Black Garlic : किसी सुपरफूड से कम नहीं है ब्लैक गार्लिक, खाते ही बड़ी बीमारियां भी हो जाती है छू मंतर
राज एक्सप्रेस। लहसुन से हम सभी अच्छी तरह परिचित हैं। यह एक आम हर्ब है, जिसका इस्तेमाल इंडियन कुकिंग में खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए होता है। इसके अलावा यह कई बीमारियों में भी फायदेमंद है। ये तो हुई सफेद लहसुन की बात, लेकिन क्या आप ब्लैक गार्लिक यानी काले लहसुन के बारे में जानते हैं। क्या आपने कभी यह देखा है या इसका स्वाद चखा है। जितना विचित्र इसका नाम है,उतना विचित्र ही यह दिखता भी है। देखने के बाद आप शायद इसे खराब समझकर फेंक भी दें। लेकिन आपको बता दें कि काले लहसुन में ताजा लहसुन की तुलना में 25 गुना ज्यादा औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह शरीर को जरूरी पोषण भी देता है। चबाने पर यह जैली जैसा लगता है।
अगर आपको लहसुन पसंद है, तो एक बार काला लहसुन जरूर ट्राई करें। खासतौर से ऐसे लोग जिन्हें लहसुन की गंध पसंद नहीं है, वे काले लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के साथ साथ कोलेस्ट्रॉल और हृदय संबंधित समस्याओं को भी कम करता है। तो आइए, यहां हम काले लहसुन के उपयोग, स्वास्थ्य लाभों और स्टोर करने के तरीके के बारे में बात करेंगे। लेकिन इससे पहले जानें क्या है ब्लैक गार्लिक।
क्या है ब्लैक गार्लिक
ब्लैक गार्लिक यानी काला लहसुन एक ताजा और सामान्य लहसुन ही है, जिसे हाई टेंपरेचर पर फर्मेंट किया जाता है। कहने का मतलब है कि इसे अलग से उगाया नहीं जाता, बल्कि सफेद और ताजा लहसुन को फर्मेंट करके यह तैयार होता है। इस पूरी प्रोसेस में लहसुन की सफेद कलियां काली हो जाती हैं और स्वाद थोड़ा मीठा। इसलिए यह सफेद लहसुन की तरह तीखा नहीं होता, लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है। ताजा लहसुन के मुकाबले इसमें कैलोरी , फैट और फाइबर के साथ सोडियम और आयरन की मात्रा भी ज्यादा होता है, जबकि कार्बोहाइड्रेट और विटामिन कम। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण कई रोगों को दूर करते हैं।
कैसे करें काले लहसुन का उपयोग :
काले लहसुन का उपयोग सलाद की ड्रेसिंग के लिए किया जाता है।
इसे पिज्जा पर टॉपिंग के तौर पर यूज करें।
आइसक्रीम और ब्राउनी जैसे डेजर्ट बनाने के लिए आजकल इसका खूब उपयोग किया जा रहा है।
गार्निशिंग के रूप में इसका उपयोग करना अच्छा है। नॉन-वेज जैसे ग्रिल्ड फिश या मीट पर इसे छिड़क सकते हैं।
काले लहसुन के स्वास्थ्य लाभ
ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल
सफेद लहसुन की तरह काले लहसुन में भी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के गुण होते हैं। इसमें पाया जाने वाला हाई एंटीऑक्सीडेंट लेवल डायबिटीज को रोकने में मदद करता है।
ऑक्सीडेटिव तनाव को करता है दूर
लहसुन में एंटीऑक्सिडेंट कंपोनेंट होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। ये हानिकारक फ्री रेडिकल को बेअसर करके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सेल डैमेज को रोकने में भी मदद करते हैं।
कैंसर से करता है बचाव
कई स्टडी में यह साबित हो चुका है कि इस जड़ी बूटी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंसर से आपका बचाव करते हैं। काला लहसुन कोलन कैंसर सेल्स और ल्यूकेमिया सेल्स के विकास को धीमा करने में मददगार है।
इम्यूनिटी बढ़ाए
हम सभी जानते हैं कि प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए कितनी महत्वपूर्ण है। काला लहसुन शरीर को न केवल कई बीमारियों से लड़ने के लिए शक्ति प्रदान करता है बल्कि संक्रमण से भी बचाता है ।
ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद
यह सुपरफूड मास्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। इसमें मौजूद हाई एंटीऑक्सीडेंट लेवल मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने और याददाश्त तेज करने में मदद करता है। यह एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करने के साथ अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी खतरनाक स्थितियों से छुटकारा दिलाता है।
काले लहसुन को स्टोर करने का सही तरीका
बिना छिले काले लहसुन को रूम टेंपरेचर पर रखा जा सकता है जबकि अगर ये छिला हुआ है, तो इसे रेफ्रिजरेट करने की जरूरत पड़ती है। ध्यान रखें इन्हें हमेशा एक एयर टाइट कंटेनर या जार में ही स्टोर करके रखना चाहिए। इससे यह एक महीने तक ताजा बना रहेगा।
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