बहुत जल्द ही 12 और चीते दक्षिण अफ्रीका से भारत में आने वाले है
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कूनो में जल्द आने वाले हैं दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते, बाड़े बनाए जाएंगे आधुनिक

वन मंत्री विजय शाह ने कहा है कि बहुत जल्द ही 12 और चीते दक्षिण अफ्रीका से भारत में आने वाले है जिन्हे वही कुनो–पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा जाएगा।

भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने 5 नवंबर को चीता पुनःपरिचय परियोजना के अंतर्गत नामीबिया से 8 चीतो को मध्यप्रदेश के कूनो–पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में में छोड़ा था। इस परियोजना का काम भारत एवं एशिया महाद्वीप में खत्म हो चुके चीतों को पुनः बसाना हैं। केंद्र सरकार ने नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 25 चीता लाने की बात कही थी, जिसमे से 8 चीते कुनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े जा चुके है,आज मध्यप्रदेश के वन मंत्री ने नई जानकारी दी है।

वन मंत्री विजय शाह ने कहा है कि बहुत जल्द ही 12 और चीते दक्षिण अफ्रीका से भारत में आने वाले है, जिन्हे वहीं कुनो–पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी है की 8 चीते जो पहले से उद्यान में 8 बाड़ों में रह रहे है उनके साथ नए चीतों का मेल मिलाप कराया जाएगा और 12 चीतों के लिए अलग से बाड़े भी बनाए जाएंगे। वन मंत्री ने आगे कहा कि सारे 20 बाड़े अब आधुनिक बनाए जाएंगे जिससे चीतों को किसी भी प्रकार की हानी या दिक्कते ना हो क्योंकि पहले अगर कोई भी चीता बीमार होता था तो उसके इलाज के लिए पहले उसे ट्रांकुलाइजर से बेहोश करना पड़ता था,लेकिन बाड़ों को इस तरीके से डिजाइन या आधुनिक बनाया जाएगा जिससे चीतों को बाड़ों में ही खाना दिया जा सके और उनकी देख रेख में भी उद्यान प्रशासन को आसानी हो।

वन मंत्री ने बताया की दोनो देशों के बीच चीतों को लाए जाने के लिए समझौता ज्ञापन(MoU) की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसी साल सितंबर के महीने में 8 चीतों को पहले लाया गया था जिसमे से 5 मादा है। चीतों को नामीबिया के विंधोक शहर से ग्वालियर हवाईजहाज से लाया गया था उसके बाद उन्हे हेलीकॉप्टर के माध्यम से कुनो लाया गया था जहां प्रधानमंत्री ने अपने जन्मदिन के दिन चीतों को उद्यान में छोड़ा था।

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