बर्थडे स्‍पेशल: जानिए मिसाइल मैन अब्‍दुल कलाम जी के जीवन से जुड़े रोचक किस्‍से

आज अर्थात 15 अक्‍टूबर को ऐसे महानायक का जन्‍मदिन हैं, जिनका जीवन हमेशा प्रेरणा देने वाला रहा है, वो है ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जाने इनके बारे में कि, इन्‍होंने अपनी मंजिल कैसे हासिल की।
A.P.J Abdul Kalam
A.P.J Abdul Kalam Neha Shrivastav -RE

राज एक्‍सप्रेस। आज हम आपको एक ऐसे व्‍यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्‍होंंने बचपन में अखबार बेंचेे और समय बदलते ही अपने कठिन परिश्रम की बदौलत आखिरकार उन्होंने अपनी मंजिल हासिल कर ही ली एवं भारत के राष्‍ट्रपति पद जिम्‍मेदारी संभाली, मिसाइल से लेकर सैटेलाइट भी लांन्‍च किए और ये महानायक कोई ओर नहीं बल्कि ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (A.P.J Abdul Kalam) ही हैं।

जी हां! इनका जीवन हमेशा सभी के लिए प्रेरणा देने वाला रहा। माता-पिता के संस्कार व उनकेे कठिन परिश्रम की आदत ने ही उन्हें इतना महान बनाया तथा आज अर्थात 15 अक्‍टूबर को इनका जन्‍मदिन है। कलाम जी का पूरा नाम 'अबुल जाकिर जैनुल आब्दीन अब्दुल कलाम' था।

अब्दुल कलाम जी का जीवन परिचय :

जन्म : 15 अक्‍टूबर, 1931

निधन : 27 जुलाई 2015, शिलांग

जन्‍म स्‍थान : तमिलनाडु, रामेश्वरम

पिता का नाम : जैनुलाब्दीन

धर्म : मुस्लिम

विश्व विद्यार्थी दिवस का महत्व :

कलाम जी को बच्चे बहुत पसंद थे तथा बच्चों के साथ समय बिताना भी उन्हें बहुत रास आता था। वैसे ए.पी.जे.अब्दुल कलाम जी के जन्मदिन को 'विश्व विद्यार्थी दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है और यह दिवस मनाना हमारे लिए काफी महत्व की बात है, इससे हमें कई महत्वपूर्ण सीखें मिलती हैं। एक विद्यार्थी के लिए यह दिन और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है, क्‍योंकि डॉ.अब्‍दुल कलाम का जीवन हमें इस बात की सीख देता है कि, जीवन में चाहे कितनी भी चुनौतियां क्‍यों न हो, परंतु शिक्षा द्वारा हम हर बाधाओं को पार करते हुए बड़े से बड़े लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।

पत्रकारों ने कलाम से पूछा था ये सवाल :

एक बार की बात है, जब कलाम जी राष्ट्रपति भवन में बच्चों के साथ मस्ती कर रहे थे, ऐसे में मीडिया की नजर कलाम पर पड़ी, तो पत्रकारों ने इस समय उनसे एक सवाल किया।

क्‍या था सवाल ?

दरअसल पत्रकारों ने कलाम से यह सवाल किया था कि, आपके कोई खुद के बच्चे क्यों नहीं हैं?

कलाम जी का जवाब-

इस सवाल का जवाब देकर अब्दुल कलाम ने सभी को हैरान कर दिया था, उन्‍होंने कहा था- ''मेरे तीन बेटे है, जिनके नाम 'पृथ्वी', 'अग्नि' और 'ब्रह्मोस' हैं।''

बता दें कि, अब्दुल कलाम ने शादी नहीं की थी और वह इन तीनों को ही अपने बेटा मानते थे।

