है। मैं सभापति को भी इसके बारे में बता जा चुका।

शैम-शैम के नारे सदन में लगने लगे

इतना सुनते ही कांग्रेसी पार्षद कुर्सी से खड़े हो गए और शैम-शैम के नारे लगाने लगे। उनका कहना था कि अमृत योजना के तहत किस तरह काम हो रहा है, इसकी पोल खुल गई। इसी को लेकर पूर्व नेताप्रतिपक्ष फौजिया अलीम ने सदन में पार्षदों को चैलेंज दिया कि कोई भी पार्षद यह कह नहीं सकता कि उनके वार्ड में गंदा पानी नहीं आता। न ही वार्ड में टैंकर की जरूरत पड़ती है। भाजपा पार्षद लालबहुदर वर्मा को बयान को लेकर काफी देर तक सदन में हंगामा चलता रहा।

कोई भी झूठ बोलू तो सार्वजनिक रूप से माफी मागूंगा

नेता प्रतिपक्ष ने सदन में अपनी बात शुरू करने के पूर्व गुरुवार को सदन में जो सभापति का अपमान किया था, उसको लेकर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मैं जो भी कह रहा हूं। यदि इसमें कुछ भी झूठ होगा, तो मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगूगा। मांफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता, कर्म से बड़ा होता। इस पर विपक्षी पार्षदों ने कहा कि अच्छे कर्म ही होते, तो माफी नहीं मांगना पड़ती है। इसको लेकर हंगामा शुरू हो गया। इस पर श्री चौकसे ने कहा कि बीच में बोलना बंद कर दो मैं शाम भी हो जाए, तो अपनी बात रखूंगा। सच्चाई छुप नहीं सकती झूठी बातों से, खुशबू आ नहीं सकती कागज के फूलों से। महापौर ने जो बजट पेश किया है, वो कुछ इसी तरह का है।

महापौर ने कागज के फूलों से खुशबू लाने की कोशिश की है। 2050 के नाम पर सब्ज बाग दिखाए, जैसे निर्वाचित होने के बाद 100 की कार्ययोजना के नाम पर दिखाए थे। निर्वाचन के बाद तीन प्राथमिकता दी थी, राजबाड़ा, गोपाल मंदिर को पूरा करने की थी, लेकिन यह पूरा नहीं हो सका। बडग़णपति से श्रीकृष्ण छत्री तक सड़क बनाने की बात कही थी, लेकिन यह सड़क नहीं बनी। सड़क बनी भी तो घटिया सड़क बनी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं। शहर की प्रमुख सड़कों का काम तीन माह में पूरा हो जाएगा, इस बजट में इन सड़कों का प्रावधान रखा गया है। हर वार्ड में हॉकर जोन बनाया जाएगा, आज हालत सबके सामने है। एलईडी लाइट को लेकर घोषणा की थी हर वार्ड में संजीवनी क्लीनिक खुल जाएगा। आज वार्ड 15 में भी नहीं खुला है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सिस्टम का भी यही हाल है। आज यातायात की हालत बदतर है। 100 की कार्ययोजना में 104 उद्यानों को विकसित करने की बात कही थी, लेकिन कागजों में सिमटा हुआ है। शहर को क मुक्त की बात थी, आज भिक्षुक केंद्र बंद है।

क्या फ्री वाय-फाय से इंदौर डिजिटल हो जाएगा

सोलर सिटी कैसे बनेगी, इसको लेकर बजट में कोई जिक्र नहीं किया गया है। डिजिटल सिटी के लिए 60 करोड़ का प्रावधान है। 150 केंद्रों पर वाईफाई देने पर क्या इंदौर डिजिटल हो जाएगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कहा गया था कि स्मार्ट सड़कें बनेगी। सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे, फ्री वायफाय होगा। आज ऐसा कुछ नहीं है। केवल फ्री का वाईफाई इंदौर को डिजिटल नहीं बना सकता। क्लीन सिटी की बात कही, 6 वर्ष से इंदौर क्लीन सिटी है। नए काम क्या होंगे। इसकी कोई कार्यजोना नहीं रखी। कचरे से बिजली बनाने की कार्य योजना नहीं रखी। हर वार्ड में योग सेंटर बनाने की बात कही, लेिकन क्या एक केंद्र पर पूरा वार्ड इसमें योगा कर लेगा।

