शांतिपुर से निवर्तमान भाजपा सांसद के लिए कड़ी चुनौती

पश्चिम बंगाल में नादिया जिले के शांतिपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से इस बार भाजपा के सांसद जगन्नाथ सरकार को कड़ी चुनौती मिलने वाली है।
शांतिपुर से निवर्तमान भाजपा सांसद के लिए कड़ी चुनौती
शांतिपुर से निवर्तमान भाजपा सांसद के लिए कड़ी चुनौतीSocial Media

राज एक्सप्रेस। पश्चिम बंगाल में नादिया जिले के शांतिपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जगन्नाथ सरकार को कड़ी चुनौती मिलने वाली है जहां उनके खिलाफ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उम्मीदवार अजॉय डे और कांग्रेस के उम्मीदवार रिजु घोषाल चुनावी मैदान में उतरे हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने रविवार को शांतिपुर में एक रोड शो किया जिसमें भारी संख्या में भीड़ देखी गयी। हजारों भाजपा समर्थकों को रोड शो के दौरान हाथों में भाजपा का झंडा लहराते हुए देखा गया था।

मुख्यमंत्री एवं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने पार्टी उम्मीदवार अजॉय डे के लिए यहां एक जनसभा को संबोधित किया। इस सीट से वर्ष 2016 में कांग्रेस के उम्मीदवार अरिंदम भट्टाचार्य विजयी हुए थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार श्री डे को 19,488 मतों से पराजित किया था। वर्ष 2017 में श्री भट्टाचार्य ने तृणमूल पार्टी को छोड़ दिया था। उन्होंने हालांकि कभी भी विधायक के रूप में इस्तीफा नहीं दिया या फिर से चुनाव की मांग नहीं की। वह नादिया जिले से तृणमूल इकाई के उपाध्यक्ष भी थे। जिसकी अध्यक्षता सांसद महुआ मोइत्रा के हाथों में है।

सूत्रों के अनुसार शांतिपुर से आगामी चुनाव में पार्टी उम्मीदवार को बदलने की भनक लगने के बाद श्री भट्टाचार्य ने पार्टी को छोड़ने का निर्णल लिया है। शांतिपुर विधानसभा निवार्चन क्षेत्र राणाघाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार जगन्नाथ सरकार ने राणाघाट लोकसभा सीट से चुनाव जीता और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी तृणमूल कांग्रेस के रूपाली विस्वास को 2,33,428 मतों से पराजित किया था।

गौरतलब है कि बंगाल के मतुआस सहित पूरे क्षेत्र में अनुसूचित जाति और जनजाति (एससी और एसटी) की अनदेखी की गयी थी। रानाघाट के भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने कहा कि उनकी पार्टी बंगाल के पिछड़े लोगों के साथ है।

श्री सरकार ने कहा कि बंगाल में लगभग 60 फीसद लोग पिछड़े हुए हैं। उनमें एससी एसटी और यहां तक कि मातुआस के लोग भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो वास्तव में पिछड़े हुए वर्ग के विकास के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एससी और एसटी लोगों के विकास के लिए केंद्र द्वारा करोड़ों रुपये दिए जा रहे हैं, जिसमें जरूरतमंद छात्रों के लिए वजीफा भी शामिल है। श्री सरकार ने कहा कांग्रेस और कम्युनिस्टों द्वारा हालांकि यह फैलाया गया था कि भाजपा ब्राह्मणों और व्यापारियों की पार्टी है। लेकिन उनके झूठ की पोल खुल गयी है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई पृष्ठभूमि से हैं।

भाजपा सांसद ने कहा कि बंगाल में लाखों युवा पिछड़े वर्गों से हैं, जो प्रवासी मजदूर बन कर रह गए हैं और राज्य से बाहर काम करने जाते हैं। यह ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि राज्य में विभिन्न योजनाओं के तहत नौकरी पाने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी पैसा नहीं देती है। यह प्रधानमंत्री द्वारा गरीबों और पिछड़े वर्गों के लिए कठिन प्रयास करने के बावजूद भी नहीं हो पा रहा है।

डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया हैं।

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