ये हैं वो 5 संकेत , जो बताएंगे कि आप निर्जलित हैं या नहीं
राज एक्सप्रेस। हर व्यक्ति को जीने के लिए पानी की जरूरत होती है। एक स्वस्थ व्यक्ति को दिनभर में दो से तीन लीटर पानी पीना चाहिए। इससे शरीर की विभिन्न क्रियाएं संचालित होती हैं। इसके अलावा पानी पीने से न केवल शरीर हाइड्रेट रहता है, बल्कि इम्यूनिटी और भूख बढ़ाने में भी यह मददगार है। लेकिन कई बार ठंडा मौसम और व्यस्त होने के कारण हम 3 से 4 घंटों तक पानी पीना भूल जाते हैं। इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जिसे डिहाइड्रेशन कहते हैं। नवंबर 2020 में जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, मध्यम आयु वर्ग के पुरुष और बुजुर्गों में डिहाइड्रेशन का खतरा ज्यादा होता है। रिसर्चर्स के अनुसार, समय के साथ, शरीर डिहाइड्रेशन के संकेतों का पता लगाने में बदतर हो जाता है और लोगों को यह एहसास नहीं हो पाता है कि वे निर्जलित हैं। अगर आप भी इस बात से अंजान हैं, तो कुछ तरीके हैं, जिनकी मदद से आप जान पाएंगे आप निर्जलित हैं या नहीं।
सांसों की दुर्गंध
अगर आप निर्जलित हैं, तो शरीर में पर्याप्त लार नहीं बनेगी। मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगेंगे और सांसों में बदबू आएगी। कई बार इस वजह से मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है। तो अगली बार जब भी आपका मुंह सूख जाए या सांसों से दुर्गंध आने लगे, तो समझ लें कि आपको री हाइड्रेट होने की जरूरत है।
सूखी त्वचा
त्वचा का सूखापान और होठों का फटना डिहाइर्डेशन के सबसे आम लक्षणों में से एक है। हालांकि कई लोगों को लगता है कि डिहाइड्रेशन में पसीना बहुत आता है, लेकिन वास्तव में जब आप डिहाइड्रेशन के कई स्टेज से गुजरते हैं, तो त्वचा सूखकर दमकने लगती है।
मासंपेशियों में ऐंठन
कई बार बैठे- बैठे ही मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है। उस वक्त तो हम इसे अनदेखा कर देते हैं, लेकिन असल में यह निर्जलीकरण की निशानी है। खासतौर से गर्मियों में जब शरीर में पानी कम हो जाता है, तो यह बहुत जल्दी ठंडा नहीं हाे पाता और गर्म बना रहता है। ध्यान रखें, आपका शरीर जितना गर्म होगा, मांसपेशियों में ऐंठन की संभावना उतनी ज्यादा होगी।
सिरदर्द
लोगों को यह भ्रम है कि तनाव या भूख लगने पर ही सिरदर्द होता है। लेकिन कई बार शरीर को तरल पदार्थ न मिल पाने के कारण भी सिरदर्द हो सकता है। नेशनल लाइब्रेरी और मेडिसिन में छपे एक सिद्धांत के अनुसार, शरीर में फ्लूड की कमी होने से ब्रेन में ब्लड वेसेल्स में खिंचाव होता है। जिससे सिरदर्द का अनुभव होता है।
पेशाब का रंग बदलना
पेशाब के रंग से यह जानना आसान है कि आप हाइड्रेटेड हैं या नहीं। अगर आप बहुत ज्यादा निर्जलित या डिहाइड्रेट हैं, जो पेशाब का रंग गहरे पीले रंग का होगा। वहीं जिन लोगों का डिहाइड्रेशन लेवल सामान्य है, उनकी पेशाब हल्के पीले रंग की होती है। इसके अलावा बार-बार पेशाब आना भी दर्शाता है कि आपके शरीर में पानी की कमी है। कई बार डिहाइड्रेट होने पर आपको सामान्य से कम पेशाब भी आ सकती है।
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