पेट्स में “डिहाइड्रेशन” यानी खतरे की घंटी
पेट्स में “डिहाइड्रेशन” यानी खतरे की घंटीSyed Dabeer Hussain - RE

पेट्स में “डिहाइड्रेशन” यानी खतरे की घंटी, जानें कैसे करें लक्षणों की पहचान

अगर आपके घर में डॉग है, तो आपको डिहाइड्रेशन के बारे में जरूर जानना चाहिए। क्‍योंकि इसके कारण हमारे पेट्स को कई समस्याएं होती हैं। इससे इनके अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है।

राज एक्सप्रेस। डिहाइड्रेशन के बारे में हम सभी जानते हैं। जब शरीर से पसीना निकलता है, तो शरीर के तापमान को संतुलित करने के लिए ज्‍यादा पानी पीने की जरूरत पड़ती है। अगर ऐसा न किया जाए, तो व्‍यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता है। इंसानों की तरह पालतू जानवर भी डिहाइड्रेशन की समस्‍या से गुजरते हैं। इससे कई अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं पैदा हो जाती हैं। यहां तक की इसका असर सीधे उनके अंगों पर भी देखने को मिलता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि शरीर के ठीक से काम करने के लिए पेट्स का भी हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है। अगर आपके घर में भी पेट है, तो आपको थोड़ा सजग रहना चाहिए। Wiggles MyVet के मेडिकल डायरेक्‍टर डॉ.संजीव राजाध्‍यक्ष ने पेट्स में डिहाइड्रेशन के खतरों और इसके संकेतों को पहचानने के तरीके बताए हैं।

पेट्स में डिहाइड्रेशन

इंसान हो या जानवर डिहाइड्रेशन तब होता है जब शरीर से पानी और जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स कम हो जाते हैं। ऐसा अपर्याप्त पानी का सेवन, अत्यधिक गर्मी, बीमारी, उल्टी, दस्त, या पानी के बिना ज्‍यादा फिजिकल एक्टिविटी करने के कारण हो सकता है। यह ध्यान रखें कि बिल्लियों और कुत्तों जैसे कुछ जानवरों की शरीर में पानी की जरूरतें अलग-अलग होती हैं। इतना ही नहीं उम्र, आकार और स्वास्थ्य स्थितियों के हिसाब से उनका पानी का सेवन भी अलग हो सकता है।

पेट्स में डिहाइड्रेशन के लक्षण

अंगों की कार्यक्षमता पर असर

डिहाइड्रेशन किडनी, लिवर और अन्य महत्वपूर्ण अंगों पर दबाव डाल सकता है, जिससे अंगों के कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती है।

हीट स्ट्रोक

ज्‍यादा फिजिकल एक्टिविटी के दौरान पेट आसानी से डिहाइड्रेशन की चपेट में आ जाते हैं। इससे हीट स्ट्रोक का रिस्‍क बढ़ता है, जो उनके जीवन के लिए बड़ा खतरा है।

यूटीआई

यूटीआई की समस्या हम और आपको ही नहीं बल्कि पेट्स यानी कुत्‍तों को भी हो जाती हैं। अपर्याप्त पानी के सेवन से पेशाब में गाढ़ापन आ जाता है, जिससे यूरिनरी ट्रेक्‍ट में इन्फेक्शन और पेशाब में पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं

डिहाइर्डेशन कब्ज जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं को बढ़ाने के लिए जिम्‍मेदार है। सही समय पर ध्‍यान न देने से गैस्ट्रिक प्रॉब्‍लम और दस्त का रिस्‍क रहता है।

सूखे मसूड़े और चिपचिपी लार

अपने पालतू जानवर के मसूड़ों पर ध्‍यान देते रहें। अगर ये नम के बजाय सूखे और चिपचिपे दिखें , तो यह उनमें डिहाइड्रेशन का संकेत है।

सुस्ती और कमजोरी

निर्जलित पालतू जानवर में सुस्‍ती और कमजोरी महसूस करता है। इसके अलावा उनकी आंखें अंदर की ओर धंसी हुई और सुस्‍त दिखाई दे सकती हैं।

भूख में कमी

अगर आपका पालतू जानवर अचानक से खाना पीना बंद कर दे और उसकी भूख लगातार कम होती जाए, तो समझ लीजिए कि वह डिहाइड्रेशन का शिकार है।

त्वचा की लोच में कमी

अपने पालतू जानवर की गर्दन के पीछे की त्वचा को धीरे से उठाएं और छोड़ दें। अगर इसे अपनी मूल स्थिति में लौटने में सामान्य से ज्‍यादा समय लगता है, तो यह डिहाइड्रेशन की निशानी है।

गहरा या गाढ़ा मूत्र

अपने पालतू जानवर के पेशाब की जांच करते रहें। अगर ये सामान्‍य से गहरे रंग का है, तो डॉक्‍टर के पास ले जाएं।

डिहाइड्रेशन एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता है, जो इंसानों के साथ ही पालतू जानवरों के स्‍वास्‍थ्‍य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। पेट्स में डिहाइड्रेशन से जुड़े जोखिमों और संकेतों को पहचानकर जल्‍द से जल्‍द रिस्‍क को बढ़ने से रोका जा सकता है।

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