85 वर्षों में पहली बार नहीं होगा रणजी ट्रॉफी का आयोजन

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में उसकी प्रमुख राष्ट्रीय प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी का पिछले 85 वर्षों में पहली बार आयोजन नहीं होगा। रणजी की शुरुआत 1934-35 में हुई थी।
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राज एक्सप्रेस। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में उसकी प्रमुख राष्ट्रीय प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी का पिछले 85 वर्षों में पहली बार आयोजन नहीं होगा। रणजी की शुरुआत 1934-35 में हुई थी और उसके बाद से यह पहला मौका है जब रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी-20 टूर्नामेंट का फाइनल 31 जनवरी को पूरा हो जाने के बाद 50 ओवर के विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट और महिला वनडे टूर्नामेंट को आयोजित करने का फैसला किया है लेकिन बोर्ड को लम्बे फॉर्मेट के रणजी ट्रॉफी के लिए विंडो नहीं मिल पा रही है। इसलिए उसने इस सत्र में रणजी को नहीं कराने का फैसला किया है।

बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली रणजी ट्रॉफी कराने के पक्ष में हैं लेकिन बोर्ड राष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए कोई विंडो नहीं ढूंढ पा रहा है। बीसीआई के लिए फरवरी और मार्च के दो महीने के समय में रणजी करना काफी मुश्किल है, इसलिए वह सीमित ओवरों के टूर्नामेंट कराने के पक्ष में है। अप्रैल में आईपीएल के 14वें सत्र का आयोजन होना है। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने राज्य संघों को पत्र लिखकर यह पुष्टि की है कि महिला वनडे टूर्नामेंट का आयोजन विजय हजारे ट्रॉफी के साथ-साथ किया जाएगा जबकि वीनू मांकड अंडर-19 ट्रॉफी को बाद में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंटों के विस्तृत कार्यक्रम पर काम चल रहा है। बीसीसीआई ने राज्य संघों से रणजी ट्रॉफी के लम्बे फॉर्मेट और विजय हजारे ट्रॉफी के 50 ओवर के टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सुझाव मांगे थे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का कोरोना काल के समय में सफल आयोजन हुआ है और अब 31 जनवरी को इसके फाइनल का आयोजन अहमदाबाद के नवनिर्मित सरदार पटेल स्टेडियम में होना है। बीसीसीआई ने घरेलू सत्र की शुरुआत के लिए राज्य संघों से सुझाव मांगे थे और सभी राज्य संघों ने एकमत से सुझाव दिया था कि पहले मुश्ताक अली का आयोजन हो।

अधिकतर राज्य संघों का मानना है कि विजय हजारे का आयोजन किया जाए क्योंकि दो महीने के सीमित समय में लम्बे फॉर्मेट के रणजी का आयोजन करना मुश्किल होगा। आईपीएल के 14वें संस्करण का आयोजन अप्रैल में होना है और इस दौरान बीसीसीआई के पास दो महीने का समय बचा है जिसमें वह घरेलू टूर्नामेंटों का आयोजन करना चाहता है। शाह ने राज्य संघों को लिखे अपने पत्र में लिखा, हमारे लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि महिला क्रिकेट का आयोजन भी हो। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हम सीनियर महिला वनडे टूर्नामेंट को विजय हजारे ट्रॉफी के साथ आयोजित करने जा रहे हैं और उसके बाद वीनू मांकड़ अंडर 19 ट्रॉफी का आयोजन होगा। आपसे मिले जवाबों के आधार पर हमने यह फैसला किया।

उन्होंने राज्य संघों और बीसीसीआई के स्टाफ का सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद किया। मुश्ताक अली से पहले बीसीसीआई ने संयुक्त अरब अमीरात में आईपीएल का सफल आयोजन किया था। शाह ने कहा, मैं आप सभी के सहयोग के लिए आप सबका धन्यवाद करना चाहता हूं। यह देखना उत्साहजनक रहा कि मुश्ताक अली टूर्नामेंट के दौरान हमें स्तरीय क्रिकेट देखने को मिली और कुछ युवा खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। अब हमें रोमांचक और शानदार फाइनल का इन्तजार है। बड़ौदा और तमिलनाडु के बीच रविवार को मुश्ताक अली ट्रॉफी के खिताब के लिए मुकाबला होगा। नवनिर्मित सरदार पटेल स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए सेमीफाइनल मैचों में बड़ौदा ने पंजाब को 25 रन से और तमिलनाडु ने राजस्थान को सात विकेट से पराजित किया था।

डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज़ एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।

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