हाइलाइट्स :
विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर इंदौर में आयोजित कार्यक्रम
इस कार्यक्रम में शामिल हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव
विश्व वेटलैंड दिवस पर इंदौर में आयोजित कार्यक्रम को सीएम ने संबोधित
#WorldWetlandsDay: विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल हुए है। इस अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय राज्यमंत्री और रामसर सचिवालय की महासचिव विशिष्ट अतिथि हैं। कार्यक्रम में कई नेता सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित हैं।
कार्यक्रम का डॉ. मोहन यादव ने किया दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ
इंदौर में आयोजित कार्यक्रम का विशिष्ट अतिथि रामसर सचिवालय की महासचिव के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री, तुलसी सिलावट, नागर सिंह चौहान, राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार एवं इंदौर महापौर समेत अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इसके बाद सीएम ने 'नेशनल प्रोग्राम फॉर कंजर्वेशन एक्वाटिक इकोसिस्टम' (NPCA) की संशोधित मार्गदर्शिका एवं भारत की वेटलैंड्स संरक्षण की यात्रा से संबंधित ब्रोशर तथा रामसर साइट्स से जुड़े ब्रोशर का विमोचन किया।
इस कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने कहा कि, इंदौर के तालाब अच्छे होते तो उज्जैन का अपने आप भला हो जाता। "वसुधैव कुटुंबकम का भाव हम सभी को इस तथ्य की याद दिलाता है कि समूची वसुधा एक कुटुंब के समान है" घरों से जो वेस्ट वॉटर निकलता है, उससे केवल जल ही दूषित नहीं हो रहा है, पूरा पारिस्थितिकी तंत्र खराब हो रहा है। आज पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने की सबसे अधिक आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले- मातृसत्ता की बात करने वाली अगर कोई संस्कृति है,तो वह सनातन संस्कृति है। हमारी संस्कृति सम्पूर्ण वसुधा को मां मानती है। सनातन संस्कृति प्रकृति, नदी-पेड़-पहाड़ सबमें ईश्वर का वास मानती है "हमारी संस्कृति में हजारों सालों से प्रकृति के प्रति जो श्रद्धा का भाव है, वह आपको कहीं भी देखने को नहीं मिल सकता। हमारे लिए दुनिया एक परिवार की तरह है। वसुधैव कुटुंबकम का संदेश हमारी संस्कृति का मूल है"
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विश्व वेटलैंड दिवस 2024 पर इंदौर के रामसर साइट सिरपुर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा- तालाबों व जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए जनभागीदारी से अभियान चलाया जाएगा, प्रदेश के वेटलैंड क्षेत्रों की रामसर साइट्स के रूप में पहचान के लिए प्रयास होंगे, इंदौर शीघ्र ही रामसर साइट के रूप में जाना जाएगा।
बता दें, हर साल फरवरी की 2 तारीख को वेटलैंड डे यानी आर्द्रभूमि दिवस के रूप में मनाया जाता है। 'वर्ल्ड वेटलैंड डे' पर सीएम ने कहा कि, 'वेटलैंड' अर्थात पारिस्थितिक तंत्र जो जैव विविधता, जल शुद्धिकरण और जलवायु विनियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आज प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। एक सुरक्षित भविष्य के लिए इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों के संरक्षण का संकल्प लें।
इससे पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर आज इंदौर में रामसर साइट का विशिष्ट अतिथि रामसर सचिवालय की महासचिव के साथ अवलोकन किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री समेत कई नेता एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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