नगर निगम की प्राथमिकता सफाई, सड़क, पानी का है, जो इंदौर शहर को गंदे पानी के रूप में पानी मिल रहा है, बड़ी समस्या है। ग्रीन सिटी की बात करें, तो पेड़ों की कटाई आयुक्त की अनुमति के बिना की जा रही है। ग्रीन सिटी के लिए क्या करेंगे। नहीं बताया। पौधारोपण हर साल हो रहा, ऐेसे में ग्रीन सिटी कैसे बनेगी। यातायात को बेहतर करने के लिए कोई कार्यजोना पेश नहीं की गई है। सेवन आई बताए गए, लेकिन इस दिशा में काम की मोहताज है। इनोवेशन स्वच्छता के क्षेत्र में किया, उसकी सभी ने तारिफ की। नाला टेपिंग में क्या हुआ, पूरे शहर को मालूम है। करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी गंदा पानी बह रहा है। इसमें ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत है। इसे सबके सामने लाना होगा। देवी अहिल्या लोक निर्माण की बात बजट में कही गई है, लेकिन में क्या होगा, कैसे होगा, इसकी बात बजट में नहीं कही गई है। पिछले वर्ष के बजट में भी अमृत योजना के लिए रखा. कोविड आया, मीटिंग की। इसको लेकर विरोध शुरू हो गया।

स्वास्थ्य मंत्री कहां गायब हो गए थे

भाजपा पार्षदों का कहना था कि हम लोगों के बीच में थे न कि मीटिंग कर रहे था. आप लोग मीटिंग कर रहे होगे। इस पर कांग्रेसी पार्षदों ने कहना शुरू कर दिया कि कोराना के दौरान स्वास्थ्य मंत्री कहां गायब थे। सत्ता के सहयोग से मदद कर रहे थे, लेकिन हम तो व्यक्तिगत रूप से काम कर रहे थे। इस पर किसी कांग्रेसी पार्षद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मीटिंग के लिए बुलाया था। इस पर भाजपा के पार्षदों का कहना था कि कमलनाथजी ने बुलाया होगा। इस बात को लेकर जो हंगामा शुरू हुआ, तो कोविड काल के दौरान हुई मौत, अव्यवस्थाओं आदि के मुद्दे उठने लगे। कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि जब कोविड काल था, तब सरकार खरीद-फरोख्त में लगी थी। हंगामा बढ़ते देख महापौर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को बोलने दे। इसके बाद मामला शांत हुआ।

2021 से हम लगातार अमृत 2, अमृत 2 कर रहे हैं

अमृत योजना के नाम से तीन वर्ष से अमृत 2 योजना के नाम से छलावा कर रहे हैं। ऐसा कौन पार्षद है, जो कसम खाकर कह दे कि उनके वार्ड में गंदा पानी आएगा। हम कह रहे लोगों से अमृत आएगी, अमृत आमृत आएगी, लेकिन कब आएगी। अब तक न डीपीआर बना है और न कुछ हुआ है। कब तक हम जनता से झूठ बोले। आज की कंडिशन में हमारे पास पानी पर्याप्त है। अभी राहत देने के लिए प्राथमिकता होना चाहिए, यह मेरा महापौर से आग्रह है। स्वच्छ भारत मिशन में 121 करोड़ के बजट में कचरा वाहन खरीदी के लिए कोई प्रावधान नहीं दिया गया। मेरे खुद के वार्ड में 15 दिन से समय पर श्याम नगर, वीणा नगर में कचरा नहीं उठ रहा है।

श्री चौकसे ने कहा कि सफाई कर्मचारी पर बंदूक तानी जा रही है और निगम के अधिकारी ने कोई एफआईआर नहीं कराई। इससे कर्मचारियों को मनोबल कम होता है। विनियमित के स्थान पर नियमित किया जाए। किसी अधिकारी का दिमाग खराब हुआ सस्पेंड किया जाए। सीवरेज तंत्र के लिए 1451 करोड़ का प्रावधान है। 2008-15 बिजलपुर से कबीटखेड़ी तक 80 करोड़ का व्यवस्थित काम हुआ। फिर क्या जरूरी था कि सरवटे बस से राजकुमार तक 50 करोड़ तक नई लाइन डालने का काम शुरू किया। पिछला काम सही नहीं था, तो ठेकेदार को कोई नोटिस दिया गया।

