Anuppur : सुनील द्वय के राय से आनंद ले रहे शराब तस्कर

कोयलांचल के क्षेत्र थाना बिजुरी में इन दिनों शराब तस्करी को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। छत्तीसगढ़ सीमा से बिजुरी के सटे होने के कारण छत्तीसगढ़ में शराब की तस्करी बड़ी आसानी से की जा रही है।
सुनील द्वय के राय से आनंद ले रहे शराब तस्कर
सुनील द्वय के राय से आनंद ले रहे शराब तस्करसांकेतिक चित्र
संक्षिप्त विवरण : जिले के कोयलांचल क्षेत्र बिजुरी में सुनील द्वय के माध्यम से तस्करों को तस्करी में बड़ा आनंद आ रहा है। राय जी के बिजली के ठेके ने जब से सुनील द्वय से परामर्श और राय लेना शुरू किया है तब से बिजुरी का हर गली मोहल्ला मयखाने में तब्दील होकर झूम रहा है। दूसरे शब्दों में कह दो अवैध तस्करी कर कमीशन के बेस में राय के दो नुमाइंदों ने युवा पीढ़ी को शराब के नशे में डुबो रखा है, थाना प्रभारी के परिवर्तित होने से कारवाही की आस लगाए बैठे चंद समाजसेवियों के पास पर भी सुनील द्वय की जुगल जोड़ी का जलवा बिखेर दिया गया और थाने की भी घंटी ठेके के संचालक द्वारा गांधी के बल पर बजा दी गई। इन दिनों नगर में गली गली शराब की अवैध पैकारी मैक्स, बोलेरो, ओमनी के जरिए नगर में शराब की खेप पहुंचाई जा रही है।

अनूपपुर, मध्यप्रदेश। कोयलांचल के क्षेत्र थाना बिजुरी में इन दिनों शराब तस्करी को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। बिजुरी नगर सहित के आसपास के गांव में संचालित होटल, ढाबे, किराने स्टोर हो या जरनल स्टोर, हर गली मोहल्ले में देशी एवं अंग्रेजी शराब आसानी से मिल जाती है। छत्तीसगढ़ सीमा से बिजुरी के सटे होने के कारण छत्तीसगढ़ में शराब की तस्करी बड़ी आसानी से की जा रही है। बिजुरी क्षेत्र के कोठी, के आसपास अन्य गांवों में देशी सहित अंग्रेजी शराब की खपत प्रचुर मात्रा में अवैध तरीके से की जा रही है, जिस पर ना तो अधिकारी विभाग कोई कार्यवाही करता है और ना ही पुलिस विभाग का ध्यान इस अवैध पैकारी पर जाता है। वहीं शाम होते ही नगर व आसपास के सभी ढाबे अहाते में तब्दील हो जाते हैं, देशी हो या विदेशी हर प्रकार की शराब ढाबो में सरकारी कीमतों से कुछ ज्यादा पैसों में मिल जाती है। नगर की लायसेंसी शराब दुकानों द्वारा अपने चार पहिया वाहनों से शराब की आपूर्ति की जाती है जिसकी पूरी सूचना स्थानीय पुलिस समेत जिला के मुखिया को भी होती है।

सुनील द्वय के देख रेख में पैकारी का आनंद :

ठेका मिलते ही सुनील द्वय द्वारा राय साहब के कमाई के विभिन्न तरीकों एवं विभिन्न आयामों से उनका परिचय कराया साथ ही बिजली की हर गली मोहल्ले में बिक रही अवैध शराब के अन्य ठेकेदारों से भी आनंद साहब का परिचय दोनों करामतियों ने करवा दी जिसके बाद से तस्करी का सिलसिला जोर शोर से बिजली थाना क्षेत्र अंतर्गत जारी है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों के शराब ठेकेदार एक ही नीति के तहत अपने इस कारोबार को बढ़ाते हैं जिसका प्रथम सिंद्धांत होता है। अधिकारियों का मैनेजमेंट जिसके लिए दलाल तैनात किये जाते हैं और उनका काम होता है, आबकारी विभाग तक उनका हिस्सा पहुंचाना। जिसके लिए शराब ठेकेदार ने अपना आदमी जिला मुख्यालय तक में नियुक्त कर रखे हैं। जिसमें पूर्व के ठेकेदार पहले से ही परिपक्व होते हैं वही परिपक्वता के कारण नए ठेकेदार को बड़ी आसानी से अवैध तस्करी के विभिन्न तरीकों से परिचित करा देते हैं। यह सिलसिला यहीं नहीं थमता, इसके बाद बारी आती है पुलिस मेनेजमेंट की। जिसके लिये लोकल थानों की बोली लगाई जाती है, बोली कम से कम छ: अंको पर आधारित हो डील पक्की कर यह निर्धारित किया जाता है कि शराब ठेकेदार कागजी कार्यवाही पुख्ता करने के लिए हर माह एक से दो केस थाने आकर बनवाएंगे। ताकी इस अवैध कारोबार के दाग थानेदार की वर्दी पर न लगे। डील पक्की हो जाने के बाद थानेदार साहेब ढाबों और पैकारी को सुरक्षा मुहैया कराते हैं।

