मंदिर एवं स्मारक के निर्माण कार्य का भूमिपूजन
मंदिर एवं स्मारक के निर्माण कार्य का भूमिपूजन RE- Sagar

PM Modi Sagar Visit - देश में दलित और आदिवासी समाज को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके ये हकदार थे: PM मोदी

PM Modi Sagar Visit: लाख बंजारा की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाये जा रहे है। यह आजादी की भावना और समरसता का केंद्र बन रही है।

हाइलाइट्स:

  • प्रधानमंत्री ने मुगलों के शासन काल को बताया अस्थिर।

  • पीएम मोदी ने पिछड़ा वर्ग के लिए गिनाई सरकार की योजनाएं।

  • पीएम ने कहा- डेढ़ साल बाद मंदिर बन जायेगा तब मैं लोकार्पण करने जरूर आऊंगा।

Prime Minister Modi Sagar Visit: भोपाल, मध्यप्रदेश। आज देश में दलित और आदिवासी समाज को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके ये हकदार थे। आज देश "सबका साथ, सबका विकास, साथ विश्वास और सबका प्रयास" संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। पिछड़ा समाज न कमजोर है और न इनका इतिहास कमजोर है। इस समाज से देश को एक से बढ़कर एक विभूतियाँ मिली हैं। जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया हैं। कुछ समय पहले बनारस, संत रविदास की जन्मस्थली में संत रविदास मंदिर का सौंदर्यीकरण कार्य हुआ, मुझे इसमें शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ। भोपाल के गोविंदपुरा में ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत रविदास के नाम पर रखा गया। बाबा साहब के जीवन से जुड़े प्रमुख स्थानों को भी पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने जिम्मा हमने उठाया है। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया है। हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम गौंड समाज की रानी कमलापति के नाम पर रखा गया है। पातालपानी स्टेशन का नाम जननायक टंट्या भील के नाम पर रखा गया है। पहली बार देश में इस समाज का सम्मान किया जा रहा है। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धाना में विकास परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कही है।

पीएम ने किया सागर के लाख बंजारा झील का जिक्र, कहा- सागर की पहचान 4 सौ एकड़ के "लाखा बंजारा झील" से भी होती है। सागर का नाम "लाखा बंजारा" जैसे वीर के नाम से जुड़ा है। जिन्होंने वर्षों पहले पानी की जरुरत को समझा, लेकिन दशकों तक सरकार में रहे लोगों ने गरीबों तक पीने का पानी पहुंचाने की जरूरत को नहीं समझा। हमने जल जीवन मिशन के जरिये हमारी सरकार जोरों से कार्य कर रही है। दलित बस्तियों और आदिवासी इलाकों में पानी नल से पहुँच रहा है। ऐसे ही लाख बंजारा की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाये जा रहे है। यह आजादी की भावना और समरसता का केंद्र बन रही है।

'आदिवासी बच्चों की पढ़ाई के लिए 700 एकलव्य आवासीय विद्यालय खोले जा रहे है। मिड- डे मील की व्यवस्था को बेहतर बनाया जा रहा है ताकि बच्चों को पोषण युक्त भोजन मिल सके। बच्चियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना चलाई जा रही है ताकि उन्हें बराबरी का अधिकार मिले। स्कूल के बाद हायर एजुकेशन के लिए SC, ST और पिछड़ा वर्ग के युवाओं के लिए छात्रवृत्ति योजना, युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुद्रा योजना शुरू की गई है। इस योजना में युवाओं को बिना गारंटी के पैसे दिए जाते है। SC- ST के युवाओं को ध्यान में रखकर स्टैंड अप इण्डिया की शुरुआत की गई है। इसके तहत 8 हज़ार करोड़ रुपए दिए गए।

आदिवासी समाज के लिए वन धन योजना। 90 वन उत्पाद को MSP का लाभ मिल रहा है। कोई भी दलित गरीब बिना छत के न हो इसके लिए पीएम आवास, मुफ्त बिजली, और पानी दिया जा रहा है। इसके चलते पिछड़ा वर्ग समुदाय को लाभ हो रहा है। बच्चे के जन्म पर मातृवन्दना योजना के तहत गर्भवती महिला को 6 हज़ार दिए जाते हैं। नवजात बच्चों की सुरक्षा के लिए इंद्रधनुष योजना, बीते वर्षों में सरकार द्वारा साढ़े पांच करोड़ माता और उनके बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। 7 करोड़ लोगों के सिकिल सेल अनीमिया मिशन, 2025 तक भारत को एड्स फ्री नेशन बनाये जाने के लिए कार्य हो रहा है, आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दिया जा रहा है।

