ग्वालियर, मध्य प्रदेश। प्रदेश के 54 निजी महाविद्यालय ऐसे हैं, जिनके छात्रों की फीस का पैसा एमपी ऑनलाइन के पोर्टल में अटका हुआ है। यह वे कॉलेज हैं, जिनके बैंक खातों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज नहीं है। यही बजह है कि पैसा कॉलेजों के बैंक खातों में ट्रांसफर नहीं हो पा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग ने हाल ही में ऐसे कॉलेजों की सूची जारी की है। इसमें दस महाविद्यालय ग्वालियर के भी शामिल हैं। कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं कि 20 नवंबर तक वे अपने बैंक खाते की जानकारी एमपी ऑनलाइन को उपलब्ध कराएं।
जनरल प्रमोशन वाले यूजी के छात्रों को द्वितीय व तृतीय वर्ष में और स्नातकोत्तर के छात्रों को तृतीय सेमेस्टर में ई-प्रवेश प्रक्रिया के जरिए एडमीशन दिया जा रहा है। इस दौरान छात्रों से जो शुल्क जमा कराया गया है, उस शुल्क की प्रथम किस्त का पैसा संबंधित कॉलेजों के बैंक खाते में एमपी ऑनलाइन के जरिए जमा होना है। प्रदेश के 54 निजी कॉलेजों ने अपने बैंक खातों की जानकारी समय रहते एमपी ऑनलाइन पर दर्ज नहीं कराई। यही वजह है कि इनके छात्रों की फीस का पैसा एमपीऑनलाइन के खाते से कॉलेजों के खाते में ट्रांसफर नहीं हो पा रहा।
यूजी-पीजी कोर्सों में प्रवेश के लिए पांचवां चरण शुरू :
कॉलेजों में छात्र कोरोना संक्रमण की वजह से प्रवेश नहीं ले पाए थे। ऐसे छात्रों को लिए उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश के लिए पांचवें चरण का आयोजन किया है। पांचवें चरण की प्रवेश प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई। इसमें छात्रों को रजिस्ट्रेशन और 'वॉइस फिलिंग का भी मौका मिलेगा। इस चरण के बाद प्रवेश प्रक्रिया बंद कर दी जाएगी। प्रवेश के लिए कोई चरण जारी नहीं किया जाएगा। यहां बता दें कि जिलेभर के सरकारी कॉलेजों कुछ ही कोर्सों की सीटें पूरी भरी हैं और प्रवेश प्रक्रिया से चूके छात्र भी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने की मांग कर रहे थे। इसलिए उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश प्रक्रिया का पांचवां चरण आयोजित किया है।
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