राज एक्सप्रेस। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रहे टेस्ट मुकाबले में रोहित शर्मा ने शानदार खेलते हुए पहली बार सलामी कमान संभाली और पहली बार में ही 176 का निजी स्कोर बना डाला। उनके साथ खेल रहे मयंक अग्रवाल ने भी शानदार खेलते हुए शतक लगाया है और उनकी बल्लेबाजी अभी जारी है। भारत का इस पहले टेस्ट मैच में दूसरे दिन पहला विकेट 317 रन पर गिरा इस विकेट के लिए दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। पहले दिन के खेल में भी मेहमान टीम को गेंदबाजी में कड़ी मेहनत करनी पड़ी है पहले दिन दक्षिण अफ्रीका को कोई भी विकेट नहीं मिला और उनके गेंदबाजों की काफी पिटाई भी हो गयी।
सलामी बल्लेबाजी में रोहित ने रिकॉर्ड बनाया
सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने पारी की शुरूआत करते हुए शतक लगाया है, ये एक नया रिकॉर्ड बन गया है, रोहित के पहले भी भारत ने तीन शानदार बल्लेबाज ऐसा कर चुके हैं जिसमें शिखर धवन ,केएल राहुल और पृथ्वी शॉ शामिल हैं। इन तीनो बल्लेबाजों ने अपने टेस्ट डेब्यू पर शतक जमाया था बस रोहित शर्मा के लिए फर्क इतना है की उन्होंने पहले मध्यक्रम में बैटिंग की थी और वो पहली बार सलामी बल्लेबाजी करने उतरे और शतक जमा डाला। इस लिहाज़ से ये भी रिकॉर्ड में शामिल किया जायेगा।
पहले दिन का आखरी सेशन चढ़ा था बारिश की बली
अगर पहले दिन के खेल की बात करे तो भारत ने शानदार शुरूआत की और शुरू के दोनों सेशन में शानदार बल्लेबाजी की दोनों ही नए सलामी बल्लेबाजों ने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबजों को अपना विकेट नहीं दिया जबकि आखरी सेशन बारिश की बली चढ़ गया जिसके चलते खेल ना हो सका।
सचिन तेंदुलकर ने की रोहित शर्मा की तारीफ
रोहित शर्मा के पहले टेस्ट में बड़े शतक और उनकी टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी ने होने वाली आलोचनाओं का भी मुँह बंद कर दिया है उन्होंने बता दिया है की सलामी बल्लेबाजी में कितने हिट है और अपनी क्षमता को किस तरह उपयोग कर सकते है, आपको बता दें कि रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी नहीं थके।
पारी की शुरूआत करने की लिए क्रिकेटर को अलग तरह से सोचना पड़ता है और अपने दिमाग को उस तरह ढालना होता है की गेम की हर स्थिति में खेल को अपनी तरफ झुकाया जा सके। सचिन ने आगे कहा की पारी की शुरूआत करना आसान नहीं होता है और इस में बल्लेबाज की मानसिकता का पता चलता है।
दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर
सचिन ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा की सहवाग को भी पहले मध्यक्रम में बल्लेबाजी के बाद प्रमोट किया गया था और सहवाग ऐसे खिलाड़ी थे की जिस भी फॉर्मेट में खेलें उनका जो खेलने का अंदाज़ था , आक्रामक ही था, और सहवाग की मानसिकता उस तरह काम भी करती थी रोहित का खेलने का तरीका अलग है और वो अपनी अलग शैली के लिए जाने जाते हैं रोहित की पारी जबरजस्त थी लेकिन अभी हमें रुक कर देखना होगा की आगे क्या होता है क्योंकि अभी तो सिर्फ शुरूवात है आगे सफर लम्बा है हम जल्दी किसी के लिए कोई धारणा नहीं बना सकते।
सहवाग सफल भी हुए और ख़राब दौर से भी गुजरे लेकिन खेल में अपने प्रदर्शन को बनाये रखना ज्यादा बड़ी बात है। अब देखना ये है की रोहित आने वाले मुकाबलों में किस तरह अपना जौहर पेश करते हैं फ़िलहाल तो उन्होंने सभी को अपनी बैटिंग का कायल बना दिया है।
साथ ही सचिन ने युवा क्रिकेटर हनुमा विहारी की तारीफ करते हुए कहा है की वो अच्छा खेलते हैं विहारी का शॉट सिलेक्शन का अंदाज़ मुझे काफी अच्छा लगा, मैं उनकी एकाग्रता , प्रेशर में खेलने की क्षमता और किस स्थिति में कैसा शॉट खेलना है, इसकी तारीफ करूंगा क्योंकि खेल में इसकी वैल्यू सबसे ज्यादा होती है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।