Mann Ki Baat : आज 24 अप्रैल को अप्रैल माह का आखिरी रविवार है। हर बार की तरह इस बार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक प्रसिद्ध रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित कर रहे है। यह PM मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 88वां संस्करण है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय का किया जिक्र :
PM नरेंद्र मोदी ने 88वें मन की बात कार्यक्रम के शुरुआत में प्रधानमंत्री संग्रहालय का जिक्र करते हुए कहा- बाबा साहेब अंबेडकर जी की जयंती पर प्रधानमंत्री संग्रहालय का लोकार्पण हुआ है। गुरुग्राम में रहने वाले सार्थक जी पहला मौका मिलते ही संग्रहालय देख आए। उन्होंने नमो एप पर पीएम संग्रहालय की ऐसी चीजों के बारे में लिखा है, जो उनकी जिज्ञासा को और बढ़ाने वाली थी। 18 मई को पूरी दुनिया में International Museum day मनाया जाएगा। क्यों न आने वाली छुट्टियों में आप अपने दोस्तों की मंडली के साथ किसी स्थानीय museum को देखने जाएं। आप अपना अनुभव 'म्यूजियम मेमोरीज' के साथ जरूर साझा करें।
PM मोदी ने देशभर से जुड़े म्यूजियम के बारे में यह 7 सवाल पूछे-
किस शहर में एक रेल म्यूजियम है. जहां 45 साल से लोग भारतीय रेल की विरासत देख रहे हैं।
मुंबई में कौन सा म्यूजिमय हैं, जहां करंसी का इवोल्यूशन देखने को मिलता है. यहां 6वीं शताब्दी के सिक्कों के साथ ई मनी भी मौजूद है।
विरासत-ए-खालसा किस म्यूजियम से जुड़ा है. यह म्यूजियम पंजाब के किस शहर में मौजूद है।
देश का एक मात्र काइट म्यूजिमय कहां है. यहां रखी सबसे बड़ी पतंग का आकार 22 गुणा 16 फीट है।
भारत में डाक टिकट से जुड़ा नेशनल म्यूजियम कहां है।
गुलशन महल नाम की इमारत में कौन सा म्यूजियम है।
भारत के टेक्सटाइल से जुड़ी विरासत को सेलिब्रेट करता है।
पिछले कुछ सालों में BHIM UPI तेजी से हमारी अर्थव्यवस्था और आदतों का हिस्सा बन गया है। आप भी UPI की सुविधा को रोजमर्रा के जीवन में महसूस करते होंगे। इस समय हमारे देश में करीब 20 हजार करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन हर दिन हो रहे हैं।
टेक्नोलॉजी ने एक और बड़ा काम किया :
PM मोदी ने बताया, ''टेक्नोलॉजी ने एक और बड़ा काम किया है। ये काम है हमारे दिव्यांग साथियों की असाधारण क्षमताओं का लाभ देश और दुनिया को दिलाना। हमारे दिव्यांग भाई-बहन क्या कर सकते हैं ये हमने टोक्यो ओलंपिक में देखा है। ''
PM के मन की बात कार्यक्रम में कहीं गई बातें-
देश आजकल लगातार संसाधनों को, इंफ्रास्ट्रक्चर को दिव्यांगों के लिए सुलभ बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। जो दिव्यांग कलाकार हैं उनके काम को दुनिया तक पहुंचाने के लिए भी एक इनोवेटिव शुरुआत की गई है।
इस समय आजादी के 75वें साल में, आजादी के अमृत महोत्सव में, देश जिन संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रहा है, उनमें जल संरक्षण भी एक है। अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे।
पानियम् परमम् लोके, जीवानाम् जीवनम् समृतम् अर्थात संसार में जल ही हर जीव के, जीवन का आधार है और जल ही सबसे बड़ा संसाधन भी है, इसलिए तो हमारे पूर्वजों ने भी जल संरक्षण पर इतना जोर दिया।
जल से जुड़ा हर प्रयास हमारे कल से जुड़ा है। इसमें पूरे समाज की ज़िम्मेदारी होती है। इसके लिए सदियों से अलग-अलग समाज, अलग-अलग प्रयास लगातार करते आये हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।