मनेंद्रगढ़ पहुंच रही शराब की खेप :

पूर्व में संचालित ठेके से अनुभव लिए एवं ज्ञान प्राप्त सुनील द्वारा राय साहब के नए ठेके को भी अपने अनुभव का पूरा आनंद दे रहे हैं जिस अनुभव से सुनील द्वारा लाखों करोड़ों का कारोबार ठेका रहते किया गया था उसी अनुभव के माध्यम से राय साहब को भी यू आर यू तस्करी का ज्ञान दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश भर में शराब पर पाबंदी लगा दी गई है जिसका फायदा उठाते हुए कम दामों में शराब सीमा से लगे बिजुरी थाना क्षेत्र से सरगुजा जिले में भेजी जाती है। समय-समय पर काली फिल्म लगे चार पहिया वाहनों से सैकड़ों लीटर शराब मनेन्द्रगढ़ तक पहुंचाई जाती है। यही कारण रहा की बिजुरी में संचालित शराब दुकान का ठेका अन्य क्षेत्रों की तुलना में महंगा होता है और बिजली में बैठे शराब ठेकेदार व तस्करों का जलवा भी जिले के अन्य जगह से ज्यादा बरकरार रहता है। जगह-जगह बिक रही शराब में प्रचुर मात्रा में मिलावटी शराब भी बड़ी आसानी से बेच दी जाती है।

पैकारी में बिजुरी अव्वल :

कोयलांचल के बिजुरी क्षेत्र छत्तीसगढ़ सीमा से लगे हुए हैं। जहां से दिन के उजाले और रात के अंधेरे में बेखौफ हो आसानी से छत्तीसगढ़ तक पहुंचाई जाती है। यही नहीं आसपास का ऐसा कोई भी गांव इनसे अछूता नहीं है, जहां दुकानों में प्रचुर मात्रा में शराब उपलब्ध न हो। बिजुरी में शाम होते ही बुलेरो में पेटियां लोड करके आसपास के ग्रामीणों क्षेत्रों मेंसे कोठी, बहेराबांध, भक्ता, भावनिहा, थानगांव, मौहरी, जलसार, निगवानी, लोहसर, दलदल, मोहाडादफाई, उर्जानगर, पंडरीपानी, माइनस, डबलस्टोरी, स्टॉप तिराहा में लगभग सैकडो अवैध शराब दुकानें संचालित है, जहां ठेकेदार के नुमाइंदों द्वारा शराब पहुंचाई जाती है, वहीं कपिलधारा स्थित शराब दुकान से कोलमाइंस के वार्डों में बाइक व बुलेरो के माध्यम से सुबह-शाम खुलेआम शराब की आपूर्ति की जाती है। बिजुरी का आलम यह है, बिजुरी में पैकारी के आंकड़े अगर सैकड़े के हैं साथ ही कथित जयसवाल व सिंंह दोनों मैनेजरों का काम ही शराब की पैकारी कराना बन चुका है।

इनका कहना है :

मेरे द्वारा लगातार प्रतिदिन कार्यवाही करवाई जा रही है कार्यवाही अभी भी जारी है जो जानकारी आप के माध्यम से संज्ञान में आई है उस पर भी कार्यवाही की जाएगी।

राकेश कुमार उईके, थाना प्रभारी, बिजुरी

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