भोपाल, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जहरीली शराब से मौत, हत्या से कम नहीं है। जहरीली शराब बनाने और बेचने को संगीन अपराध की श्रेणी में रखा जाए और कठोरतम दंड की व्यवस्था की जाए। इस संबंध में कानून में आवश्यक संशोधन किए जाए। संपूर्ण प्रदेश में अवैध मदिरा के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से अभियान शुरू किया जाए। मंदसौर के ग्राम खकरई में हुई घटना के दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाए। मुख्यमंत्री मंगलवार को मंत्रालय में अवैध शराब की रोकथाम के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने अवैध शराब के उत्पादन और व्यापार पर नियंत्रण के उपायों पर कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में प्रदेश में राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल का उपयोग अवैध शराब के व्यवसाय को रोकने के संबंध में भी विचार-विमर्श हुआ। ग्राम खकरई में हुई घटना के संबंध में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली गई। बैठक में बताया गया कि थाना प्रभारी पिपल्या मण्डी, कार्यवाहक उप निरीक्षक और आबकारी उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा संपूर्ण प्रकरण की जांच कर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करें। बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, वाणिज्यिक कर एवं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा और प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्रीमती दीपाली रस्तोगी उपस्थित थे।
मंदसौर के आबकारी अधिकारी सांवले को हटाया, अनिल सचान को सौंपा प्रभार :
राज्य शासन ने मंदसौर में जहरीली शराब से छह लोगों की मौत के बाद जिला आबकारी अधिकारी मंदसौर सीपी सांवले को हटा दिया है। उन्हें स्थानांतरण कर उपायुक्त आबकारी संभागीय उड़न दस्ता उज्जैन में पदस्थ किया है। वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा जारी आदेश में अनिल सचान, प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी नीमच को वर्तमान कार्य के साथ जिला आबकारी अधिकारी मंदसौर का अतिरिक्त कार्य सौंपा गया।
एसीएस गृह डॉ. राजौरा की अध्यक्षता में विशेष जांच दल गठित :
मंदसौर जिले में जहरीली शराब से छह लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर काफी सख्त रवैया अपनाया है। घटना की जांच के लिए राज्य शासन स्तर पर उच्च स्तरीय विशेष जांच दल का गठन किया गया है। दल के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा होंगे जबकि ्रएडीजी सतर्कता जीपी सिंह और आईजी रेल महेंद्र सिंह सिकरवार इसके सदस्य बनाए गए हैं। यह दल मंगलवार रात में ही मंदसौर पहुंच रहा है और बुधवार सुबह से ही जांच का काम शुरू कर देगा। माना जा रहा है कि दल द्वारा अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को दो-तीन दिन में प्रस्तुत कर दी जाएगी।
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