भारत में चिकन पॉक्‍स के नए वेरिएंट की एंट्री
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Clade 9: भारत में चिकन पॉक्‍स के नए वेरिएंट की एंट्री, वयस्‍कों के लिए गंभीर हो सकता है वायरस

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में पहली बार चिकन पॉक्‍स का नया वेरिएंट Clade 9 पाया गया है। वेरिसेला-जोस्टर वायरस के लक्षण वयस्कों और गर्भवती महिलाओं में गंभीर दिख सकते हैं।

हाइलाइट्स :

  • भारत में चिकन पॉक्‍स के नए वेरिएंट Clade-9 की एंट्री।

  • वयस्कों, महिलाओं के लिए घातक है (VZV) वेरिसेला-जोस्टर वायरस।

  • बुखार, कम भूख VZV के मुख्‍य लक्षण।

  • लक्षण महसूस होने पर खुद को आइसोलेट करें।

राज एक्सप्रेस। भारत इन दिनों स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े कई संकटों से जूझ रहा है। एक के बाद एक जन्‍म ले रहे नए वायरस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। एक तरफ, केरल में निपाह वायरस के फिर से बढ़ने की आशंका है, तो दूसरी तरफ महीनों के बाद COVID-19 के मामले भी सामने आने लगे हैं। इसके अलावा, देश भर में डेंगू और मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों में भी वृद्धि हो रही है। हाल ही में भारत में एक और नए वायरस की एंट्री हुई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के मुताबिक भारत में चिकन पॉक्‍स का एक नया वेरिएंट मिला है, जिसका नाम Clade 9 है। इसे वैरिसेला भी कहा जाता है। WHO के अनुसार Clade 9 यानी वेरिसेला-जोस्टर वायरस के लक्षण बच्‍चों में बहुत हल्‍के दिखाई देते हैं, जबकि वयस्कों में यह ज्‍यादा गंभीर हो सकता है।

क्या है वैरिकेला जोस्टर वायरस

वैरिकेला जोस्टर वायरस एक ऐसा खतरनाक वायरस है, जो चिकन पॉक्‍स फैलाता है। WHO के अनुसार, VZV हर्पीस वायरस परिवार का एक सदस्य है। इस वायरस का संचरण बूंदों, एरोसोल या श्वसन स्राव के सीधे संपर्क के जरिए होता है। VZV के लक्षण बच्‍चों में बहुत मामूली, जबकि बड़ों में गंभीर हो सकते हैं। नवजात शिशुओं और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों के लिए खासतौर से यह घातक साबित हो सकता है।

Clade 9 के लक्षण

WHO के अनुसार, Clade 9 या चिकन पॉक्स में शरीर में खुजली वाले दाने हो जाते हैं। यह दाने शुरुआत में खोपड़ी और चेहरे पर दिखते हैं। शुरुआत में कई लोगों को बुखार का अनुभव हो सकता है। यह निमोनिया या एन्सेफलाइटिस का कारण भी बन सकता है। ध्‍यान रखें कि दाने आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 2-3 सप्ताह बाद दिखाई देते हैं। इसके अलावा भूख कम होना, सिरदर्द, बुखार, शरीर में दर्द, थकान और कमजोरी वायरस के अन्‍य लक्षण हैं।

Clade 9 से ऐसे करें अपना बचाव

एक्सपर्ट्स के अनुसार, वायरस से संक्रमित होने से बचने के लिए वैक्सीनेशन सबसे अच्छा तरीका है।

  • CDC के अनुसार, चिकन पॉक्स को दाने शुरू होने से 1 से 2 दिन पहले और पपड़ी बनने तक संक्रामक माना जाता है। जब तक संक्रामकता बनी रहे, तब तक रोगी के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

  • विशेषज्ञों ने इस नए वायरस से बचने के लिए हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी है।

  • अगर आपके घर में किसी को चिकन पॉक्स हुआ है, तो उन्हें आइसोलेट करें। खासतौर से गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को इनसे दूर रखना चाहिए।

  • स्वच्छता बनाए रखने और नियमित रूप से हाथ धोने से भी वायरस के खतरे से बचा जा सकता है।

  • खांसने, छींकने के दौरान अपने मुंह और नाक को ढकने के लिए टिश्‍यू का इस्‍तेमाल करें।

  • चिकन पॉक्स से पीड़ित किसी व्‍यक्ति के साथ तौलिया, बर्तन और कपड़े जैसी चीजें शेयर न करें।

  • बैलेंस डाइट, रेगुलर एक्‍सरसाइज और पर्याप्त नींद लेने से चिकन पॉक्‍स के नए वेरिएंट से बचने में मदद मिलेगी।

Clade 9 का घर पर ऐसे करें इलाज

  • अगर आप इसके लक्षण महसूस करते हैं, तो आराम करना बहुत जरूरी है।

  • दर्द, खुजली और बेचैनी क्‍लैड 9 के सामान्य लक्षण हैं। एसिटामिनोफेन या नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स जैसी पेन किलर दवाएं इन लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं।

  • स्किन पर रैशेज पड़ने पर कैलामाइन लोशन लगाने की सलाह दी जाती है।

  • जिन गर्भवती महिलाओं को चिकन पॉक्स या दाद की शिकायत है उन्‍हें खासतौर से सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि यह संक्रमण भ्रूण के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकता है।

  • अगर आप या आपके बच्‍चे में चिकन पॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो लापरवाही न करें, तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें।

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