प्रशांत ट्रेडर्स के नाम पर बंद है पंचायतों में भ्रष्टाचार का जिन्न
प्रशांत ट्रेडर्स के नाम पर बंद है पंचायतों में भ्रष्टाचार का जिन्नराज एक्सप्रेस. संवाददाता

Umaria : तो चनपुरिया ने नहीं दी थी विभाग को संपत्ति की जानकारी

उमरिया, मध्यप्रदेश : जिले की जनपद पंचायत बिरसिंहपुर पाली में पदस्थ अंजनी चनपुरिया ने समन्वयक का पद सम्हाल रखा है। उन्होंने अपने पुत्र को ही फर्म खुलवाकर पीछे के रास्ते से लाखों रूपये का लाभ लिया है।

उमरिया, मध्यप्रदेश। जिले की जनपद पंचायत बिरसिंहपुर पाली में पदस्थ अंजनी चनपुरिया ने समन्वयक का पद सम्हाल रखा है। आधा दर्जन से अधिक पंचायतों की देख-रेख का जिम्मा कथित समन्वयक के पास है, लेकिन समन्वयक अब स्वयं भ्रष्टाचार के आरोप में घिरते नजर आ रहे हैं। श्री चनपुरिया के कार्यकाल के दौरान ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर जमकर निर्माण कार्य हुए, जिसमें लाखों रूपये की राशि शासन द्वारा विकास के लिए भेजी गई। कथित समन्वयक की जिम्मेदारी थी कि उक्त निर्माण कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके, लेकिन कथित समन्वयक ने अपने पुत्र को ही फर्म खुलवाकर पीछे के रास्ते से वर्ष 2017 से लाखों रूपये का लाभ लिया है।

क्रय-विक्रय की हो जांच :

जनपद पंचायत बिरसिंहपुर पाली जनपद में पदस्थ समन्वयक अंजनी चनपुरिया के पुत्र की फर्म प्रशांत ट्रेडर्स को रौगढ़, हथपुरा, औढ़ेरा, बडवाही, पहड़िया, अमिलिहा, चौरी, कठई, बरदढ़ार, बेली, ममान, खिचकिड़ी सहित अन्य पंचायतों ने लाखों के भुगतान किया है, उक्त फर्म को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जितनी ग्राम पंचायतों में उक्त फर्म द्वारा जितनी तादात में सीमेंट की बिक्री की गई है, वह अपने आप में कटघरे में हैं, जानकारों का कहना है कि अगर उक्त फर्म के क्रय-विक्रय की जांच हो जाये तो, श्री चनपुरिया सहित पंचायतों के सचिव भी नपते नजर आयेंगे।

खुलवा दी दुकान :

शासकीय कर्मचारियों को संपत्ति का ब्योरा देना जरूरी है, विभाग ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किये हुए हैं, प्रशासन ने यह कदम इस वजह से उठाया था क्योंकि कर्मचारियों द्वारा दिए गए विवरण में पूरी जानकारी नहीं मिलती, आदेश के अनुसार कर्मचारियों को अब खुद ली गई, विरासत में मिली और परिवार के किसी भी सदस्य के नाम पर जारी संपत्ति के बारे में जानकारी देनी होती है, जिससे यह भी स्पष्ट हो जाता है कि उक्त कर्मचारी को मिलने वाले मानदेय के हिसाब से वह कितनी अधिक संपत्ति अर्जित कर चुका है, सूत्रों की मानें तो अंजनी चनपुरिया ने बीते वर्षाे में जब अपने पुत्र को हार्डवेयर की दुकान खुलवाई, तब उन्होंने विभाग से यह जानकारी छुपाकर पहले ही गलती की थी।

बना ली अकूत संपत्ति!

जनपद पंचायत में पदस्थ समन्वयक श्री चनपुरिया वर्षाे से एक ही जनपद में पदस्थ हैं, चर्चा है कि, जहां समन्वयक ने अपने पुत्र को फर्म खुलवाकर दोहरा लाभ लिया है, वहीं दूसरी ओर अगर श्री चनपुरिया के परिवार की संपत्ति की जांच हो जाये तो, आज तक की शासन से मिलने वाली तनख्वाह और संपत्ति में बड़ा फर्क देखने को मिलेगा, खबर है कि श्री चनपुरिया ने पदस्थापना के दौरान जहां मकान, भू-खण्ड सहित वाहन की खरीद अपने व परिवार के नाम पर की हैं, हालाकि मामला चाहे जो हो, जांच से पूरे मामले से पर्दा उठ सकता है।

इनका कहना है :

मुझे आदेश अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं, आदेश मिलने के बाद निष्पक्ष जांच की जायेगी।

पतरूराम भगत, पंचायत इंस्पेक्टर, जनपद पंचायत, बिरसिंहपुर पाली

दो सदस्यीय दल गठित है, आदेश कर्मचारियों को क्यों नहीं मिले, यह देखकर ही कुछ कह सकता हूँ।

कुम्हर कन्हाई, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत, बिरसिंहपुर पाली

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