दिवाली की रात सूरन की सब्जी खाना क्यों होता है शुभ, जानिए वजह
हाइलाइट्स :
दिवाली के दिन सूरन की सब्जी खाने की परंपरा।
घर में सुख समृद्धि बढ़ती है।
शरीर में सालभर नहीं होती फास्फोेरस की कमी।
डायबिटीज वालों के लिए फायदेमंद सूरन।
राज एक्सप्रेस। दिवाली के दिन कई पकवान बनाए जाते हैं। इसमें से एक है सूरन की सब्जी । जिसे जिमीकंद और कहीं-कहीं इसे ओल भी कहते हैं। आजकल की जनरेशन इसके बारे में जानती तक नहीं है। हिन्दू मान्यता के अनुसार, दिवाली की रात घर में सूरन की सब्जी बनाने की परंपरा है। इसे बनाने और खाने की परंपरा काशी से शुरू हुई थी। हमारे बुजुर्ग इस मौके पर पूरे परिवार के लिए सूरन की सब्जी बनाते और खाते थे। वैसे तो ये सब्जी किसी को फूटी आंख नहीं भाती। क्योंकि देखने में यह सब्जी बिल्कुल अच्छी नहीं लगती। गलती से इसे छू लिया, तो शरीर में खुजली होने लगती है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि दिवाली के दिन जिस घर में सूरन की सब्जी बनाई जाती है, वहां सुख समृद्धि बढ़ती है।
उन्नति और खुशहाली का प्रतीक है सूरन
सूरन भी कुछ -कुछ आलू की तरह ही है। इसे भी मिट्टी के नीचे ही उगाया जाता है। कहते हैं कि जमीन से निकालने के बाद इसकी जड़ें मिट्टी में ही रह जाती हैं, जो अगली दिवाली के लिए तैयार होती है। इसी जड़ से दोबारा सूरन तैयार हो जाती है। इसकी इसी विशेषता के चलते ही सूरन को उन्नति और खुशहाली से जोड़कर देखा जाता है।
क्या होती है सूरन की सब्जी
सूरन की सब्जी को पहली बार जो देखेगा, शायद इसे खाने के बारे में सोचे भी नहीं। शक्ल से यह सब्जी बहुत खराब दिखती है। इसे छीलना, काटना और खाना मुश्किल है। इसे बिना तेल लगे हाथों से छूने पर खुजली होने लगती है। यह आलू या अन्य दूसरी सब्जियों की तरह बहुत जल्दी नहीं पकती। कई लोगों को इसे खाने पर गले में खराश भी हो जाती है। इसे तेल से सेन हाथो से काटना चाहिए और गले मे खराश को खत्म करने के लिए इसे बनाने के बाद नींबू का रस डालकर छोड़ देते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर सूरन की सब्जी
सूरन पोषक तत्वों का भंडार है। प्रोटीन, कार्ब्स, विटामिन बी-1, विटामिन बी-6 , फोलिक एसिड, फाइबर, पोटेशियम जैसे पोषक तत्व मौजूद हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।
डायबिटीज वालों के लिए फायदेमंद
जिस तरह आलू डायबिटीज वालों के लिए हानिकारक होते हैं, वहीं सूरन की सब्जी इन लोगों के लिए फायदेमंद है। इसमें ग्लूकोज की मात्रा बहुत कम होती है और चीनी न होने से डायबिटीज वाले इसे आराम से खा सकते हैं। डायबिटिक पेशेंट इसे सप्ताह में एक बार भी खा लें , तो ब्लड शुगर में इंप्रूवमेंट हो सकता है।
कभी नहीं होगी फास्फोरस की कमी
सब्जियों में सूरन ही एक ऐसी सब्जी है, जिसमें फास्फोरस बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है। अब मेडिकल साइंस ने भी मान लिया है कि इस एक दिन अगर हम देसी सूरन खा लें , तो स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में सालभर फास्फोरस की कमी नहीं होती। सिर्फ इतना ही नहीं, जिमीकंद में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। इसके सेवन से खून की कमी नहीं होती, मेनोपॉज के लक्षणों से राहत मिलती है, मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
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