डॉ. कलाम सच्चे मायनों में एक महानायक

इसमें कोई संदेह नही है कि, अब्‍दुल कलाम ने जिस तरह की कठिनाइयां अपने बचपन में झेली किसी और व्यक्ति को वह काफी आसानी से अपने रास्ते से डिगा सकती थीं, पर डॉ. अब्‍दुल कलाम जी ने इन सब कठिनाइयों का सामना शिक्षा के अस्त्र से किया। डॉ. अब्‍दुल कलाम के विषय में की गई कोई चर्चा तब तक नहीं पूरी हो सकती जब तक उनके धर्म निरपेक्ष चरित्र की बात न की जाए, जिसका उन्होंने सदैव ही अपने जीवन में पालन किया। वह एक साधारण, धर्म निरपेक्ष, शांत व्यक्ति थे और उनका व्यवहार बिल्कुल सामान्य व्यक्तियों के तरह ही था। इसके साथ ही देश के विज्ञान तथा रक्षा क्षेत्र में उनका दिया गया योगदान हम सबके लिए सदैव ही एक प्रेरक विषय रहेगा।

विशेष उपलब्धियां :

अपने जीवन में डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम साहब को 22 पुरस्कारों और सम्‍मानों से नावाजा गया। इसके अलावा उन्होंने युवाओं, छात्रों, प्रेरणा, विज्ञान और तकनीकी पर 18 किताबें लिखी।

  • तमाम अभावों के बावजूद मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी से सन् 1960 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।

  • वह भारत के 11 वें राष्ट्रपति थे और उनका कार्यकाल 2002 से 2007 तक का था।

  • भारत के प्रथम सेटेलाइट (एसएलवी 2) के लांच में प्रोजेक्‍ट डॉयरेक्‍टर बने।

  • 1981 में पद्म भूषण सम्‍मान से सम्‍मानित किए गए।

  • 1990 में पद्म विभूषण सम्‍मान से सम्‍मानित किए गए।

  • 1997 में भारत रत्न से सम्‍मानित किए गए।

डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम से संबंधित पुस्तकें :

एपीजे कलाम जी ने कई सारी किताबें भी लिखी थीं, जिन्होंने युवाओं को प्रेरित करने का कार्य किया जैसे कि, विग्स आफ फायर, इग्नेटेडड मांइड्स, द ल्यूमनस स्पार्क, इंसपायरिंग थाट्स, इंडोमेटियबल स्पीरीट, यू आर बार्न टू ब्‍लोसम, टर्निग प्‍वाइंट: ए जर्नी थ्रू चैलेंज, माई जर्नी, फोर्ज योर फ्यूचर आदि।

देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से पहचाने जाने वाले डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम वे शख्सियत थे, जिन्‍हें जीवनभर ज्ञान की ही भूख रही और दूसरों के अंदर भी ज्ञान की भूख जगाने की अद्भुत क्षमता थीं। इन्‍होंने हमेशा विकास की बात की, फिर चाहे वह डेवलेपमेंट समाज की हो या व्यक्ति की। इनकी सोच साधारण रहन-सहन के साथ सामाजिक रूप से उत्पादकता देने वाली थी।

अब्दुल कलाम जी की जयंती पर PM मोदी ने ट्वीट कर विनम्र श्रद्धांजलि दी व एक वीडियो भी शेयर किया।

कलाम जी द्वारा कहे गए कुछ विचार :

विचार- 1

आकाश की तरफ देखिए हम अकेले नहीं हैं। सारा ब्रह्माण्ड हमारे लिए अनुकूल है और जो सपनें देखतें हैं और मेहनत करते हैं उन्हें प्रतिफल देने की साजिश करता है।

विचार- 2

असफलता कभी मुझे पछाड़ नहीं सकती, क्योंकि मेरी सफलता की परिभाषा बहुत मजबूत है। अगर आप सूर्य की तरह चमकना चाहते हैं, तो आपको पहले सूर्य की तरह ही जलना भी होगा। देश का सबसे अच्छा दिमाग, क्लास रूम की आखिरी बेंचो पर मिल सकता है।

विचार- 3

सपना वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपनें वो हैं जो आपको नींद ही नहीं आने दें।

विचार- 4

जीवन में कठिनाइयां हमे बर्बाद करने के लिए नहीं आती हैं, बल्कि यह हमारी छुपे हुए सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकालने में हमारी मदद करती है। कठिनाइयों को यह जान लेने दो कि आप उससे भी ज्यादा कठिन हो।

विचार- 5

इंतजार करने वालों को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं।

विचार- 6

जीवन में फेल होते है तो कभी हार न मानें क्‍योंकि फेल मतलब फर्स्‍ट अटैम्‍प्‍ट इन लर्निग होता हैं।

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