हंसी हर मर्ज की दवा है।
हंसी को कंट्रोल करना जरूरी।
बहुत ज्यादा हंसने से हो सकती है घुटन।
तेज हंसने से बढ़ जाता है अस्थमा अटैक का रिस्क।
राज एक्सप्रेस। कहते हैं हंसी हर मर्ज की दवा है। हंसते हुए हम बड़ा से बड़ा दुख भी दूर कर सकते हैं। किसी के हंसने से ही पता चल जाता है कि उसके मन में क्या चल रहा है। कई बार हंसी दिल में छुपे जख्म को भी बाहर ले आती है। वास्तव में हंसना और खुश रहना स्वस्थ जीवन के लिए अच्छा है, लेकिन कभी-कभी हंसी पर नियंत्रण खोना खतरनाक है। कुछ लोग हंसते समय बेहोश हो जाते हैं या उन्हें ठसका लग जाता है, फिर भी हंसी को कंट्रोल नहीं कर पाते। जिन लोगों को पहले से कोई मेडिकल कंडीशन है, तेज हंसी उनके लिए नुकसानदायक है। अगर आप भी तेज आवाज में हंसते हैं, तो यह आपको कई तरह की बीमारियां दे सकती है। यहां हम आपको हंसने के उन 4 तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके लिए नुकसानदायक हैं।
बहुत ज्यादा हंसने से आपको सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। कहने का मतलब यह है कि इस तरह से हंसने के बीच आपको पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है। हालांकि हंसने से दम घुटने या कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत के मामले सामने आए हैं, लेकिन यह स्वस्थ लोगों के लिए मौत का एक असंभावित कारण है।
तेज हंसी या तेज रोना अस्थमा अटैक का कारण बन सकता है। यूनाइटेड नेशन के अस्थमा एंड लंग चैरिटी के अनुसार अलग-अलग भावनाओं के प्रति आपके शरीर की प्रतिक्रिया आपके सांस लेने के तरीके को बदल देती है। जब आप भावुक महसूस करते हैं, तो आप तेज़ और गहरी सांसें लेना शुरू कर देते हैं। इसे हाइपरवेंटीलेटिंग कहा जाता है। यह आपके वायुमार्ग को संकुचित कर सकता है, जिससे खांसी, घरघराहट, सांस फूलना या सीने में जकड़न जैसे अस्थमा के लक्षण पैदा हो सकते हैं।
उत्तेजना वाली हंसी हंसने से व्यक्ति कैटाप्लेक्सी का शिकार हो सकता है। कैटाप्लेक्सी एक ऐसी स्थिति है जहां आप एक्टिव तो होते हैं, लेकिन अपनी मांसपेशियों को हिलाने में असमर्थ होते हैं। हंसी से बेहोशी हो सकती है। बेहोशी एक ऐसी स्थिति का परिणाम है जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक ओवर एक्साइटेड रहता है। इस एक्साइटमेंट के कारण ही सांस लेने की गति असामान्य रूप से तेज हो जाती है।
एक्सपर्ट कहते हैं कि बिना किसी वजह के तेज हंसते वक्त आप ज्यादा हवा अंदर खींच लेते हैं, जिससे इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। कई बार बिना जायज वजह के हंसने से ब्रेनटयूमर भी हो सकता है।
हंसने से मसल्स पैरालिसिस हो सकता है। डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के हर 2000 लोगों में से 1 को यह समस्या है। इसे नार्कोप्लेक्सी कहते हैं। इसमें हंसने पर व्यक्ति के शरीर की मांसपेशियां खिंचने लगती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, तेज हंसने या गुस्सा करने से शरीर के कुछ हिस्सों की मांसपेशियां सुन्न पड़ जाती हैं।
हेल्थलाइन के अनुसार, बहुत ज़ोर से हंसना कुछ लोगों के लिए समस्याएं पैदा कर सकता है। अगर आपमें लाफिंग अटैक से पहले या बाद में सिरदर्द, चक्कर आना, मानसिक भ्रम की स्थिति या सांस लेने में तकलीफ जैसे कोई भी असामान्य लक्षण दिखें, तो डॉक्टर को दिखाना महत्वपूर्ण है।
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