नेवी में हमें 200 जहाज की जरूरत है हमारे पास बस 130 हैं इसकी इजाजत PM क्यों नहीं दे रहे हैं: ओवैसी
राज एक्सप्रेस। भारत के समुद्री इतिहास में अब तक के सबसे बड़े जहाज 'आईएनएस विक्रांत' को आज शुक्रवार को भारतीय नेवी को सौंप दिया गया है। वहीं, इस मामले पर एआइएमआइएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असुद्दीन ओवैसी (Asuddin Owaisi) ने देश के सुरक्षा मामलो के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधा है।
असुद्दीन ओवैसी ने कही यह बात:
एआइएमआइएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, भारतीय नेवी को तीसरे एयरक्राफ्ट की भी जरूरत है, लेकिन मोदी इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, "मैंने नेवी को मुबारकबाद दी है। INS विक्रांत स्वदेशी विमान वाहक जिसका जलावतरण आज प्रधानमंत्री ने अपने हाथों से किया, उसका लॉन्च 2013 में हुआ था। हमें ये भी सोचना है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार तीसरे विमान वाहक की इजाजत क्यों नहीं दे रही है?"
उन्होंने आगे कहा कि, "नेवी में हमें 200 जहाज की जरूरत है हमारे पास बस 130 हैं इसकी इजाजत प्रधानमंत्री क्यों नहीं दे रहे हैं? इसकी इजाजत इसलिए नहीं दे रहे हैं, क्योंकि उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को अपनी नीतियों से बर्बाद कर दिया है। उनके पास पैसे नहीं हैं।"
चीन के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार को घेरा:
सांसद असुद्दीन ओवैसी ने इस दौरान चीन के मुद्दे को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा। ओवैसी ने कहा कि, "मुझे यह भी उम्मीद है कि, यह आईएनएस विक्रांत पीएम मोदी को चीन के बारे में बोलने का साहस देगा, जिसने हमारे क्षेत्र के 10 गांवों पर कब्जा कर लिया है। आशा है कि आईएनएस उन्हें संसद में चीन का नाम लेने के लिए पर्याप्त ताकत देगा।"
आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत 'आईएनएस विक्रांत' का जलावतरण किया। इसके साथ ही उन्होंने आज कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) में स्वदेश निर्मित जहाज को नौसेना के बेड़े में शामिल किया। इस जहाज का नाम नौसेना के एक पूर्व जहाज विक्रांत के नाम पर रखा गया है, जिसने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी।
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