संसद भवन में दिखा 'अखंड भारत' का नक्शा, जानिए कितना विशाल था 'अखंड भारत'?
राज एक्सप्रेस। कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को नए संसद भवन की सौगात दी। भव्य और विशाल नए संसद भवन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। नए संसद भवन में कई ऐसी चीजें हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इन्हीं चीजों में से एक है, नई संसद भवन की दीवार पर बना अखंड भारत का नक्शा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस नक्शे की फोटो ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘संकल्प स्पष्ट है- अखंड भारत।’ इसके बाद से ही लोग संसद भवन में अखंड भारत का नक्शा लगाने की तारीफ कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि आखिर अखंड भारत क्या है? और यह कितना विशाल था?
अखंड भारत क्या है?
दरअसल अखंड भारत असल में प्राचीन भारत है। सामान्य भाषा में समझे तो वर्तमान में जो भारत है, उसकी तुलना में प्राचीन भारत बहुत विशाल था। इसकी सीमाएं दूर-दूर तक फैली थी। समय के साथ-साथ भारत के टुकड़े होते गए और अलग-अलग नए देश बनते गए। ऐसे में भारत के टुकड़ों में बिखरने से पहले का जो भू-भाग है, उसे ही अखंड भारत कहा जाता है।
अखंड भारत कितना विशाल था?
दरअसल नए संसद भवन में बने अखंड भारत के नक्शे में भारत के महत्वपूर्ण साम्राज्यों और शहरों को चिन्हित किया गया है। इसमें वर्तमान पाकिस्तान में तत्कालीन तक्षशिला और सिंधु को भी भारत के हिस्से के तौर पर दिखाया गया है। वैसे अखंड भारत को लेकर दो-दो अलग-अलग परिकल्पना है। कई लोग भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के एकीकरण को अखंड भारत मानते हैं। वहीं कई लोग हजारों साल पहले के उस भारत को अखंड भारत कहते हैं, जिसमें उसकी सीमाएं दूर-दूर तक फैली थीं। कहा जाता है कि 1947 में पाकिस्तान का बनना असल में पिछले 2500 सालों में भारत का 24वां विभाजन था। वहीं साल 1857 से साल 1947 के बीच ही भारत से टूटकर 7 नए देश बने। अखंड भारत की सीमाएं हिमालय से लेकर हिंद महासागर, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, ईरान तक फैली हुई थी।
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अखंड भारत में कौन-कौन से देश?
अखंड भारत को लेकर लोगों के अलग-अलग दावें है। उनके अनुसार अफगानिस्तान, पाकिस्तान, तिब्बत, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, फिलीपिंस, थाईलैंड, दक्षिण वियतनाम, कम्बोडिया, इंडोनेशिया सहित कई अन्य देश किसी समय भारत का हिस्सा हुआ करते थे।
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