40 के बाद हर महिला को करानी चाहिए Mammography, स्क्रीन टेस्ट से पहले ध्यान रखें ये बातें
हाइलाइट्स :
ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए होती है मैमोग्राफी।
40 की उम्र से हर महिला को कराना चाहिए ये स्क्रीन टेस्ट।
स्क्रीन टेस्ट के दौरान टू पीस पहनना जरूरी।
पीरियड के एक सप्ताह बाद कराएं टेस्ट।
राज एक्सप्रेस। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। यह महिलाओं में पाया जाने वाला सबसे आम कैंसर है। हर 28 महिलाओं में से 1 महिला ब्रेस्ट कैंसर की शिकार होती है। ब्रेस्ट सेल्स का असामान्य रूप से बढ़ना ही ब्रेस्ट कैंसर का मुख्य कारण है। इस प्रकार के कैंसर की पहचान में देरी से 2 में से 1 महिला इलाज के पहले ही मौत की शिकार हो जाती है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, महिलाओं को 40 वर्ष की उम्र में मैमोग्राम कराना शुरू कर देना चाहिए। इससे ब्रेस्ट केंसर का जल्दी पता लगाया जा सकता है। इस स्क्रीन टेस्ट को मेमोग्राम या मैमोग्राफी कहते हैं। हालांकि, कई महिलाएं मैमोग्राम का नाम सुनकर ही घबरा जाती हैं। उनके मन में मैमोग्राम को लेकर कई सवाल होते हैं। कहने को मैमोग्राम की प्रोसेस बेहद सरल होती है। लेकिन टेस्ट से पहले कुछ बातों के बारे में जानना जरूरी है। इससे प्रोसेस के दौरान आप सहज रहेंगे और रिजल्ट भी बहुत अच्छे मिलेंगे। पार्क व्यू कैंसर इंस्टीट्यूट की मैमोग्राफी टीम ने महिलाओं के रूटीन और डायग्नोस्टिक मैमोग्राम को कंफर्टेबल बनाने के लिए टिप्स शेयर किए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्या होता है मैमोग्राम
मैमोग्राम में आपके ब्रेस्ट के इनर टिश्यू की इमेज लेने के लिए एक्स-रे का उपयोग किया जाता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जो रेडियोलॉजिस्ट और आपके मैमोग्राम को पढ़ने वाले डॉक्टरों को ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने में मदद कर सकती है। सही तरीके से मैमोग्राम कराया जाए, तो रिजल्ट भी सटीक मिलता है।
मैमोग्राम कराने पहले ध्यान रखें ये बातें
कॉफी न पिएं
मैमोग्राम से पहले कॉफी पीने से रिजल्ट पर वैसे तो कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन ऐसे उत्पादों के सेवन से बचना ही ठीक है। विशेषज्ञों के अनुसार, टेस्ट कराने से 4 दिन पहले इनका सेवन बंद कर देना चाहिए।
कोई मेकअप न करें
मैमोग्राम के दौरान डेकोलेट पर मेकअप अप्लाई करने से बचें। दरअसल, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट में मौजूद छोटे छोटे कण मैमोग्राम इमेजिंग में सफेद धब्बे के रूप में दिखाई दे सकते हैं। जिससे रिजल्ट गलत आ सकता है।
बॉडी स्प्रे या लोशन का यूज न करें
टेस्ट से पहले सभी तरह के डियोड्रेंट और परफ्यूम, बॉडी पाउडर और लोशन लगाने से बचें। यह चीजें आपके रिजल्ट को प्रभावित कर सकती हैं।
पीरियड के सप्ताहभर बाद टेस्ट कराएं
पीरियड के एक हफ्ते बाद का समय मैमोग्राफी के लिए बेस्ट माना जाता है। दरअसल, पीरियड में हार्मोनल बदलाव के कारण ब्रेस्ट काफी सेंसिटिव हो जाते हैं। जिस वजह से टेस्ट के दौरान दर्द का अनुभव ज्यादा महसूस होता है। इसलिए पीरियड के तीन से चार दिन बाद टेस्ट कराना कदम सही है।
टू पीस आउटफिट पहनें
इस दौरान वनपीस जैसे आउटफिट पहनने से बचना चाहिए। पैंट या स्कर्ट के साथ शर्ट पहनना बेहतर ऑप्शन है।
अच्छे से खाना खाएं
मैमोग्राम के लिए जाने से पहले आप अच्छे से खा और पी सकते हैं। इससे रिजल्ट पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।
ज्वेलरी न पहनें
टेस्ट के दौरान आपसे चश्मा और ज्वेलरी हटाने के लिए कहा जाएगा, क्योंकि ये आपकी इमेज में आकर रिजल्ट खराब कर सकते हैं।
बाल बांधें
लंबे बाल इमेज के आड़े आ सकते हैं। यदि ऐसा हुआ, तो टेस्ट को दोहराने की जरूरत पड़ सकती है। बेहतर है कि आप अपने लंबे बालों को बांध लें, ताकि वह आगे न आएं।
हर एक साल में कराएं टेस्ट
मैमोग्राम दो तरह का होता है। पहला एक स्क्रीनिंग मैमोग्राम है। यह एक रेगुलर टेस्ट है, जो साल में एक बार किया जाता है। ये तब होता है जब ब्रेस्ट से जुड़ी कोई समस्या न हो। दूसरा एक डायग्नोस्टिक मैमोग्राम है, जो ब्रेस्ट में समस्या होने पर किया जाता है।
मैमोग्राफर को बताएं
यदि आपके ब्रेस्ट पर तिल या स्किन टैग हैं तो अपने मैमोग्राफर को बताना जरूरी है। वह उस हिस्से को एक मार्कर के साथ एक छोटा स्टिकर लगा देगा, जिससे रेडियोलॉजिस्ट को पता चल जाएगा कि वह हिस्सा ब्रेस्ट टिश्यू में नहीं है।
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