Gardening vs Gym
Gardening vs GymRaj Express

जिमिंग के लिए नहीं है टाइम, तो सुबह शाम करें गार्डनिंग, रहेंगे फिट एंड फाइन

गार्डनिंग एक ऐसी थैरेपी है, जिससे न केवल आपका बगीचा हरा भरा रहता है बल्कि सेहत भी दुरुस्त बनी रहती है। 30 मिनट की गार्डनिंग आपको कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से छुटकारा दिला सकती है।

Gardening vs Gym : शरीर काे फिट रखने के लिए रेगुलर एक्‍सरसाइज जरूरी है। लेकिन जिन लोगों को बिजी शेड्यूल के चलते जिम जाकर वर्कआउट करने का वक्‍त नहीं मिल पाता, वे गार्डनिंग यानी बागवानी करके फिट एंड फाइन रह सकते हैं। जी हां, गार्डनिंग एक ऐसी थैरेपी है, जिससे न केवल आपका बगीचा हरा भरा रहता है बल्कि सेहत भी दुरुस्त रहती है। 30 मिनट की गार्डनिंग आपको कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से छुटकारा दिलाती है। इन दिनों बागवानी जिम वर्कआउट को रिप्‍लेस कर रही है। नियमित रूप से की जाए, तो आप आसानी से बॉडी को शेप में ला सकते हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, गार्डनिंग एक तरह की एक्सरसाइज है। आप इसमें उतनी ही कैलोरी बर्न कर सकते हैं जितनी की जिम में जाकर। ऐसे और भी कई फायदे हैं, जो गार्डनिंग करने पर आपको जिम जैसे रिजल्‍ट देंगे।

क्‍या कहती है स्‍टडी

लॉफबरो यूनिवर्सिटी के पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, सिर्फ आधे घंटे की वीडिंग से 150 कैलोरी तक बर्न हो सकती है और हेज ट्रिमिंग जैसे हैवी वर्कआउट से प्रति घंटे 400 कैलोरी से ज्‍यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं। अरकंसास यूनिवर्सिटी की एक स्‍टडी से पता चला है कि बगीचे में खुदाई से हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है।

कैलोरी बर्न करें

जिम में हाई नी रनिंग से 240 से 355 कैलोरी बन होती है। लेकिन रोजाना एक घंटे तक गार्डनिंग करने से भी आप 330 कैलोरी तक बर्न कर सकते हैं। लो इंटेंसिटी वर्कआउट पसंद करने वाले लोगों के लिए गार्डनिंग अच्‍छा वर्कआउट है। नेशनल हेल्‍थ इंस्‍टीट़यूट हर सप्‍ताह 3-5 बार 30-45 मिनट की गार्डनिंग करने की एडवाइज देता है।

हड्डियों को मजूबती दे

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। बॉडी में विटामिन डी और कैल्शियम की भी कमी आ जाती है। नियमित रूप से गार्डनिंग करने से आपकी हड्डियों को खूब विटामिन डी मिल सकता है।

कंधे और मांसपेशियों की एक्‍सरसाइज

रेकिंग आपके कंधे और पीठ की मांसपेशियों के साथ-साथ छाती की पेक्‍टोरल मांसपेशी सहित आपकी अपर बॉडी पर वर्क करता है। इसमें आपकी बाहों का सबसे ज्‍यादा उपयोग होगा। यह पूरी एक्सरसाइज जिम में रोइंग मशीन के जैसे मसल्‍स ग्रुप का काम करती है।

मसल टोन में सुधार

अगर आप जिम में जाकर क्रॉस ट्रेनिंग मशीन का यूज करते हैं, तो अब से प्‍लांटिंग करना शुरू कर दें। नए पौधों को लगाने से ब्‍लड फ्लो अच्‍छा होगा। यह आपकी बॉडी पर क्रॉस ट्रेनर मशीन की तरह वर्क करता है। इससे कंधे और मसल टोन में सुधार होगा।

वजन कम करें

बगीचे में खुदाई करने की प्रक्रिया आपके शरीर के लगभग हर हिस्‍से को एक्टिव करती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में दी गई एक स्‍टडी के अनुसार, बागवानी का बीएमआई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह बिना जिम जाए स्लिम ट्रिम होने का अच्‍छा तरीका है। एक अन्‍य स्‍टडी के अनुसार, दिन में कभी भी सिर्फ 15 मिनट पौधों को पानी देने से आप 45 कैलोरी तक बर्न कर सकते हैं। इसके बाद शायद ही आपको कभी वेट मशीन यूज करने की जरूरत पड़े।

ध्‍यान रखें बगीचे में काम करना पूरी तरह जिम की जगह नहीं ले सकता। लेकिन अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य में सुधार करने का यह शानदार तरीका है। इसका ज्‍यादा ज्यादा लाभ उठाने के लिए इस एक्टिविटी को रेगुलर करते रहना चाहिए।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

Related Stories

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com