चोरी की कई वारदात मगर जयंत चौकी पुलिस मस्त, मामला दर्ज करने से भी बच रहे

सिंगरौली : कई घरों में एक साथ चोरी की कई वारदात होने के बाद भी पुलिस की नींद नहीं खुले तो इसे क्या कहेंगे। घटना के शिकार लोग मामला दर्ज कराने जाएं तो पुलिस अनसुना कर दे तो बेचारा फरियादी क्या करे।
चोरी की कई वारदात मगर जयंत चौकी पुलिस मस्त
चोरी की कई वारदात मगर जयंत चौकी पुलिस मस्तप्रेम एन गुप्ता

सिंगरौली, मध्यप्रदेश। जयंत कई घरों में एक साथ चोरी की कई वारदात होने के बाद भी पुलिस की नींद नहीं खुले तो इसे क्या कहेंगे। घटना के शिकार लोग मामला दर्ज कराने जाएं तो पुलिस अनसुना कर दे तो बेचारा फरियादी क्या करे। जिले में जयंत चौकी पुलिस का ऐसा ही लापरवाह रवैया देखने में आया है। इस हालत में फरियादी क्या करे, उनको समझ नहीं आ रहा।

हालात यह है कि कई घरों में चोरी का मामला दर्ज कराने के लिए पीड़ितों के आवेदन पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की और ना ही एफ आई आर दर्ज की । अब पीड़ित परिवारों का सवाल है कि वे न्याय के लिए कहां जाएं।

यह है पूरा मामला

मामला जिले के विंध्यनगर थाना अंतर्गत जयंत पुलिस चौकी के लक्ष्मी मार्केट गैस गोदाम बस्ती का है, जहां पर 5 घरों में चोरों के द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया जाता है। घटनाक्रम की शिकायत को लेकर जब पीड़ित परिवारों ने सामूहिक रूप से जयन्त पुलिस चौकी में आवेदन दिया तो पुलिस ने महज कोरम पूर्ति के लिए आवेदन ले लिया परंतु संबंधित घटनाक्रम को लेकर मामले पर अब तक कोई कार्यवाही शुरू नहीं की।

पाँच पीड़ितों सहित बस्ती वासियों के आवेदन को जयन्त पुलिस ने किया दरकिनार

लक्ष्मी मार्केट गैस गोदाम बस्ती के पांच घरों में चोरी की घटना से बस्ती वासियों में दहशत फैल गई है हर कोई सहमा है काबिले गौर है कि गैस गोदाम की इन बस्तियों में अधिकतर रहने वाले दिहाड़ी मजदूर हैं जो कि, मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं । चोरी की घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर बस्ती वासियों ने आक्रोश ब्याप्त है ।

जयन्त पुलिस के कारनामे

सिर्फ चोरी की ही घटना की ही बात नहीं है बल्कि इस समय जयंत पुलिस चौकी क्षेत्र में ही नहीं बल्कि जिले के अंदर बेहद चर्चित चौकी बन चुकी है और ऐसा हो भी क्यों ना क्योंकि जयंत पुलिस के कारनामे इन दिनों लोगों को अचरज में डालने के लिए पर्याप्त हैं फिर चाहे जयंत पुलिस के कर्मचारियों के द्वारा शराब पीकर उत्पात मचाना हो या फिर एनसीएल के आवासों का ताला तोड़कर कब्जा करने जैसी घटनाएं सामने आने से पुलिस की छवि की किरकिरी हुई है। चूँकि जयन्त क्षेत्र उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला क्षेत्र है अंतरराज्यीय क्षेत्र की सीमा पर स्थित जयन्त कोयला खदान में सक्रिय कोयला कबाड़ डीजल माफियाओं के मामलों पर भी पुलिस निष्क्रिय नजर आ रही है या फिर यह कहना भी गलत नहीं है कि पुलिस पर इन दिनों चोरों से लेकर सीकेडी माफियाओं पर निष्क्रिय है जयन्त पुलिस।

