फेक एनकाउंटर
फेक एनकाउंटरSyed Dabeer Hussain - RE

जानिए वो पांच कारण, जिनके चलते असद और गुलाम के एनकाउंटर पर उठ रहे सवाल

विपक्ष इस एनकाउंटर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी अत्यानाथ के एक महीने पहले दिए गए उस बयान से जोड़कर देख रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'इस माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा।’
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राज एक्सप्रेस। इस समय उत्तरप्रदेश के माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद का एनकाउंटर पूरे देश में सुर्ख़ियों में बना हुआ है। इस एनकाउंटर पर राजनीति भी तेज हो गई है। एक तरफ यूपी पुलिस और भाजपा इस एनकाउंटर को सही ठहरा रही है, तो वहीं विपक्ष इस एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर कह रहा है। यही नहीं विपक्ष इस एनकाउंटर के फर्जी होने को लेकर कुछ तर्क भी दे रहा है। तो चलिए जानते हैं उन पांच कारणों के बारे में, जिनके चलते इस एनकाउंटर को फर्जी कहा जा रहा है।

मिट्टी में मिला दूंगा :

विपक्ष इस एनकाउंटर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक महीने पहले दिए गए उस बयान से जोड़कर देख रहा है, जिसमें होने कहा था कि 'इस माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा।’ विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री के कहने पर ही पुलिस ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया।

बाइक पर खरोंच नहीं :

असद अहमद और गुलाम मोहम्मद के एनकाउंटर की तस्वीरे देखें तो वहां एक बाइक भी दिखाई दे रही है। यूपी एसटीएफ के अनुसार असद और गुलाम इसी बाइक से भाग रहे थे। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब बाइक से भागते समय दोनों गोली लगने से नीचे गिर गए तो फिर बाइक को कोई खरोंच क्यों नहीं आई?

हाथ में बंदूक :

अगर आप असद अहमद और गुलाम मोहम्मद के एनकाउंटर के बाद की तस्वीर को ध्यान से देखेंगे तो आपको मृत पड़े असद और गुलाम के हाथ में विदेशी बंदूक दिखाई देगी। ऐसे में कई लोगों का यह सवाल है कि जब गोली लगने से दोनों नीचे गिर गए तो फिर बंदूक उनके हाथ में कैसे रह गई?

पुलिस को कुछ नहीं हुआ :

यूपी एसटीएफ के अनुसार उन्होंने असद और गुलाम को सरेंडर करने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने सरेंडर करने के बजाय फायरिंग शुरू कर दी। ऐसे में लोगों का कहना है कि जब दोनों तरफ से फायरिंग हो रही थी तो फिर किसी भी पुलिसकर्मी को हल्की सी भी चोंट क्यों नहीं आई। यूपी एसटीएफ ने भी पुलिसकर्मियों के घायल होने की कोई जानकारी नहीं दी।

जगह पर भी सवाल :

जिस जगह असद और गुलाम के एनकाउंटर हुआ उसको लेकर भी सवाल उठ रहा है। दरअसल पुलिस का कहना है कि दोनों राजस्थान की ओर से हाइवे पर आ रहे थे। जिस जगह पर उनका एनकाउंटर हुआ वह रॉन्ग साइड में है। वहीं आसपास कोई ढाबा भी नहीं है, जिससे यह कहा जा सके कि ढाबे पर जाने के चलते वह रॉन्ग साइड पर आ गए। ऐसे में लोगों का सवाल है कि जब वह राजस्थान की ओर से हाइवे पर आ रहे थे तो फिर रॉन्ग साइड पर कैसे पहुंचे।

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