90 दिन से बंद जल विहार के फव्वारे, मर रहीं मछलियां, बदबू से सैलानी परेशान

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। जल विहार के फव्वारें 90 दिन से बंद हैं। इससे पानी में आक्सीजन की कमी हो गई है और प्रतिदिन हजारों मछलियां मर रही हैं। पानी से बहुत बुरी बदबू आ रही है जिससे सैलानी परेशान हैं।
90 दिन से बंद जल विहार के फव्वारे, मर रहीं मछलियां
90 दिन से बंद जल विहार के फव्वारे, मर रहीं मछलियांराज एक्सप्रेस

हाइलाइट्स :

  • निगम प्रशासक कार्यालय होने के बावजूद बदहाल हैं व्यवस्थाएं

  • फव्वारों की फुंकी हुई मोटरें ठीक नहीं कर रहा ठेकेदार

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। जल विहार के फव्वारें 90 दिन (डेढ़ महीने) से बंद हैं। इससे पानी में आक्सीजन की कमी हो गई है और प्रतिदिन हजारों मछलियां मर रही हैं। पानी से बहुत बुरी बदबू आ रही है जिससे सैलानी परेशान हैं। फव्वारों की मोटर फुंक गयीं हैं और इनका संधारण कराने के लिए कई बार ठेकेदार नवल बंसल को कहा जा चुका है लेकिन वह ध्यान नहीं दे रहा। जलविहार में बाहर से आने वाले सैलानी भी व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं जिससे ग्वालियर की छवि धूमिल हो रही है। निगम प्रशासक का कार्यालय भी यहां बना हुआ है तब भी हालातों में सुधार नहीं है।

नगर निगम द्वारा जल विहार परिसर में लाईट, सफाई सहित अन्य सभी कार्य कराए जाते हैं। यहां प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार सैलानी घूमने आते हैं। जलविहार में फव्वारे चालू होने पर यहां की सुंदरता बढ़ जाती है और पानी में ऑक्सीजन भी बनी रहती है जिससे मछलियां जीवित रहती हैं। लेकिन पिछले 90 दिनों से जलविहार के फव्वारे बंद हैं। इससे पानी गंदा हो गया है और पानी में ऑक्सीजन की कमी के चलते प्रतिदिन हजारों मछलियां मर रही हैं। फव्वारे बंद होने की शिकायत निगम प्रशासक से लेकर अपर आयुक्त एवं उपायुक्त तक की जा चुकी है इसके बावजूद फव्वारे शुरू नहीं हुए।

पीएचई ने किए हैं विधानसभा वार टेण्डर :

नगर निगम के पीएचई विभाग द्वारा मोटर संधारण के टेण्डर विधानसभा वार किए हैं। इससे व्यवस्था सुधरने की जगह और बिगड़ गई है। जलविहार क्षेत्र का टेण्डर ठेकेदार नवल बंसल को दिया गया है। ठेकेदार किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है। पूर्व विधानसभा में सैकड़ों बोरिंग खराब हैं और प्रतिदिन ठेकेदार को पत्र लिखे जा रहे हैं। लेकिन ठेकेदार किसी की बात नहीं सुन रहा।

पीएचई अधिकारियों ने दे रखी है शय :

पूर्व विधानसभा में खराब पड़ी मोटरों का संधारण कराने के लिए पूर्व विधानसभा के विधायक सतीश सिकरवार कई बार कह चुके हैं। लेकिन ठेकेदार नवल बंसल उनकी सुनवाई नहीं कर रहा। इसी तरह नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की सुनवाई भी नहीं की जा रही। सूत्रों के अनुसार पीएचई विभाग के अधिकारी ठेकेदार को शय दिए हुए हैं और इसी वजह से कई कई दिन तक मोटर संधारण नहीं किया जा रहा।

स्टोर में रखनी है अतिरिक्त मोटरें :

मोटर संधारण के टेण्डर की शर्तों में साफ लिखा है कि ठेकेदार को मोटर पंप सही कराकर स्टॉक में रखने हैं। जहां भी मोटर खराब होगी वहां सही मोटर को डाला जायेगा ताकि लोग पानी के लिए परेशान न हो। साथ ही खराब मोटर तत्काल सही करने के लिए भेजी जायेंगी। लेकिन ठेकेदार नबल बंसल न तो स्टॉक में मोटरें रख रहा है न ही उसके द्वारा खराब मोटरों को सही किया जा रहा है।

इनका कहना है :

जलविहार के फव्वारे 90 दिन से बंद हैं यह मेरी जानकारी में नहीं है। मैं कल ही इन्हें ठीक कराने के निर्देश देता हूं।

आशीष सक्सैना, निगम प्रशासक एवं संभागायुक्त

जलविहार के फव्वारे बंद हैं जो उन्हें ठीक कराया जाना चाहिए। इस संबंध में कल संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया जायेगा।

आशीष तिवारी, प्रभारी निगमायुक्त

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