कांग्रेस नेता दीपक जोशी, CM शिवराज सिंह चौहान, PCC चीफ कमलनाथ
कांग्रेस नेता दीपक जोशी, CM शिवराज सिंह चौहान, PCC चीफ कमलनाथ Raj Express

MP Political News: क्या कांग्रेस के चक्रव्यूह में फसेंगे CM शिवराज, बुदनी में घेरने की तैयारी

MP Politics News: बीते 2018 के चुनाव में तो कांग्रेस ने यहां सीएम शिवराज के सामने पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें भी हार का ही सामना करना पड़ा था।

हाइलाइट्स :

  • - कांग्रेस पिछले तीन चुनावों में सीएम शिवराज को नहीं घेर पाई बुदनी में।

  • - पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव हारे, अब दीपक जोशी दे रहे चुनौती।

  • - बुदनी में शिवराज नहीं जनता लड़ती है चुनाव।

भोपाल। मध्यप्रदेश में नबम्बर दिसम्बर 2023 में विधानसभा चुनाव होना प्रस्तावित है। चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। साल 2018 में सत्ता में आई कांग्रेस एक बार फिर से सत्ता में आने का सपना संजो रही है तो वहीं सत्ताधारी दल भाजपा भी अपनी सत्ता खोना नहीं चाहती है। चुनावी रण में दोनों ही दल जोर शोर से जुट गए हैं। कांग्रेस ने इस मर्तबा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनकी विधानसभा सीट बुदनी में घेरने की रणनीति बनाई है। दीपक जोशी का कांग्रेस में आते ही बुदनी से चुनाव लड़ने का बयान देना, उसी रणनीति का हिस्सा है। हालांकि राजनीति के जानकारों का दावा है कि सीएम शिवराज को बुदनी में रोकना इतना आसान नहीं, क्योंकि बुदनी में शिवराज नहीं जनता लड़ती है चुनाव... ।

उम्मीदवार बदलने पर भी नहीं मिली सफलता :

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गृहजिले सीहोर की बुदनी विधानसभा से विधायक हैं। साल 2003 से बुदनी विधानसभा पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। साल 2003 में राजेन्द्र सिंह राजपूत विधायक चुने गए थे, जबकि इसके बाद से लगातार चार बार से सीएम शिवराज सिंह चौहान विधायक बनते आ रहे हैं। भाजपा के इस गढ़ को भेदने के लिए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी ऐड़ी चोंटी का जोर लगा रही है, लेकिन भेद नहीं पा रही। बीते 2018 के चुनाव में तो कांग्रेस ने यहां सीएम शिवराज के सामने पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें भी हार का ही सामना करना पड़ा था। कांग्रेस यहां से स्थानीय सहित बाहरी नेताओं को मौका दे चुकी है, लेकिन सफलता नहीं मिली।

अब दीपक जोशी भर रहे हुंकार:

इधर सत्ताधारी दल भाजपा से कांग्रेस में आए पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने चुनावी मैदान में लडऩे की हुंकार भर रहे हैं। कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने वाले दिन दीपक जोशी ने प्रदेश कांंग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से कहा कि उन्हें बुदनी से टिकट दिया जाए, वे सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने चुनाव लडऩा चाहते हैं। दीपक जोशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपने पिता स्व. कैलाश जोशी के अपमान का बदला लेना चाहते हैं।

कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा के खाते में रही बुदनी :

बता दें बुदनी विधानसभा का गठन साल 1957 में हुआ था। 1957 के विधानसभा में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से राजकुमारी सूरज कला विधायक चुने गए थे। हालांकि 1962 में निर्दलीय बंसीधर बने। 1967 में भारतीय जनसंघ से मोहनलाल शिशिर, 1972 में निर्दलीय शालिग्राम वकिल, 1977 में जनता पार्टी से शालिग्राम वकिल, 1980 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा) से केएल प्रधान, 1985 में भजापा से चौहान सिंह चौहान, 1990 में भाजपा से शिवराज सिंह चौहान, 1992 में पोल द्वारा भाजपा से मोहनलाल शिशिर, 1993 में कांग्रेस से राजकुमार पटेल, 1998 में कांग्रेस के देवकुमार पटेल। जबकि साल 2003 से तो इस सीट पर मानों भाजपा का ही कब्जा हो गया है। साल 2003 में भाजपा से राजेन्द्र पटेल, 2006 में पोल द्वारा भाजपा से शिवराज सिंह चौहान, 2008 में भाजपा से शिवराज सिंह चौहान, 2013 में भाजपा से शिवराज सिंह चौहान और 2018 में भी भाजपा से शिवराज सिंह चौहान विधायक चुने गए।

साल 2018 के चुनाव परिणाम :

साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बुदनी से चार प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इनमें भाजपा से शिवराज सिंह चौहान, जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से कद्दावर नेता पूर्व सांसद अरुण यादव मैदान में थे। इस चुनाव में शिवराज सिंह चौहान को एक लाख 23 हजार 492 मत प्राप्त हुए थे। जबकि कांग्रेस के अरुण यादव को 64 हजार 493 वोट। बसपा के संजीत कुमार को एक हजार 683, निर्दलीय प्रत्याशी हेमराज पेथारी को एक हजार 386 और नोटा में एक हजार 764 मत डले थे। इस चुनाव में बुदनी विधानसभा के दो लाख चार हजार 950 मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया था। साल 2018 में बुदनी विधानसभा में 83 प्रतिशत मतदान हुआ था।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com