कमर दर्द के साथ दिख रहे हैं ये लक्षण, तो समझिए इमरजेंसी कंडीशन में हैं आप

कमर दर्द का सीधा संबंध हमारी रीढ़ की हड्डी से है। इमरजेंसी कंडीशन में कमर में होने वाला दर्द 5 संकेत देता है, जिसे पहचानना बहुत जरूरी है। अनदेखा करने पर दर्द आपके लिए घातक साबित हो सकता है।
ये हैं 5 संकेत जो बताते हैं मामूली नहीं है आपका कमर दर्द
ये हैं 5 संकेत जो बताते हैं मामूली नहीं है आपका कमर दर्दSyed Dabeer Hussain - RE

राज एक्सप्रेस। खराब लाइफस्‍टाइल के कारण कमर में दर्द या बैक पेन होना मामूली बात है। कई बार सही ढंग से न बैठने, बार-बार झुकने, किसी चीज को झटके से उठाने या कोई फिजिकल एक्टिविटी न करने से बैक पेन होने लगता है। कई बार गलत तरह से एक्सरसाइज या योग करने से भी कमर में दर्द शुरू हो जाता है। भोपाल के हमीदिया हॉस्‍पीटल के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के असिस्‍टेंट प्रोफेसर डॉ. सौरभ शर्मा के अनुसार, बैक पेन की मुख्‍य वजह ओबेसिटी भी है। ओबेसिटी का सीधा असर हिप और स्‍पाइन पर पड़ता है, जिससे बैक पेन के चांसेस बढ़ जाते हैं। आमतौर पर कमर में होने वाला दर्द एक से दो घंटे में ठीक हो जाता है। लेकिन अगर दर्द बर्दाश्‍त से बाहर है या अचानक से तेज होने लगे, तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। तो चलिए हम आपको ऐसे 5 लक्षण बता रहे हैं जो आपके कमर दर्द की आपात स्थिति का संकेत हैं।

नर्व से संबंधित दर्द

अगर किसी व्‍यक्ति को नर्व से संबंधित दर्द हैं, दवाई और फिजियोथेरेपी के बाद भी आराम नहीं मिलता, तो ये कमर दर्द का इमरजेंसी साइन है। डॉक्‍टर्स कहते हैं कि हर दर्द के लिए सर्जरी की जरूरत नहीं होती। लेकिन ऐसे नर्व से जुड़े दर्द जो दवाओं से कंट्रोल नहीं होते, इन्‍हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। वरना ये आगे चलकर पैरालिसिस या परमानेंट सेंसरी लॉस में बदल सकते हैं।

पैरों में पैरालिसिस या कमजोरी लगना

स्पाइनल स्टेनोसिस जैसी स्थिति के कारण रीढ़ की हड्डी में नसें सिकुड़ जाती हैं। इस कारण पैरों की मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो सकती है। यह लग सकता है कि पैर पैरालाइज हो गया है। हालांकि, कई लोग समझ नहीं पाते, कि पैरों में अचानक आई कमजोरी उनकी कमर दर्द का इमरजेंसी साइन है। पर ध्‍यान रखें, अचानक पैर की कमजोरी और इसमें गंभीर दर्द स्ट्रोक का संकेत भी हो सकता है।

सुन्‍नता, झुनझुनी या चुभन

अगर आप पैरों में कमजोरी, झुनझुनी, चुभन या सुन्नता महसूस करते हैं, तो इसे हल्‍के में नहीं लेना चाहिए। इससे आपको स्लिप डिस्‍क और कौडा इक्विना सिंड्रोम हो सकता है। इसका मतलब है कि स्‍पाइनल कॉर्ड की नर्व डैमेज हो गई है। यह एक गंभीर बीमारी है और एक इमरजेंसी कंडीशन भी। ऐसे रोगियों को आमतौर पर नसों को डीकंप्रेस करने और परमानेंट डैमेज को कम करने के लिए तुरंत सर्जरी की जरूरत होती है।

पेशाब करने में कठिनाई

अगर किसी व्‍यक्ति को कमर दर्द के साथ पेशाब पर काबू पाने में परेशानी हो रही तो भी ये कमर दर्द का इमरजेंसी संकेत है। इस स्थिति में 24 घंटे के अंदर सर्जरी करने पर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है।

बैलेंस खोना

अगर किसी को सर्वाइकल स्‍पाइन में समस्‍या हो, चलने में दिक्‍कत महसूस हो या बार-बार गिरने लगे, तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। हो सकता है सर्जरी की जरूरत पड़े।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com