हिन्दुस्तान कैसे खतरे मैं है बताएं, सभापति को घेरा

कांग्रेस की पार्षद और गत वर्ष की पूर्व नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख ने लाडली बहना योजना का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कोरोना में कई महिलाओं के पतियों की मौत हो गई। वह बेचारी दर-दर भटक रही हैं। उनके पास कमाई का कोई साधन नहीं है। चैनलों पर सारी सच्चाई दिख रही है, लेकिन सरकार ने उसके लिए कुछ नहीं किया। बल्कि लाडली बहन योजना चालू कर दी। उन्होंने कहा कि महापौर ने ग्रीन सिटी, सोलर सिटी और डिजीटल सिटी की घोषणा कर दी लेकिन समय सीमा नहीं बताई। फौजिय शेख के लंबे भाषण पर बिफरे भाजपा पार्षदों ने कहा कि फालतू की बकवास ना करें। शेख ने कहा की मुझे अपनी बात कहने दें, मैं तो सुझाव दे रही हूं। क्या वह भी नहीं सुने जाएंगे। उन्होंने अपना भाषण खत्म करते हुए यह शेर पढ़ा----

न हिन्दू खतरे में न मुसलमान खतरे में है।

धर्म का चश्मा उतारकर देख हिंदुस्तान खतरे में।।

सदन में फौजिया अलीम द्वारा अंत में पढ़े गए शेर को लेकर भाजपा पार्षदों ने आपत्ति ली। उनको कहना था कि यह हिंदुस्तान का अपमान है। फौजिया शेख बताएं कि हिंदुस्तान कैसे खतरे में है? इसके लिए माफी मांगे। इसके बाद भाजपा पार्षदों ने सभापति को घेरा और कहा की हिंदुस्तान हमारी शान है। फौजिया इसके लिए माफी मांगे। इस पर शेख ने कहा कि भाजपा मुखबिरों की पार्टी है। गांधी के हत्यारे गोडसे की पार्टी है। शेख ने कहा कि जितना हिंदुस्तान तुम्हारा है, उतना हमारा भी है। जितने बलिदान तुमने दिए हैं, उतने ही बलिदान हमने भी दिए हैं। आप बता दो कि राहुल गांधी के साथ जो हुआ, जो हो रहा है, उससे देश और संविधान खतरे में है या नहीं है। इसके बाद भाजपा पार्षद हिंदुस्तान जिंदाबाद, भारत माता की जय, जय श्री राम के नारे लगाने लगे।

गाय माता को लेकर हो गया हंगामा

कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी की भाषण के बीच भी हंगामा हो गया। उन्होंने जीते जी गाय माता की तो कद्र की जाती है, लेकिन मरने के बाद वो माता नहीं रहती। खादी ग्राम उद्योग को शव ले जाने के लिए ठेका दिया है। वो शव ले जाते चमड़े निकाल लेते हैं। हड्डी निकालकर बेच जाते हैं। भाजपा के पार्षद श्री कुलवाड़े ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि गाय को लेकर आपके मन में दुर्भवना है। आप गलत बात का उपयोग कर रहे हैं। गाय के बारे में आपकी भावना अच्छी नहीं है। इस पर अनवर कादरी ने कहा कि मैं गाय माता के अंतिम संस्कार की बात कर रहा हूं। मेरे किसी बात से तकलीफ पहुंची हो तो माफी मांगता हूं, मैं आपका दिल दुखाना नहीं चाहते हैं। उन्होंने श्वानों को लेकर जो टेंडर दिया वो एनजीओ काम नहीं कर रहे हैं। शहर के चारों ओर आवारा श्वन के लिए शेल्टर बनाए जाएं, ताकि लोगों को आवारा कुत्तों ने निजात मिले और कुत्तों को भी शेल्टर में भोजन और रहना की जगह मिले।

यह तो सोनिया गांधी की सीसी हैं

कांग्रेस पार्षद यशस्वी पटेल एक मात्र ऐसी पार्षद थी, जिन्होंने हिंगिल्श यानि अंग्रेजी और हिन्दी को मिलाकर अपना भाषण दिया। उन्होंने कहा कि शहर में पानी के वितरण में भेदभाव हो रहा है। पलासिया क्षेत्र में पर पर्सन 400-500 लीटर है, वहीं कुछ क्षेत्रों में पर पर्सन कुछ ग्लास वॉटर मिल रहा है। यशस्वी पटेल के हिन्दी-इंग्लिश में दिए गए बजट को लेकर जब भाजपा पार्षदों ने कह दिया कि हमारे आधे पार्षदों को अंग्रेजी के कारण उनका भाषण समझ में नहीं आया। वो तो सोनिया गांधी की सीसी हैं। इस पर कांग्रेसी पार्षद रुबीना इकबाल और अन्य ने विरोध शुरू कर दिया और हंगामा हो गया।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com