शहडोल : किसानों की मेहनत पर मंडरा रहा हाई वोल्टेज संकट
हाइलाइट्स :
लापरवाह जिम्मेदारों ने हाई टेंशन के नीचे बना दी कैप
स्थल चयन में लापरवाही, कभी भी घट सकती है दुर्घटना
शहडोल, मध्यप्रदेश। संभागीय मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर मझगवां में उपार्जित धान रखने के लिए कैप का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें स्थल चयन में लापरवाही बरती गई है। जहां पर कभी भी दुर्घटना घट सकती है, जिसकी शिकायत भी संबंधित अधिकारियों से ग्रामीणों ने कई बार की, लेकिन अभी तक कैप के निर्माण कार्य पर अभी तक रोक नहीं लगाई गई है।
उपार्जित धान व गेहूं के संग्रहण के लिए आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मझगवां में हाई वोल्टेज लाईन के नीचे कैप का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें कम से कम 20 फिट ऊंचाई पर धान का भण्डारण किया जाता है, लेकिन बनाये जा रहे कैप के ऊपर से हाई वोल्टेज तार निकला है, जो 10 फिट दूर से ही झटका देता है। ऐसी हालत में बनाये जा रहे कैप की उपयोगिता पर सवाल उठाये जा रहे है।
दर्जनों शिकायतें :
हाई वोल्टेज लाईन के नीचे कैप निर्माण को लेकर लगातार शिकायतें हो रही हैं, लेकिन निर्माण एजेंसी पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। 3 लाख रूपये की लागत से बनने वाले कैप से हाई वोल्टेज लाईन की वजह से धान का भण्डारण संभव ही नहीं है। इसके बाद भी शिकायतों की अनदेखी की जा रही है।
आरईएस विभाग ने किया स्थल चयन :
हाई वोल्टेज तार के नीचे कैप निर्माण के लिए स्थल का चयन आरईएस विभाग के एसडीओ व उपयंत्री द्वारा किया गया है। इनके द्वारा हाई वोल्टेज तार को नजर अंदाज किया गया है। कैप में 20 फिट ऊपर चढ़कर मजदूरों द्वारा धान की बोरियों को संग्रहित किया जाता है। जबकि वहां से 20 फिट ऊपर से ही हाई वोल्टेज तार निकला है। जिसके कारण दुर्घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
3 लाख से बन रहा कैप :
राज एक्सप्रेस टीम द्वारा सोमवार को मझगवां में बनाये जा रहे कैप का निरीक्षण किया, टीम के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कैप स्थल के 20 फिट के ऊपर से हाई वोल्टेज लाईन निकली है। जिसकी तार के नीचे खड़े होने पर आवाज सुनाई देती है। यह हाई वोल्टेज लाईन 10 फिट दूर से ही आदमी को खींच लेती है, ऐसी स्थितियों में वहां धान का संग्रह करना संभव ही नहीं है। फिर भी शासन के पैसे का दुरूपयोग किया जा रहा।
समिति के कर्मचारी कर रहे विरोध :
हाई वोल्टेज लाईन के नीचे कैप निर्माण को लेकर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मझगवां के कर्मचारी भी विरोध में हैं। उनका कहना है कि हाई वोल्टेज लाईन के नीचे बनाये जा रहे कैप की कोई उपयोगिता नहीं है। अधिक ऊंचाई तक धान भण्डारित करने पर दुर्घटना की हमेशा संभावना बनी रहेगी।
इनका कहना है :
हाई वोल्टेज लाईन के नीचे कैप का निर्माण नहीं होना चाहिए। अगर हाई वोल्टेज लाईन के नीचे कैप का निर्माण किया जा रहा है तो, गलत है। इस मामले में स्थल चयन करने वालो के साथ निर्माण एजेंसी पर कार्यवाही की जायेगी।
श्रीमती ममता मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत, सोहागपुर
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