कोरोना और ब्लैक फंगस के बाद अब उत्पात मचाने आया व्हाइट फंगस

देश में अभी तक कोरोना वायरस और ब्लैक फंगस पहले ही खलबली मचा रहे थे। इसी बीच देश से व्हाइट फंगस के मामले सामने आ रहे हैं। ये मामलें बिहार की राजधानी पटना में मिले हैं।
कोरोना और ब्लैक फंगस के बाद अब उत्पात मचाने आया व्हाइट फंगस
कोरोना और ब्लैक फंगस के बाद अब उत्पात मचाने आया व्हाइट फंगसSocial Media

पटना, बिहार। आज देशभर में कोरोना का आंकड़ा बेकाबू होता जा रहा है। देश में हर दिन हजारों लोगों की जाने जा रही हैं। ऐसे में देश में अब एक-एक करके नई बीमारियां जन्म लेती ही जा रही हैं। कुछ ही दिनों में पूरे भारत से ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) नाम की बीमारी के मामलें सामने आने लगे थे। वहीं, अब ब्लैक फंगस के मामलों में तेजी दर्ज किए जाने के बाद देशभर से व्हाइट फंगस ने भी जन्म ले लिया है। जी हां, देश में अब कोरोना, ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस तीनों ने खलबली मचा कर रख दी है। इसी बीच बिहार की राजधानी पटना से व्हाइट फंगस के मामले सामने आरहे हैं।

पटना से सामने आए व्हाइट फंगस के मामले :

दरअसल, देशभर के कई राज्यों में धीरे-धीरे करने अपने पैर पसारते हुए ब्लैक फंगस ने एंट्री ले ही ली थी। इसी बीच बिहार की राजधानी पटना में व्हाइट फंगस से ग्रसित चार मरीज पाए गए हैं। इस बारे में जानकारी PMCH के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर एसएन सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि, "इन चारों मरीजों में कोरोना जैसे लक्षण दिख रहे थे, लेकिन उनको कोरोना नहीं था। इन चारों की कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव थी। उसके बाद जब टेस्ट करवाए गए तब इस बात का खुलासा हुआ कि, वे व्हाइट फंगस से संक्रमित हैं।"

व्हाइट फंगस का संक्रमण :

बता दें, इन चार व्हाइट फंगस के मरीजों में पटना के एक फेमस स्पेशलिस्ट भी शामिल हैं। डॉक्टर्स की मानें तो व्हाइट फंगस को ब्लैक फंगस से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। खबरें तो यह भी हैं कि, व्हाइट फंगस ठीक कोरोना की तरह ही इंसान के फेफड़े को संक्रमित करता हैं। इसके अलावा इसका बुरा संक्रमण शरीर के दूसरे अंग जैसे नाखून, स्किन, पेट, किडनी, ब्रेन, प्राइवेट पार्ट्स और मुंह के अंदर भी फैल सकता है।

एंटी फंगल दवा से मरीज हुए स्वस्थ :

बताते चलें, फ़िलहाल यह चारों मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इन चारों को एंटी फंगल दवा देने पर यह चारों मरीज ठीक हो गए। डॉक्टर्स का कहा है कि, 'व्हाइट फंगस से भी फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं। इस में HRCT करवाने पर कोरोना जैसा ही संक्रमण दिखाई देता है। अगर HRCT में कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं तो, व्हाइट फंगस का पता लगाने के लिए बलगम कल्चर की जांच जरूरी है। व्हाइट फंगस का कारण भी ब्लैक फंगस की तरह की इम्युनिटी कम होना ही है। उन लोगों में इसका खतरा ज्यादा रहता है जो डायबिटीज के मरीज हैं या फिर लंबे समय तक स्टेरॉयड दवाएं ले रहे हैं।'

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