एक्सपायर हो चुकी दवाओं को यूं ही न फेकें
एक्सपायर हो चुकी दवाओं को यूं ही न फेकेंRaj Express

एक्सपायर हो चुकी दवाओं को यूं ही न फेकें, जानें इन्‍हें डिस्‍पोज करने का सेफ तरीका

ज्‍यादातर लोग खराब हो चुकी गोलियों, सिरिंज, इन्‍हेलर को डिस्‍पोज करने के तरीके पर ध्‍यान नहीं देते। यह हमारे पर्यावरण और आसपास रह रहे जीव जन्‍तु के लिए नुकसानदायक है।

हाइलाइट्स :

  • दवाओं को कूड़ेदान में फेंकना खतरनाक।

  • लिक्विड दवाओं को टॉयलेट में फ्लश कर सकते हैं।

  • बची हुई दवाओं को खुले में ना फेकें।

  • मैन्युफैक्चरर को वापस लौटाएं एक्सपायरी गोलियां।

राज एक्सप्रेस। हम सभी के घर के ड्रॉर में एक बड़ा सा डिब्‍बे में हर बीमारी की अलग- अलग दवा रहती है। कई समय बाद आप देखते हैं, कि कुछ दवाएं एक्‍सपायर हो चुकी हैं, तो वहीं कुछ दवाओं को डॉक्‍टर ने बदल दिया है। ऐसे में हम काम न आने वाली इन दवाओं, सिरिंज और इनहेलर को पॉलीथिन में भरकर कूड़ेदान में फेंक देते हैं। लेकिन क्‍या हममें से कोई भी इन दवाओं को डिस्‍पोज करने के तरीके पर ध्यान देता है। शायद नहीं। हमारे लिए तो ये कचरा हैं और इसकी सही जगह डस्टबिन है। हम यही सोचते हैं, ना । बता दें कि जो आप कर रहे हैं, वो दवाओं को डिस्‍पोज करने का सही तरीका नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक इससे न केवल हमारा पर्यावरण बल्कि आस-पास रह रहे लोगों को भी खतरा हो सकता है। आपको जानकर हैरत होगी, कि हर दवा को फेंकने के भी अलग -अलग नियम होते हैं। सभी को इनके बारे में पता होना चाहिए।

ऐसे कभी डिस्‍पोज न करें दवाएं

  • बेकार हो चुकी दवाओं को किसी तरह की मिट्टी में नहीं मिलाना चाहिए। इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।

  • आप साबुत दवाओं को पानी में नहीं फेंक सकते। इससे वॉटर पॉल्‍यूशन बढ़ेगा, जो हम सभी के लिए खतरा है।

  • कुछ लोग पैकेट सहित दवाएं डस्‍टबिन में फेंक देते हैं। यह कूड़ा बीनने वालाें और जानवरों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।

ऐसे करें एक्सपायरी दवाओं को डिस्‍पोज

मैन्युफैक्चरर को वापस लौटाएं

एक्सपायरी दवा को डिस्पोज करने का पहला तरीका है मैन्युफैक्चरर को दवा लौटाना। कई शहरों में टेक-बैक मेडिसिन सेंटर और फार्मेसी होती हैं। अगर आपके शहर में है, तो इसका उपयोग जरूर करें।

सिरप को फ्लश करें

लिक्विड दवाओं को टॉयलेट में फ्लश करना चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि सभी दवाएं सीवर में फ्लश नहीं की जा सकतीं। इससे इंसानाें को खतरा बढ़ जाता है, वहीं इनके मिश्रण से पर्यावरण प्रदूषित हो सकता है। FDA ने ब्यूप्रेनोर्फिन, फेंटेनल, हाइड्रोकोडोन हाइड्रोमोर्फ़ोन, मेपरिडीन, मॉर्फिन, ऑक्सीकोडोन, मेथाडोन जैसी दवाओं को फ्लश करने की सलाह दी है।

डस्‍टबिन में कैसे फेकें

बाकी दवाओं को डस्‍टबिन में फेंकने के लिए सबसे पहले इन्‍हें पैकेट में क्रश कर लें और फिर बाहर निकालें। अब इसे किसी भी तरल सामग्री के साथ मिला दें, जैसे कॉफी और गंदा पानी। अब इसे मिक्‍स करके प्‍लास्टिक बैग में भरकर डस्‍टबिन में डाल दीजिए। इससे किसी को खतरा नहीं है।

सुई और सिरिंज को ऐसे करें डिस्‍पोज

सुई और सिरिंज से सबसे ज्‍यादा खतरा कूड़े बीनने वाले लोग और जानवरों को रहता है। कई सिरिंज ऐसी होती हैं, जिन्‍हें छूने के बाद व्‍यक्ति संक्रमित हो सकता है। इसलिए आप इन्‍हें किसी कंटेनर में रखें। अब अस्‍पताल, क्‍ल‍ीनिक, मेडिकल स्‍टोर जैसी जगह इसे फेंकें जहां से इसे सही तरीके से डिस्‍पोज करने के लिए कलेक्‍ट किया सके।

इंहेलर्स को पंक्‍चर प्रूफ करें

अपने इनहेलर को फेंकने से पहले उन्हें पंचर प्रूफ बना लें। इस बात का ध्‍यान रखें कि इनहेलर में मौजूद प्रोडक्‍ट बाहर नहीं आना चाहिए। इसलिए फेंकने से पहले आप इसे जिप लॉक में बंद कर सकते हैं या चाहें तो इसे गिलास के पानी में खाली कर लें।

पेन पैचेस को ठीक से लपेटें

पेन पैच को डिस्‍पोज करने का तरीका भी बेहद अलग है। क्‍योंकि इसमें पावरफुल नेक्रोटिक एजेंट होते हैं, जो किसी चीज को छूने पर स्थानीय क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इन्‍हें फेंकने से पहले किसी चीज में कसकर लपेट लें। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, प्लास्टिक से बने पेन पैचेस को लाल बैग में और नॉन -प्लास्टिक पैच को पीले बैग में डालकर डिस्‍पोज करना चाहिए।

ध्‍यान रखें कि एक्सपायर हो चुकी दवाओं को बायोमेडिकल वेस्‍ट की कैटेगरी में रखा गया है। इसलिए इन्‍हें सामान्य कूड़ेदान में नहीं फेंका जाना चाहिए।

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