डेढ़ साल बाद मंदिर बनने पर लोकार्पण करने जरूर आऊंगा: पीएम

पीएम ने कहा कि, सागर की धरती, संतों का सानिध्य और संत रविदास जी का आशीर्वाद और समाज के हर वर्ग से इतनी बड़ी संख्या में आसीत्र्वाद देने के लिए आये हुए आप सब महानुभाव... सागर में समरसता का महासागर उमड़ा हुआ है। देश की सांझी संस्कृति को समृद्ध करने के लिए यहाँ सागर में संत रविदास मंदिर और कला संग्रहालय की नींव रखी गई है। संतों के आशीर्वाद से मुझे इसका भूमिपूजन करने का अवसर मिला है। मैं काशी से सांसद हूँ और मेरे लिए यह दोहरी खुशी का पल है। संत रविदास जी के आशीर्वाद से मैं विश्वास से कहता हूँ कि, एक - डेढ़ साल बाद मंदिर बनने पर लोकार्पण करने जरूर आऊंगा। संत रविदास जी मुझे यहाँ आने का अवसर देने ही वाले है।

प्रेरणा और प्रगति जब एक साथ जुड़ते हैं तो नए युग की नींव पड़ती: पीएम

संत रविदास संग्रहालय में भव्यता भी होगी और दिव्यता भी होगी। मंदिर में यह दिव्यता संत रविदास जी की शिक्षा से आएगी। जिन्हे इस मंदिर की नींव में गढ़ा गया है। समरसता की भावना से ओतप्रोत यहाँ 20 हज़ार से ज्यादा गांव और 300 से ज्यादा नदियों की मिट्टी समरसता का हिस्सा बानी है। एक मुट्ठी मिटटी के साथ मध्यप्रदेश के लाखों परिवारों ने समरसता भोज के लिए एक मुट्ठी चावल भी भेजा है। मिट्टी के साथ पांच समरसता यात्राओं का समागम सागर में हुआ है। यहाँ यात्रा समाप्त नहीं हुई है बल्कि यहाँ से सामाजिक समरसता के नए युग की शुरुआत हुई है। प्रेरणा और प्रगति जब एक साथ जुड़ते हैं तो नए युग की नींव पड़ती है। हमारा एमपी इसी तहत के साथ आगे बढ़ रहा है। यहाँ कोटा- बीना रेल लाइन समेत सड़क परियोजना का शिलान्यास हुआ है इसके लिए आप सभी को बहुत- बहुत शुभकामनायें देता हूँ।

मुगलों का शासन समाज में अस्थिरता, उत्पीड़न और अत्याचार का था

मंदिर की नींव ऐसे समय पर पड़ी है जब भारत आज़ादी के 75 साल मना रहा है। आगे 25 साल अमृतकाल के हैं। अमृतकाल में हमारी जिम्मेदारी है कि, हमारी विरासत को आगे बढ़ाये और अतीत से सबक भी लें। हमने हज़ारों वर्षों की यात्रा एक राष्ट्र के रूप में की है। इस दौरान समाज में कई बुराइयां भी आई लेकिन समय- समय पर समाज सुधारक और संत ने भी जन्म लिया। संत रविदास ने मुगलों के शासन में जन्म लिया। समाज अस्थिरता, उत्पीड़न और अत्याचार से जूझ रहा था, उस समय भी संत रविदास जी समाज को बुराई से लड़ना सिखा रहे थे।

संत रैदास जी ने कहा था- जात पात के फेर मंहि, उरझि रहइ सब लोग। मानुषता कूं खात हइ, रैदास जात कर रोग॥

पीएम मोदी ने रविदास द्वारा लिखी गई पंक्ति का भाव बताते हुए कहा कि, समाज के लोग जात- पात के फेर में उलझे हैं और ये बीमारी मानवता को खा रही है। संत रविदास समाज की बुराइयों के खिलाफ भी बोल रहे तह और दूसरी तरफ राष्ट्र की आत्मा को भी झकझोर रहे थे। जब हमारी आस्था पर हमला हो रहा था, उस समय मुगलों के काल में रविदास जी ने कहा था - पराधीनता सबसे बड़ा पाप है, जो इस इसे स्वीकार कर लेता है उससे लड़ता नहीं है उसे कोई प्रेम नहीं करता। इसी भावना से छत्रपति वीर शिवाजी महाराज ने हिन्दवी- स्वराज की नींव रखी थी। इसी भावना से आज देश गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के संकल्प पथ पर आगे बढ़ रहा है।

ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न पीएम मोदी ने रविदास द्वारा लिखी गई पंक्ति का भाव बताते हुए कहा कि समाज ऐसा होना चाहिए कि समाज में कोई भूखा न रहे, छोटे बड़े सब मिलकर रहें। आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी से मुक्त करने का प्रयास कर रहे है। आपने देखा कोरोना महामारी में विश्व की व्यवस्था चरमरा गई थी। कहा गया कि, 100 साल बाद इतनी बड़ी आपदा आई है तब मैंने यह तय किया कि, चाहे जो हो जाये मैं देश के गरीब भाई - बहनों को भूखे पेट सोने नहीं दूंगा। मैं भूखे रहने की पीड़ा भलीभांति जानता हूं... उनका दुःख समझता हूँ। हमें आपकी समस्या समझने के लिए किताबें नहीं पढ़नी पढ़ती। हमने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना चलाई। 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त में राशन दिया और आज इस योजना की तारीफ पूरी दुनिया में कर रही है। पहले की सरकारें जो योजनाएं लाती थी वो चुनावी मौसम के हिसाब से लाती थी। हमारी सोच है कि, हम समाज के पिछड़े वर्ग के साथ हर पड़ाव पर खड़े हो।

सीएम का उद्बोधन :

संत रविदास जी भारत को जोड़ने वाले, भक्ति का संदेश देने वाले संत थे, उनका भव्य मंदिर बनेगा। यह मंदिर भावी पीढ़ि को उनके जीवन का दर्शन कराएगा। उन्ही के विचारों पर चलकर प्रधानमंत्री जनकल्याण के कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नए भारत का उदय हुआ है। प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड को 44 हजार करोड़ की केन-बेतवा लिंक परियोजना का उपहार दिया है, इस परियोजना से बुंदलेखंड की 20 लाख एकड़ भूमि सिंचित होगी। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नए भारत का उदय हुआ है। प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड को 44 हजार करोड़ की केन-बेतवा लिंक परियोजना का उपहार दिया है, इस परियोजना से बुंदलेखंड की 20 लाख एकड़ भूमि सिंचित होगी।

सीएम का उद्बोधन
सीएम का उद्बोधन RE- Sagar

संत रविदास जी ने कहा था...

"ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिलै सबन को अन्न" आज ये देश जानता है कि 80 करोड़ गरीब बहनों-भाइयों के लिए निःशुल्क अन्न की व्यवस्था की है, तो पीएम मोदी ने की है। प्रधानमंत्री ने 'मेरी माटी मेरा देश' और 'हर घर तिरंगा अभियान' में जो आह्वान किया है, हम भी संकल्प लें कि अपने मध्यप्रदेश में हर घर तिरंगा फहराएंगे। मुख्यमंत्री ने केन बेतवा और पेट्रोलियम रिफायनरी प्रोजेक्ट के शिलान्यास और भूमिपूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया।

पीएम मोदी ने विभिन्न परियोजनाओं का किया शिलान्यास

पीएम ने कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने 1580 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित की जाने वाली दो सड़क परियोजनाओं की शनिवार को धाना में आयोजित कार्यक्रम में आधारशिला रखी है। इनमें मोरीकोरी–विदिशा–हिनोतिया को जोड़ने वाली चार लेन की सड़क परियोजना और हिनोतिया को मेहलुवा से जोड़ने वाली सड़क परियोजना शामिल है।

PM मोदी की सुरक्षा के लिए IPS और IAS अफसरों की तैनाती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को सागर के बड़तूमा में संत रविदास जी के मंदिर का शिलान्यास किया। 8 फरवरी को मंदिर निर्माण की घोषणा की गई थी। मंदिर निर्माण कार्य 100 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री धाना में जनसभा को भी सम्बोधित किया। पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए IPS और IAS अफसरों की तैनाती की गई थी। प्रधानमंत्री 4 हजार करोड़ रुपये से अधिक की रेल और सड़क क्षेत्र की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।

मध्यप्रदेश में समरसता यात्राओं की शुरुआत 25 जुलाई से हुई थी। प्रदेश के 5 अलग-अलग स्थानों से समरसता यात्रा निकाली गई। इन रथ यात्राओं के माध्यम से 300 से अधिक नदियों का जल और 55 हजार गांवों की मिट्टी का संचय किया गया है। आज 12 अगस्त को इन समरसता यात्राओं का समापन सागर में हुआ।

#रविदासधाम_मध्यप्रदेश

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