Asian Champions Trophy : हम जानते हैं कि हमें मलेशिया के खिलाफ क्या करना है
हाइलाइट्स :
एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में रविवार को भारत और मलेशिया का मुकाबला।
एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी के पिछले संस्करणों में मलेशिया को पार करना भारत के लिए मुश्किल साबित हुआ है।
एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी पहली बार भारत में खेली जा रही है।
चेन्नई। एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी चेन्नई के ग्रुप-स्टेज मैचों के तीसरे दौर में भारतीय पुरुष हॉकी टीम रविवार को एग्मोर के मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम में मलेशिया के खिलाफ मुकाबला करने के लिये तैयार है। टूर्नामेंट में प्रभावशाली शुरुआत के साथ मेजबान टीम ने पहले ही मैदान पर अपना कौशल दिखा दिया है। हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई में भारत ने पहले मैच में चीन को 7-2 से रौंदा, जबकि दूसरे मुकाबले में जापान के खिलाफ 1-1 की कड़ी टक्कर के साथ ड्रा खेला।
चीन के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन कर भारत ने अपनी आक्रामक शैली और गोल करने की क्षमता का प्रदर्शन किया, हालांकि जापान के खिलाफ भारत को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। गोल करने के कई अवसर बनाने के बावजूद भारतीय टीम को मजबूत जापानी डिफेंस के कारण ड्रॉ से संतोष करना पड़ा।
वर्तमान में अंक तालिका में दूसरे स्थान पर मौजूद भारतीय टीम शीर्ष पर काबिज़ मलेशिया से भिड़ने से पहले अपनी कमज़ोरियों को पहचानकर उनमें सुधार करना चाहेगी। कप्तान हरमनप्रीत ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि भारतीय टीम जानती है कि उसे अगले मैच में क्या करना है और वे कुछ नया आज़माने के लिये आतुर हैं।
हरमनप्रीत ने कहा, “हम जानते हैं कि मलेशिया के खिलाफ अपने अगले मैच में हमें क्या करने की जरूरत है। हमारा ध्यान उन क्षेत्रों को भुनाने पर है जिनके कारण चीन के खिलाफ शुरुआती मैच में हमें सफलता मिली। इसके अतिरिक्त, हम अपने आगामी मैच में कुछ नया आज़माने के लिये उत्सुक हैं।"
इस बीच, भारतीय टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने कहा कि टीम जापान के खिलाफ मैच से सबक लेंगे और अपने आगामी मुकाबलों में आवश्यक सुधार करेंगे। फुल्टन ने कहा, “हम जापान के खिलाफ जीतना चाहते थे और हमारे पास पर्याप्त मौके थे। यह अच्छा अहसास नहीं है, लेकिन हमें बेहतर होना होगा और अगले मैच के लिये तैयार रहना होगा।"
उन्होंने कहा, “अगर आप अपने अवसरों को गोल में नहीं बदलेंगे, चाहे कॉर्नर हो या फील्ड गोल, तो यह हर कोच के लिये चिंता का विषय है। इसलिए, आप हमेशा 'क्यों?' पर काम करने की कोशिश करते हैं और इसका समाधान और खिलाड़ियों के संयोजन को एक साथ खोजने का प्रयास करते हैं।"
दूसरी ओर, मलेशिया अपने दोनों मुकाबले जीतकर मज़बूत स्थिति में है। मलेशियाई टीम ने अपने शुरुआती मैच में पाकिस्तान को 3-1 से हराया, जबकि दूसरे मैच में उन्होंने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए चीन को 5-1 से मात दी।
एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी के पिछले संस्करणों में मलेशिया को पार करना भारत के लिये मुश्किल साबित हुआ है। भारत मैदान पर आने वाली चुनौतियों से अच्छी तरह से वाकिफ है, इसलिए मेजबान टीम रविवार की भिड़ंत के लिये पूरी तरह से तैयार रहने का लक्ष्य रखेगी।
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