भोपाल : मध्यप्रदेश को मिलेगा अब गिद्ध स्टेट का दर्जा मिलेगा

भोपाल, मध्य प्रदेश : प्रदेश में गिद्ध की संख्या 9,408 हो गई है। यह संख्या हाल ही में की गई पक्षी गणना के बाद सामने आई है। बीतें दो साल में गिद्ध की संख्या में 1011 का इजाफा हुआ है।
मध्यप्रदेश को मिलेगा अब गिद्ध स्टेट का दर्जा मिलेगा
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भोपाल, मध्य प्रदेश। प्रदेश में गिद्ध की संख्या 9,408 हो गई है। यह संख्या हाल ही में की गई पक्षी गणना के बाद सामने आई है। बीते दो साल में गिद्ध की संख्या में 1011 का इजाफा हुआ है। साल 2019 में पक्षी गणना के मुताबिक 8,397 गिद्ध प्रदेश में थे। साल 2021 में हुई गणना में गिद्ध की संख्या 9,408 होने के बाद यह तो तय है कि जल्द ही मध्यप्रदेश को देश के गिद्ध स्टेट का दर्जा मिलेगा।

गिद्धों की गणना का कार्य सबसे पहले साल 2018 में शुरू किया गया था, उस समय गिद्धों की संख्या 7,028 और 2019 में 8,298 थी। साल 2021 में यह संख्या बढ़कर 9,408 हो गई है। देश में सबसे अधिक गिद्धों की संख्या मध्यप्रदेश हो गई है। इस संख्या के आधार पर अब वन विभाग गिद्ध स्टेट का दर्जा देने का प्रस्ताव भेज सकता है। इससे पहले मप्र को टाइगर और लेपर्ड स्टेट दर्जा प्राप्त है।

भोपाल में गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र :

भोपाल के केरवा इलाके में वर्ष 2013 से गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र स्थापित है। इसे बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है। केंद्र में गिद्ध संरक्षण और प्रजनन का अच्छा कार्य करने से प्रदेश में गिद्धों की संख्या में काफी तेजी से इजाफा हुआ है। मध्यप्रदेश में कुल सात प्रजातियों में गिद्ध पाए जाते हैं। इनमें से चार स्थानीय और तीन प्रजाति प्रवासी हैं, जो शीतकाल समाप्त होते ही वापस चली जाती है।

प्रदेश में सबसे अधिक गिद्ध वाले जिले :

प्रदेश के सबसे अधिक पन्ना में 981, मंदसौर 587, नीमच 416, सतना 414, छतरपुर 386, रायसेन 256, भोपाल 126, शेयपुर 291, विदिशा 174 गिद्ध पाए गए हैं। इन जिलों के जंगलों में गिद्धों की संख्या में तेजी से बढ़ी है, जबकि बड़वानी, बुरहानपुर, हरदा, धार, झाबुआ, बालाघाट, बैतूल और भिंड में इनकी संख्या शून्य रही।

इनका कहना है :

यह मप्र के लिए गौरव की बात है कि विलुप्त हो गए गिद्धों की संख्या सबसे अधिक हो गई है। अब उम्मीद है कि मप्र को गिद्ध स्टेट का दर्जा भी मिल सकता है।

आलोक कुमार, मुख्य वन प्राणी अभिरक्षक एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक मप्र

मप्र को टाइगर और लेपर्ड स्टेट दर्जा मिला है, अब पक्षी गिद्ध की संख्या सबसे अधिक होने के बाद गिद्ध स्टेट होने का गौरव भी मिलेगा। सरकार और वन विभाग वन प्राणी के संरक्षण में अच्छा कार्य कर रहे हैं, जिसके परिणाम सबके सामने हैं।

कुंवर विजय शाह, वन मंत्री, मप्र

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