साठ लाख की डकैती के मामले में बहुत से अनसुलझे सवाल

विगत कुछ माह पूर्व जयंत क्षेत्र में एनसीएल कर्मचारी के घर हुई डकैती की गंभीर वारदात जिस तरह से निकल कर सामने आई थी उस घटनाक्रम को भले ही पुलिस ने सुलझा लिया है परंतु बहुत कुछ अभी सुलझाना बचा हुआ है संबंधित मामले पर यदि गौर करें तो मामले की शिकायत पुलिस के पास में 2 लाख की होती है लेकिन संबंधित मामले में पुलिस ने बरामद किए थे लगभग साठ लाख का माल। इस मामले में आखिरकार एक केंद्रीय कर्मचारी के पास इतना ज्यादा रकम कहां से आई एवं जिस व्यक्ति का यह कैश पड़ा था उसकी तरफ से पुलिस में शिकायत दर्ज क्यों नहीं कराई गई विभिन्न पहलुओं पर यदि जांच हो तो लगभग सीकेडी माफियाओं से जुड़े तार तक पुलिस पहुंच सकती है परंतु इस पूरे मामले पर जैसे कोरम पूर्ति कर छोड़ दिया गया आखिरकार क्या वजह रही कि दूसरे व्यक्ति के द्वारा पुलिस को आवेदन नहीं दिया गया एवं पुलिस भी संबंधित मामले पर किसी भी प्रकार की सक्रियता नहीं दिखाई ।

वहीं जयंत पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत कार्य करने वाली समानता कंपनी में भी चोरी की वारदातों के बाद भी जयन्त पुलिस ने नहीं लिया सबक , काबिले गौर है कि समानता कंपनी से रोलर काफी मात्रा में चोरी हुए थे जिसे की जेल पुलिस ने कानपुर से जाकर बरामद कर लिया था वहीं इस घटना के बाद दूसरी बड़ी चोरी की वारदात बिजली के केवल चोरी की थी। सबसे महत्वपूर्ण चीज समानता कंपनी के मामले में गौर करने वाली है बातें की समानता कंपनी के द्वारा सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही कंपनी का रजिस्ट्रेशन नहीं है बगैर रजिस्ट्रेशन की ही सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर संविदा कर के द्वारा मनमानी की जा रही है इसके बावजूद भी कंपनी संविदा कार को बकायदा इसका भुगतान भी कर रही है और इस मामले पर संविदा कार के ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रही।

एनसीएल जयन्त सेक्युरिटी के पाँच से छः लोगों पर पीड़ित महिला का घर गिराने के मामले पर एफ आई आर हुई मामले पर कोई कार्यवाही होने की बजाय केस खात्मे पर ज्यादा जोर , जो कि पुलिसिया कार्यवाही पर सवालिया निशान लगा रहा है।

पुलिस अधिकारियों के कई तर्क

जयन्त चौकी क्षेत्र में हुई पांच चोरियों के मामले पर जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने जिस तरह से अपने तर्क दिए हैं वह गले से नहीं उतर रहा है संबंधित मामले पर थाना विंध्यनगर के टीआई फोन उठाना तक मुनाशिब नही समझा ।

मामले पर चौकी प्रभारी जयन्त ने कहा, 'कल से मामले पुलिस कार्यवाही में लगी हुई है जांच चालू है ।'

मामले पर सीएसपी ने कहा कि, 'मैं पता करके बताता हूँ , पहले जानकारी तो ले लू ।'

इनका कहना :

जिले की बड़ी जिम्मेदारी होने के वजह से हर घटना मेरे संज्ञान में नहीं होती हैं और यदि कोई बड़ी वारदात होती या कोई बड़ी घटना होती तो मेरे संज्ञान में जरूर आती हर घटना का स्तर रहा होता है इस मुद्दे बारे में सीएसपी साहब से आप बात कर सकते हैं , बहरहाल आपके माध्यम से मामला मेरे संज्ञान में आया है जांच की जाएगी।

अनिल सोनकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिंगरौली

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