जबलपुर : बैंकों के निजीकरण के विरोध में एकजुट हुए अधिकारी, कर्मचारी

जबलपुर, मध्यप्रदेश : बैंकों के निजीकरण के विरोध में सार्वजनिक बैंकों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सोमवार से पूर्ण हड़ताल प्रारंभ कर दी गई।
बैंकों के निजीकरण के विरोध में एकजुट हुए अधिकारी, कर्मचारी
बैंकों के निजीकरण के विरोध में एकजुट हुए अधिकारी, कर्मचारीसांकेतिक चित्र

जबलपुर, मध्यप्रदेश। बैंकों के निजीकरण के विरोध में सार्वजनिक बैंकों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सोमवार से पूर्ण हड़ताल प्रारंभ कर दी गई। शहर के सभी सार्वजनिक बैंकों में ताले लटके रहे और सिविक सेंटर में दिनभर बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा नारेबाजी प्रदर्शन किया गया। हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों की ओर से आम जनता से यह भी अपील की गई कि 16 मार्च को भी बैंक हड़ताल में शामिल हों और हड़तालियों का मनोबल बढ़ायें।

यूएफबीयू जबलपुर संयोजक एवं भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ संयोजक विजय मिश्रा ने बताया कि यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आव्हान पर बैंक कर्मचारियों द्वारा भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित बैंकों के निजीकरण का विरोध किया जा रहा है। सरकार द्वारा सार्वजनिक बैंकों से जनधन योजना के खाते, मुद्रा लोन, अन्य सरकारी योजनाओं के ऋण एवं नोटबंदी आदि के कार्य कराये गये तब सार्वजनिक बैंकों को निजीकरण करने का नहीं सोचा गया। प्रदर्शनकारियों की ओर से बताया गया कि सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण के कारण आम जनता का पैसा असुरक्षित हो जायेगा। वर्तमान में बैंकों के मर्जर के पश्चात 20 से घटकर 12 ही सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक रह गये हैं। यदि इन चार बैंकों का भी निजीकरण कर दिया जाता है तो मात्र 10 बैंक ही सार्वजनिक क्षेत्र के रह गये हैं। इससे गरीब जनता, किसान वर्ग, मजदूर एवं छोटे व्यापारियों को बैंकिंग सुविधा में अत्याधिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पत्रकारवार्ता के दौरान स्टेटे बैंक ऑफ इंडिया अवार्ड स्टॉफ उपमहासचिव राजेश कुमार कठल, स्टेट बैंक के आशीष सेन, प्रशांत खरे, विनोद जोशी, भूपेन्द्र बरकड़े, रिषी पांडे, अधिकारी संघ के विवेक रंजन चौबे, पंकज गुप्ता, संजय बघेल, तरूण डेकाटे, बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अंकित अवस्थी, संतोष गुप्ता, संजय खरे, पवन कुमार, राहुल सिकरवार पीएनबी के संजीव कुमार सिंह, अल्का कुमारी, धीरेन्द्र वर्मा, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एचसी पटेल, सुनील गुप्ता, बीओआई के शशांक सिंहा, केनरा बैंक के सतीश समन, अनुपम पांडे, इंडियान बैंक के संतोष पटैल, निशंात बड़ेरिया, इंडियन ओवरसीज बैंक के मनोज कोष्टा, बैंक ऑफ बड़ोदा के श्रेयांस मोतयानी आदि ने आमजनों से हड़ताल के समर्थन की अपील की है।

षडयंत्र पूर्वक बैंकों का निजीकरण कर रही केन्द्र सरकार : भाकपा

निजीकरण के विरोध में सोमवार को सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों की हड़ताल का समर्थन करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से हड़ताल कर्मियों के सहयोग का आह्वान किया गया। इसी तारतम्य में कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद की बैठक का आयोजन हुआ। इसमें पार्टी राज्य सचिव अरविंद श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार द्वारा एक-एक करके राष्ट्रीय संस्थानों और परिसंपत्तियों का निजीकरण किया जा रहा है। बैंकों के निजीकरण का विरोध करते हुए पार्टी की ओर से बताया गया कि इससे ग्रामीण जीवन और भी शोषित हो जाएगा। बैठक में जिला सचिव राजेन्द्र कुप्ता, एसके मिश्र, पीके बोस, एसवी रानडे, मुस्तफा अंसारी, शफीक नेता, शिवकुमार चौधरी, कृष्ण कुमार चौधरी, रामरतन पारस, डीडी खम्परिया, आरएस तिवारी, डीके सिंह, आरपी त्रिपाठी, मानिकपुरी, अजय आदि मौजूद रहे।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com