भू-जल स्तर के संबंध में निगम का एक अनूठा कदम, बारिश के दौरान व बाद में करेगा मॉनिटरिंग

भू-जल संरक्षण अभियान के तहत शहर के भू-जल स्तर को बढ़ाने के क्रम में निगम द्वारा अभियान चलाकर शहर के विभिन्न स्थानों और धार्मिक स्थलों पर भी रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का कार्य किया जा रहा है।
बारिश के दौरान व बाद में करेगा मॉनिटरिंग
बारिश के दौरान व बाद में करेगा मॉनिटरिंगSocial Media

इंदौर, मध्य प्रदेश। भू जल संरक्षण अभियान के तहत शहर के भू-जल स्तर को बढ़ाने के क्रम में निगम द्वारा अभियान चलाकर शहर के विभिन्न स्थानों के साथ ही धार्मिक स्थलों पर भी रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का कार्य किया जा रहा है।

वर्षा जल संरक्षण को लेकर निगम द्वारा शहर के प्रबुद्धजन, धर्मगुरु व विभिन्न संगठनो के पदाधिकारियो के साथ वर्षा जल संरक्षण अभियान में सहयोग करने के लिये संवाद किया गया था, जिसके परिणाम स्वरूप शहर में नागरिको के सहयोग से मकान, संस्थान, होटल, रेस्टोरेन्ट, मॉल, व्यवसायिक क्षेत्र, भवनो के साथ ही धार्मिक स्थलो पर रैन वॉटर हावेस्टिंग सिस्टम लगाने का कार्य किया गया है और वर्तमान में भी रैन वॉटर हावेस्टिंग सिस्टम लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

भू-जल संरक्षण अभियान के तहत शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाये गये रैन वॉटर हावेस्टिंग से आगामी ग्रीष्मकाल में इस वर्ष की तुलना में भू-जल स्तर की अनुपातिक वृद्धि के आंकलन हेतु शहर के विभिन्न स्थानो पीजोमीटर की स्थापना की जा रही है। इनमें शहर के संगम नगर, नारायण बाग, कालानी नगर, सैफीनगर, प्रगतिनगर, अन्नपूर्णा नगर, मूसाखेड़ी, निपानिया, बिचौली मर्दाना तथा सिलीकॉन सिटी में पीजोमीटर की स्थापना की गई है। उक्त पीजोमीटर के माध्यम से वर्षाकाल के पूर्व के शहर के उल्लेखित स्थानों के साथ ही अन्य स्थानो से भू-जल स्तर लिया गया है। इससे की आने वाले समय में शहर में किये गये रेन वॉटर हावेस्टिंग सिस्टम के परिणाम स्वरूप होने वाली भू-जल स्तर की वृद्धि का पता लगाया जा सकेगा।

वर्तमान भू जल स्तर व आगामी वर्षाकाल के दौरान व पश्चात भू-जल स्तर में होने वाली वृद्धि या कमी के आंकलन हेतु पीजोमीटर लगाने का कार्य किया गया है, उपरोक्त उल्लेखित स्थानों पर डिजीटल वॉटर लेवल रिकार्डर के माध्यम से पीजोमीटर बोरवेल का जलस्तर प्रतिदिन वास्तविक समय अनुसार ऑन लाइन क्लाउड डेश बोर्ड पर प्राप्त किया जा सकेगा। इसे कम्प्यूटर अथवा मोबाइल के माध्यम से निगम के अधिकृतों द्वारा कहीं पर भी मॉनिटर किया जा सकेगा। भू-जल स्तर की मॉनिटरिंग हेतु लगाये गये पीजोमीटर भूमि की सतह पर लगाये जाते है जो कि साउण्ड वेब के माध्यम से भू-जल स्तर को तकनीकी पद्धति से आंकलन करते है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com